भुवनेश्वर के साथ-साथ ये 5 खिलाड़ी ले सकते हैं संन्यास!
टीम इंडिया के 6 स्टार क्रिकेटर्स को शायद अब मजबूरन संन्यास लेना पड़ेगा. भुवनेश्वर जैसे मैच जिताऊ खिलाड़ी के साथ कुछ ऐसा हुआ है जिससे वो नाखुश तो होंगे ही. साथ ही उनके लिए अब टीम इंडिया के रास्ते बंद से हो गए हैं. बीसीसीआई ने आखिर इन 6 खिलाड़ियों के साथ ही ऐसा क्यों किया. भुवी को जहां विश्वकप की टीम में शामिल करने की बातें हो रही थी वही आई इस खबर ने उन्हें निराश तो किया ही होगा. साथ ही अपने करियर को लेकर भी उनके मन में कई तरह के सवाल होंगे. क्योंकि जिन 6 खिलाड़ियों के साथ उन्हें रखा गया है. उनमें सबसे ज्यादा अनुभवी भुवनेश्वर ही हैं. लेकिन हम ऐसा क्यों कह रहे हैं. इसके पीछे की वजह क्या है. तो इसके पीछे है बीसीसीआई का सालाना कॉन्ट्रैक्ट, जिसमें बीसीसीआई उन सभी खिलाड़ियों को रखता है, जिन्हें खिलाने की थोड़ी सी भी उम्मीद होती है. लेकिन अब इस लिस्ट से भुवनेशवर समेत 6 ऐसे खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है जो एक वक्त में टीम इंडिया का अहम हिस्सा हुआ करते थे.
इनमें पहला नाम भुवनेश्वर कुमार का है, दूसरा नाम है मयंक अग्रवाल, तीसरा नाम है अजिंक्या रहाणे, चौथा नाम है रिद्धिमान साहा, पांचवा नाम है हनुमा विहारी और छठवां नाम है दीपक चाहर.
ये वो खिलाड़ियों की लिस्ट जो लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं
ये सभी वो नाम हैं जो लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं. लेकिन साहा कुछ दिन पहले तक टेस्ट टीम का हिस्सा थे, फिर पंत का एक्सीडेंट हुआ तो वनडे और टी20 में केएल राहुल ने वो जिम्मेदारी ले ली और टेस्ट में केएस भरत आ गए.
भुवनेश्वर कुमार ने चोट के बाद लंबा ब्रेक लिया और उसके बाद टीम इंडिया में पिछले साल वापसी की थी,. लेकिन वो कुछ खास कमाल नहीं कर सके. इसलिए उन्हें भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बार कर दिया गया.
मयंक अग्रवाल भी काफी लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हैं. लेकिन इस लिस्ट में दीपक चाहर का नाम आना थोड़ा चौंकाता है क्योंकि वो चोट के कारण बाहर हुए थे, हालांकि प्रदर्शन उनका बढ़िया रहा था. तो इसका मतलब है कि अभी वो लंबे समय तक वापसी नहीं करेंगे.
इन खिलाड़ियों की लॉटरी ए प्लस लिस्ट में आया नाम

बाकी इन 6 खिलाड़ियों के लिए ये बीसीसीआई का शायद आखिरी इशारा है कि समय रहते बाय-बाय कर दीजिए.
जहां एक तरफ कई खिलाड़ियों को इशारा दिया गया है वहीं दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ियों की लॉटरी भी लगी है. जडेजा अब विराट कोहली वाली ए प्लस लिस्ट में आ गए हैं जो वो डिजर्व भी करते थे. लेकिन लॉटरी वाले नाम हैं दीपक हुड्डा, अर्शदीप सिंह, संजू सैमसन और केएस भरत. इन चारों को भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिली है. जिसका मतलब है कि ये लगातार टीम इंडिया का हिस्सा रहेंगे.
उमरान मलिक को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला है, जिसका मतलब है कि उनका वर्ल्डकप खेलना मुश्किल है. बीसीसीआई अपने सालाना कॉन्ट्रैक्ट में चार कैटेगरी बनाकर रखता है.

जिसमें ए प्लस वाली लिस्ट में चार खिलाड़ी हैं, जिन्हें हर साल सात करोड़ रुपये मिलते हैं. ए कैटेगरी वाले खिलाड़ियों को हर साल 5 करोड़, बी कैटेगरी वाले खिलाड़ियों को हर साल 3 करोड़ और सी कैटेगरी वाले खिलाड़ियों को हर साल एक करोड़ रुपये दिये जाते हैं.

बीसीसीआई के लिए आज एक और जीत आईसीसी के सामने भी मिली है. जिसमें उन्होंने मोटेरा की पिच के लिए मिले डीमैरिट प्वाइंट को कम करवा लिया है. पहले आईसीसी ने मोटेरा की पिच को 3 डीमैरिट प्वाइंट दिये थे लेकिन बीसीसीआई की अपील के बाद उन्हें घटाकर 1 कर दिया गया है. इस पर पाकिस्तानी पूर्व खिलाड़ी चिढ़ गए हैं और कह रहे हैं कि आईसीसी बीसीसीआई के आगे फिर से झुक गया.