कोरोना के चलते देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू ,जनता कर्फ्यू लगा हुआ है एक और इसके चलते आम जनजीवन पूरी तरह से बिखरा पड़ा हुआ है वही शराब माफियाओं को कोई डर दहशत और भय नहीं है रोटी नहीं मिले, सब्जी नहीं मिले, दाल नहीं मिले राशन नहीं मिले, बीड़ी गुटखा नहीं मिले, कोई बात नहीं, लेकिन इन सबके बावजूद शराब आपको आसानी से मिल जाएगी.
मध्यप्रदेश के मंदसौर में 10 मई तक जनता कर्फ्यू लगा हुआ है इस बीच मंदसौर के जागरूक एसपी सिद्धार्थ चौधरी ने पुलिस विभाग को निर्देश जारी किया था कि अवैध रूप से शराब माफियाओं की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखें क्योंकि मध्य प्रदेश राजस्थान सीमा मंदसौर से लगी हुई है शराब के बड़े माफिया इसका फायदा उठा सकते हैं . मध्य प्रदेश में सत्ता के गलियारों में भी शराब माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग भी कई बार उठ चुकी है मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने भी अवैध रूप से शराब की मंदसौर जिले में शराब तस्करी को लेकर कठोरआपत्ति दर्ज की थी इसके चलते मंदसौर पुलिस शराब माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करने के प्रति सजग है इसी के चलते सीतामऊ पुलिस ने चंबल नदी जो राजस्थान की सीमा से लगी है यहां ग्राम पारसी से चंबल नदी की गाड़ी गड़ार रास्ते में तीन आरोपियों के कब्जे वाले बिना नंबर महिंद्रा ट्रैक्टर से परिवहन की जा रही अवैध शराब 40 पेटी कीमत 1,35,600 रू की जब्ती की गई. जिसमें 20 पेटी काउंटी कलब अंग्रेजी शराब, 14 पेटी किंगफिशर बीयर व 6 पेटी देशी प्लेन शराब शामिल है. हाल ही में जप्त की है, सीतामऊ पुलिस द्वारा राजस्थान निर्मित अवैध शराब तस्करी करने वाले आरोपियों पर कार्यवाही की गई एवं उनके विरुद्ध थाना सीतामऊ में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है.

अब अहम सवाल यह है कि जनता कर्फ्यू के दौरान शराब माफिया अवैध शराब तस्करी करने में भी पीछे नहीं है मध्यप्रदेश व राजस्थान की सीमाएं सील कर दी गई है इसके बावजूद इतनी बड़ी मात्रा में राजस्थान के शराब माफिया मंदसौर जिले में और चंबल के बीहडों में कैसे घूस रहे हैं यह एक गंभीर सवाल है यह तो मंदसौर के जागरूक एसपी सिद्धार्थ चौधरी और उनकी पुलिस टीम की सूझ बूझ की सफलता है कि जनता कर्फ्यू के दौरान शराब माफियाओं को अपने कब्जे में लिया.
अब देखना यह है कि ऑक्सीजन देरी से पहुंच रही हैं, राशन की किल्लत हो रही है लेकिन शराब धड़ल्ले से बिक रही है उसकी कमी को दूर करने के लिए शराब तस्करी का यह प्रकरण कई बड़े सवाल छोड़ता है मंदसौर जिला शराब तस्करी के मामले में भी अब शराब माफिया मंडी बनता जा रहा है इसमें मध्यप्रदेश और राजस्थान के बड़े शराब तस्करों का हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता है जिसके लिए पुलिस को अभी और सतर्क रहने की जरूरत है