अफगानिस्तान की टीम ने पाकिस्तान को चटाई धूल तो पाकिस्तानियों ने हथियार उठा लिया
क्रिकेट के मैदान में होने लगी जंग, कोई बल्ला उठा रहा था, कोई कुर्सी उठाकर फेंक रहा था
क्रिकेट जगत की सबसे शर्मनाक तस्वीर आई सामने, रोते हुए अफगानियों को पाक ने पीटा !

पाकिस्तान औऱ अफगानिस्तान मैच की तीन ऐसी तस्वीरें हम आपको दिखाने वाले हैं, जिनमें से दो को देखकर तो आपका गुस्सा आएगा, जबकि एक तस्वीर दिल जीत लेगी. पहली तस्वीर पाकिस्तानी खिलाड़ी आसिफ अली की है, इसमें वो बॉलर फरीद अहमद पर बैट उठाते दिख रहे हैं, इस तस्वीर ने पाकिस्तान की ऐसी किरकिरी करवाई कि जीत के जश्न का सारा मजा फीका रह गया. दरअसल 19वीं ओवर की आखिरी गेंद पर आसिफ अली को फरीद अहमद ने विकेट के पीछे कैच आउट करा दिया. ये खेल है यहां हर कोई आउट होता है लेकिन आसिफ अली ने फरीद अहमद को बैट दिखाकर शायद ये कहा कि मैं पवेलियन नहीं जा रहा, तुझे यहीं मारूंगा, हालांकि थोड़ी ही देर में साथी खिलाड़ियों ने मामला शांत करवा दिया. हालांकि ये पहली बार नहीं है बल्कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने कई बार ऐसा बखेड़ा खड़ा किया है.
1981 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने रास्ता रोकने की कोशिश की तो जावेद मियांदाद ने बल्ला दिखाया
पाकिस्तानी खिलाड़ी जावेद मियांदाद को लोग नसीम शाह की विनिंग सिक्स के बाद याद कर रहे हैं
साल 2007 में गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच भी बीच मैदान पर तृ-तु, मैं-मैं हो गई थी

हालांकि भारतीय खिलाड़ी हमेशा नियम के मुताबिक चलते हैं, जब जुलाई 2014 में इंग्लैंड के एंडरसन ने रविन्द्र जडेजा को अपशब्द बोले तो जडेजा ने शिकायत कर दी थी उसके बाद एंडरसन का करियर खत्म हो गया. अब ऐसी बदतमीजी पर आसिफ अली पर फाइन भी लग सकता है, हालांकि बाद में पता चला कि पहले फरीद ने धक्का दिया फिर कई अफगानी खिलाड़ियों ने स्लेजिंग की ताकि दबाव बनाया जा सके, बैट्समैन को भटकाया जा सके, हालांकि पाकिस्तान की झूठ बोलने की आदत पुरानी है, वो हिंदुस्तान में आतंकी भेजकर कहता है ये हमारे नहीं हैं, जबकि धमाके हो जाने पर वहां उनके परिवार वालों को मदद देता है.

अब दूसरी तस्वीर देखिए ये मैच के बाद की है. जब फील्ड में पाकिस्तान अपना रंग दिखा रहा था तो उधर अफगानी फैंस गुस्से में भरे बैठे थे, आजकल तो अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार है तो फिर अफगानी फैंस कैसे अपना गुस्सा न दिखाते, सीधा कुर्सी उठाई और पाकिस्तानी समर्थकों को बुरी तरह धोने लगे, ऐसा लगा जैसे ये कोई इंटरनेशनल मैच नहीं बल्कि गली का मैच चल रहा हो जहां समर्थक जरूरत से ज्यादा भावुक हो उठे हों, ऐसा करना ठीक नहीं है लेकिन बदतमीज पाकिस्तान को उसी के भाषा में जवाब देने के लिए कुछ लोग इसे जरूरी भी बता रहे हैं.
अब तीसरी तस्वीर देखिए जिससे आसिफ अली जैसे बदतमीज खिलाड़ियों को कुछ सीखना चाहिए, साढ़े 12 ओवर में पाकिस्तान सिर्फ 79 रन बना पाया था, उसके तीन विकेट गिर चुके थे, मैच जीतने का दबाव था, लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ी राशिद खान जैसे ही फील्ड पर आए अफगानिस्तान के बॉलर हैरिस राउफ ने कंधे पर हाथ रखकर स्माइल दिया, ये लगा ही नहीं कि ये खिलाड़ी प्रतिद्वंदी टीम के हैं, खेल हमेशा खेल की तरह खेला जाना चाहिए, अगर मैच में कोई विकेट उखाड़ेगा, बल्ला दिखाएगा तो फिर 22 गज की पिच भी अखाड़ा बन जाएगी, जहां क्रिकेट कम और दंगल ज्यादा होगा और अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तो पहले से ही बड़ी भयानक दुश्मनी है.

पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को बर्बाद करने के लिए वहां तालिबान को भरपूर मदद दी
जब तालिबान की सरकार बनी तो खुद कंगाल दे, भारत ने अफगानियों की मदद की है
अफगानिस्तान के क्रिकेटर इंडिया में प्रैक्टिस तक करते हैं, भारत ने उनकी खूब मदद की
पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सीमा रेखा से लेकर और भी कई विवाद लंबे समय से हैं
इसिलिए मैच में जब दोनों टीमें उतरी तो वहां खिलाड़ी ये भूल गए कि उनके व्यवहार को पूरी दुनिया देख रही है, अगर पाकिस्तान का यही रवैया रहा तो दुनिया की कोई भी टीम उसके साथ खेलने से पहले सौ बार सोचेगी और शायद पैसे की तरह कई देशों में उसका खेलना भी बैन कर दिया जाएगा.