कोलंबो, 8 नवंबर 2023: यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC) ने, कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (CWIT) को फंडिंग करने की घोषणा की है, जो भारत के सबसे बड़े पोर्ट ऑपरेटर अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) और एसईजेड लिमिटेड, श्रीलंका के अग्रणी उद्यम, जॉन कील्स होल्डिंग्स (JKH) और श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी का एक जॉइंट वेंचर है, जिसने 553 मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश किया है।
पहली बार अमेरिकी सरकार एजेंसी के जरिए कर रही अदाणी प्रोजेक्ट को फंडिंग
अमेरिकी सरकार का डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीटूशन डीएफसी, विकासशील दुनिया के सामने आने वाली सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों के समाधान के लिए फंडिंग के लिए प्राइवेट सेक्टर के साथ पार्टनरशिप कर रहा है। यह एनर्जी, हेल्थकेयर, इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर स्माल बिज़नेस और फाइनेंसियल सर्विसेज सहित विभिन्न सेक्टर्स में निवेश करता है।यह पहली बार है जब अमेरिकी सरकार, अपनी किसी एजेंसी के माध्यम से, अदाणी के प्रोजेक्ट को फंडिंग कर रही है, जो अदाणी समूह के लिए एक महत्वपूर्ण सहयोग की तरह है। यह कोलंबो पोर्ट में निवेश करने और विश्व स्तरीय कंटेनर सुविधा बनाने की समूह की क्षमता में अमेरिकी सरकार के विश्वास को दर्शाता है।
रोजगार के हजारों अवसर पैदा होंगे
अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकनोमिक ज़ोन के निदेशक और सीईओ करण अदाणी ने कहा, “हम अदाणी प्रोजेक्ट की फंडिंग के लिए अमेरिकी सरकार के डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीटूशन, यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) के सहयोग का स्वागत करते हैं और हम इसे इंटरनेशनल कम्युनिटी द्वारा हमारे दृष्टिकोण, हमारी क्षमताओं और हमारे शासन की एक बार फिर पुष्टि के रूप में देखते हैं। दुनिया के सबसे बड़े पोर्ट डेवलपर्स और ऑपरेटरों में से एक के रूप में, एपीएसईजेड इस प्रोजेक्ट में न केवल हमारी पुख्ता विश्व स्तरीय विशेषज्ञता, बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में हमारे गहरे अनुभव का भी भरपूर इस्तेमाल कर रहा है। अपने पूरा होने पर, कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्रोजेक्ट, हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नए रोजगार के अवसरों और श्रीलंका के ट्रेड व कॉमर्स इकोसिस्टम को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देकर, न केवल कोलंबो में बल्कि पूरे द्वीप में सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदलने का काम करेगा।

कोलंबो पोर्ट हिंद महासागर में सबसे बड़ा और व्यस्ततम ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है। यह 2021 से 90% से अधिक उपयोग पर काम कर रहा है, जो अतिरिक्त क्षमता की आवश्यकता का संकेत भी देता है। नया टर्मिनल प्रमुख शिपिंग मार्गों पर श्रीलंका की प्रमुख स्थिति और इन विस्तारित बाजारों से इसकी निकटता का लाभ उठाते हुए, बंगाल की खाड़ी में बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं को पूरा करेगा।
दुनिया के प्रमुख ट्रांजिट हब में से एक है श्रीलंका
डीएफसी के सीईओ स्कॉट नाथन ने कहा “डीएफसी निजी क्षेत्र के निवेश को आगे बढ़ाने के लिए काम करता है जो हमारे भागीदारों की रणनीतिक स्थिति को मजबूत करते हुए डेवलपमेंट और इकनोमिक ग्रोथ को आगे बढ़ाता है। हम कोलंबो पोर्ट में इस इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट के साथ यही देने का प्रयास कर रहे हैं। श्रीलंका दुनिया के प्रमुख ट्रांजिट हब्स में से एक है, जहां सभी कंटेनर जहाजों में से आधे इसके जल क्षेत्र से होकर गुजरते हैं। वेस्ट कंटेनर टर्मिनल के लिए निजी क्षेत्र के ऋण में 553 मिलियन अमेरिकी डॉलर की डीएफसी की प्रतिबद्धता, इसकी शिपिंग क्षमता का विस्तार करेगी, जिससे श्रीलंका के लिए अधिक समृद्धि विकसित करने में मदद करेगा, जो संप्रभु ऋण में बढ़ोतरी के बिना, पूरे क्षेत्र में हमारे सहयोगियों की स्थिति मजबूत करने का गवाह बनेगा।”
553 मिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश से बदलेगा परिदृश्य
श्रीलंका में यूएस एम्बेसडर जूली चुंग ने कहा कि, ‘डीएफसी द्वारा कोलंबो के पोर्ट के पश्चिम कंटेनर टर्मिनल के लॉन्ग टर्म डेवलपमेंट के लिए 553 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश, श्रीलंका में निजी क्षेत्र द्वारा जारी विकास को सुविधा प्रदान करेगा और अपने आर्थिक सुधार के दौरान महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा प्रवाह को आकर्षित करेगा। श्रीलंका की आर्थिक स्थिति फिर से मजबूत होने से स्वतंत्र और समृद्ध इंडो-पैसिफिक के लिए हमारा साझा दृष्टिकोण आगे बढ़ेगा।”जॉन कील्स होल्डिंग्स के चेयरपर्सन श्री कृष्ण बालेंद्र ने कहा, “डीएफसी का निवेश, एक प्रकार से वेस्ट टर्मिनल प्रोजेक्ट की क्षमता का समर्थन है और श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा देने में मदद करेगा”।
भारत और दुनिया के बेहतर भविष्य निर्माण में भूमिका निभा रहा अदाणी ग्रुप
अदाणी समूह उभरते बाजारों में रणनीतिक निवेश के माध्यम से अपने ग्लोबल फूटप्रिंट्स का विस्तार कर रहा है। अदाणी पोर्ट्स ने खुद को ट्रांसपोर्ट लॉजिस्टिक्स और एनर्जी यूटिलिटी पोर्टफोलियो व्यवसायों में मार्केट लीडर के रूप में स्थापित किया है, जो वैश्विक मानकों के अनुरूप संचालन और प्रबंधन प्रथाओं के साथ, भारत में बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। शानदार और टिकाऊ संपत्ति बनाने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता के माध्यम से, समूह भारत और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड के बारे में जानकारी
कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल प्रा. लिमिटेड एक संघ है, जिसमें भारत के सबसे बड़े पोर्ट ऑपरेटर अदाणी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड, श्रीलंका के प्रमुख उद्यम जॉन कील्स होल्डिंग्स और श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी शामिल हैं। कंसोर्टियम 35 वर्षों की अवधि के लिए निर्माण, संचालन और हस्तांतरण (बीओटी) के आधार पर कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल (सीडब्ल्यूआईटी) का विकास करेगा। इस टर्मिनल के विकास से क्षेत्र में प्राथमिक केंद्र के रूप में कोलंबो पोर्ट की स्थिति मजबूत होगी और दुनिया के शीर्ष कंटेनर टर्मिनलों में इसकी रैंकिंग 20वें स्थान तक पहुंचने की उम्मीद है। यह वैश्विक शिपिंग कनेक्टिविटी के मामले में पोर्ट की स्थिति को भी बदलने का काम करेगा, जो वर्तमान में विश्व स्तर पर 12वें स्थान पर है। चालू होने पर, सीडब्ल्यूआईटी श्रीलंका में सबसे बड़ा और सबसे गहरा कंटेनर टर्मिनल होगा। 1,400 मीटर की लंबाई और 20 मीटर की गहराई के साथ, सीडब्ल्यूआईटी 24,000 टीईयू की क्षमता वाले अल्ट्रा-बड़े कंटेनर जहाजों को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार होगा। नए टर्मिनल की वार्षिक कार्गो हैंडलिंग क्षमता संभवतः 3.2 मिलियन टीईयू से अधिक होगी।