KL राहुल को मिला मैन ऑफ द मैच तो मिलर के साथ आई दुनिया,खुद सूर्या-राहुल ने झुकाया सिर
कहते हैं वीरता अमर होती है, इतिहास चाहे जैसा लिखा जाए पर वीरता का इतिहास दुनिया खुद बताती है! जंगल का राजा कौन है ये इस तस्वीर को देखकर समझ लीजिए.. इसी तस्वीर से हमारी कहानी खुलेगी. एक मैच में ऐसा क्या हुआ कि डिकॉक को मिलर से माफी मांगनी पड़ी, विराट को कान में कहना पड़ा भाई असली विजेता आप हो. रोहित का जीता हुआ चेहरा भी मिलर के सामने हारा हुआ लग रहा था, इसी तस्वीर के ठीक 30 मिनट बाद मैन ऑफ द मैच का ऐलान हुआ और यहीं से क्रिकेट में पक्षपात का ज़िंदा सबूत मिल गया. आकाश चोपड़ा तो कमेंट्री बॉक्स में ही आग बबूला हो गए. दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमी आवाक रह गए जब मिलर की जगह KL राहुल को मैन ऑफ द मैच मिला. आकाश चोपड़ा का गुस्से में दिया बयान सुनाएं उससे पहले आप समझिए भूमिका आख़िर मिलर का अपमान क्यों हुआ?
ICC का नियम कहता है कि Broadcaster कंपनी को अधिकार दिया जाता है, ब्रॉडकास्टिंग कंपनी का पैनल ही तय करती है कि किसको मैन ऑफ द मैच देना है? इस मैच में पैनल ने फैसला किया कि केएल राहुल को ये खिताब मिले. लेकिन राहुल खुद ये अवॉर्ड लेने को तैयार नहीं थे

हमारे पास ठोस जानकारी है कि मैच के बाद डेविड मिलर से मिलने कई खिलाड़ी साउथ अफ्रीका के ड्रेसिंग रूम तक गए, जिसमें एक नाम केएल राहुल का भी था. जानकारी के मुताबिक डेविड मिलर ऐसी पारी के बाद सराहना न मिलने से भावुक थे, मैदान पर भी वो भावुक थे, KL राहुल ने उन्हें खुद कहा कि आपकी पारी के सामने सबकी पारी छोटी है, मैन ऑफ द मैच पर असली हक़ आपका है. भारतीय ड्रेसिंग रूम में इस बात की चर्चा थी कि ऐसा फैसला क्यों हुआ ? मैन ऑफ द मैच तो सूर्या या मिलर को मिलना चाहिए था. साउथ अफ्रीका मैच हारी पर क्रिकेट में सियासत नहीं होनी चाहिए, किसके कहने पर केएल राहुल को मैन ऑफ द मैच दिया गया ? दरअसल मिलर के साथ पूरी साउथ अफ्रीका की टीम हैरान थी, भारत के हिसाब से पिच, 99 फीसदी भारतीय दर्शक, मिलर का कोई साथ देने वाला नहीं था तब ऐसी पारी खेली फिर भी KL राहुल को क्यों सलेक्ट किया गया?
मैन ऑफ द मैच का मतलब मैच का सबसे अच्छा खिलाड़ी कौन है? हार जीत का कोई लेना देना नहीं
इतिहास में कई उदाहरण हैं जब हारी टीम के खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच, मैन ऑफ द सीरिज़ मिली
सचिन तेंदुलकर को 6 बार हारने के बाद भी मैन ऑफ द मैच मिला, युवराज सिंह को IPL में भी मिला
जावेद मियांदद को पांच बार, सौरभ गांगुली को तीन बार, दुनिया के कई खिलाड़ी हैं जिन्हें मिलता रहा
आकाश चोपड़ा ने तो खोल दी BCCI की पोल,भारत की ज़मीन पर शेर का अपमान,भावुक हुए मिलर
आकाश चोपड़ा की बेबाकी सब जानते हैं, उनसे रहा नहीं गया तो साफ साफ कह दिया ये तो गलत है. केएल राहुल की पारी तीसरे नंबर की थी, पहले नंबर पर मिलर थे, दूसरे पर सूर्या तो मैन ऑफ द मैच राहुल को देने का फैसला किसका है ? क्या वो खेल भावना को नहीं जानता है?

मेरे लिए केएल राहुल की पारी तीसरे नंबर पर आती है. आज के इस मैच में सबसे उपर डेविड मिलर की वो शानदार शतकीय पारी रही. उसके बाद सूर्यकुमार यादव और फिर जाकर राहुल का अर्धशतक. अब हारी हुई टीम के खिलाड़ियों को कम ही प्लेयर ऑफ द मैच चुना जाता है तो मिलर को यह नहीं दिया गया. लेकिन मेरी नजर में मिलर और सूर्या की पारी मैच में सबसे बेहतरीन रही.
आकाश चोपड़ा, मैच के बाद बेहद नाराजगी भरे लहजे में

अब आप ये सुनिए मिलर को ही मैन ऑफ द मैच का खिताब क्यों मिलना चाहिए था. डेविड मिलर की कुछ साल पहले तक सबसे बड़ी समस्या थी स्पिन गेंदबाज़ों को नहीं खेल पाना, यहां तक की एक वक्त ऐसा आया जब IPL में भी कोई टीम उन्हें पसंद नहीं कर रही थी लेकिन जब वो गुजरात के साथ जुड़े तब से पूरा खेल बदल गया, मिलर स्पिनर को भी दौड़ा दौड़ा कर मार रहे थे, यहां तक की अक्षर पटेल और अश्विन को भी मारा, हालात बहुत पुरे थे, एक तरफ से डिकॉक 100 की स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे, दूसरी तरफ मिलर 220 की स्ट्राइक रेट से खेल रहे थे, कहानी यहीं घूम गई..मतलब क्रिकेट को जो प्यार करता है वो समझता होगा मिलर की पारी की वैल्यू क्या है.
क्रिकेट के दिग्गज हैरान डेविड मिलर का क्यों हुआ अपमान, आप बताएं किसको मिलना था अवॉर्ड
साल 2011 में भारत और साउथ अफ्रीका के साथ एक मैच था, साउथ अफ्रीका ने 250 रनों का लक्ष्य दिया था, भारत के 7 बल्लेबाज़ 98 रन पर आउट हो चुके थे, तभी युसूफ पठान आए और ठीक डेविड मिलर की तरह अकेले जीत के लिए लड़ते रहे, 70 गेंदों पर 105 रन की तूफानी पारी खेली, हालांकि वो मैच भारत कुछ रनों से हार गया था, उस मैच में भी ऐसा ही हुआ था, तब भारत के कई क्रिकेटरों ने यही सवाल उठाया था कि मैन ऑफ द मैच तो पठान को मिलना चाहिए था.
ऐसा नहीं है कि ये बात क्रिकेट के दिग्गज ही जानते हैं, ये बात दर्शक भी समझता है, जो टीवी के सामने मैच रेफरी की तरह मैच देखता है, दर्शक तक नाराज़ है कि मिलर के साथ ऐसा पक्षपात वाला व्यवहार क्यों किया गया?