अहमदाबाद के बिजनेसमैन प्रहलाद मीणा के बेटे की अनोखी शादी बनी चर्चा का विषय
आपने अब तक खबरें सुनी होंगी कि दहेज के लिए शादी टूट गई, किसी ने दहेज के लिए बहू को परेशान किया. दहेज ने किसी के प्राण लील लिये. या फिर लड़की के पिता ने इतना दहेज दिया कि चारों तरफ चर्चे हो गए. जैसे 2011 में कांग्रेसी नेता कवंर सिंह के बेटे सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने अपनी बेटी योगिता की शादी थी. जिसमें जौनपुरिया ने विवाह में 15 हजार लोगों बुलाया था. गिफ्ट में हैलिकॉप्टर, 21 करोड़ रुपए और चांदी के बिस्किट दिए गए थे. एक हफ्ते तक चले इस शादी समारोह में लगन में आए लोगों को तीस ग्राम सोने का बिस्कुट गिफ्ट में दिया गया था. ऐसी और बहुत सी महंगी शादियां हुई हैं लेकिन गुजरात के अहमदाबाद में जो शादी हुई है वो सबको देखनी चाहिए.

दूल्हे के पिता अहमदाबाद में बड़ा बिजनेस चलाते हैं तो दुल्हन के परिवार को उम्मीद थी कि लड़का लग्जरी गाड़ियों से बारात लेकर आएगा. लेकिन जब दूल्हा बैलगाड़ी से पहुंचा तो सब चौंक गए.

बारात में कुल सात बैलगाड़ियां, 8 ऊंट गाड़ियां, 10 ऊंट और 10 घोड़ों पर बाराती सवार थे. साथ में ऑर्केस्ट्रा था, बाराती ऊंट गाड़ियों पर नाचते हुए चल रहे थे.
हमारे देश में दहेज एक खुला सच है, जो कानूनन अपराध है लेकिन समाज की नसों में बसा है. ज्यादातर लोग लेते-देते हैं.
2016 में कर्नाटक के मंत्री जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में पैसा पानी की तरह बहाया गया था. 30 एकड़ में शादी का टेंट लगा था और पांच हजार बाराती आये थे.2016 में ही मुकेश अंबानी की बेटी भी शादी हुई जिसमें जमकर पैसा कर्च किया गया. सभी मेहमान 100 चार्टर्ड प्लेन से उदयपुर पहुंचे थे. दुनिया जानी मानी सिंगर बेयोंस का प्राइवेट शो कराया गया था.

2011 में कांग्रेस नेता कंवर सिंह के बेटे सुखवीर सिंह जौनपुरिया ने अपनी बेटी की शादी में हेलिकॉप्टर दिया था. और 21 करोड़ रुपये नदग दिये थे.
प्रियंका चोपड़ा की शादी में करीब 105 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे.

विराट और अनुष्का शर्मा की शादी में भी करीब 90 करोड़ रुपये खर्च हुए थे.

दहेज में एक रुपया और एक नारियल लेकर प्रह्लाद मीणा ने अपने बेटे की शादी
लेकिन अहमदाबाद के बिजनेसमैन प्रह्लाद मीणा ने अपने बेटे की शादी एक रुपया और एक नारियल लेकर की है. लोग अपने बच्चों की भव्य शादियां करना चाहते हैं लेकिन प्रह्लाद मीणा ने जीरो बजट शादी के लिए ऊंट-गाड़ी और बैलगाड़ी का इंतजाम किया. जिसमें ना पेट्रोल लगा, ना डीजल.

दूल्हे के पिता प्रहलाद मीणा ने कहा कि
हम किसान परिवार से आते हैं और किसानों के बीच पशुओं का महत्व है. पहले बैलगाड़ी पर ही बारात आती-जाती थी. समय के साथ अब सबकुछ बदल गया है. इसलिए इस परंपरा को युवाओं में वापस लाने के लिए यह पहल की है.
दुल्हन ने कहा कि सुनते थे कि पहले के जमाने में बारात बैलगाड़ी पर आती थी. आज जब मेरी शादी में बाराती बैलगाड़ी से आए तो हमें बहुत अच्छा लगा. दूर-दूर से लोग बारातियों को देखने आए.
सोचिए क्या शानदार शादी है. वरना कई जगह तो ऐसा भी होता है, जैसे- 31 मार्च को ही अजीतमल बाबारपुर में लड़के ने दहेज के लिए शादी ठुकरा दी और दूसरी लड़की से शादी कर ली. उत्तराखंड के रुड़की में लड़के ने बीवी से दहेज में तीन लाख रुपये मांग नहीं दिये तो उसे खूब पीटा. ये तो आज की ही घटना है.
ऐसा घटनाएं निकालने जाएंगे तो हजारों की संख्या में मिल जाएंगी लेकिन जो मिसाल प्रह्लाद मीणा ने पेश की है वो कम ही मिलती हैं.