विदेश मंत्री एस जयशंकर ऑस्ट्रेलिया में एक मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे थे, तभी उनके फोन पर एक वीडियो आया, जिसमें एक अमेरिकी बूढ़ा मोदी को तानाशाह बता रहा था, 2024 चुनाव के बारे में उल-जुलूल बातें कर रहा था,

जयशंकर गए थे रायसीना डॉयलॉग पर बात करने, जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री को रोहित के सिग्नेचर वाला बैट भेंट दिया और ऑस्ट्रेलियाई मंत्री ने उन्हें खास टीशर्ट भेंट की, पर उसके बाद जैसे ही बाहर निकले, वीडियो देखकर अक्सर शांत रहने वाले जयशंकर की भौहें तन गईं और फिर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर उसे ऐसा सुनाया कि भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका-ब्रिटेन में भी 40 सेकेंड का वो वीडियो खूब सुना जा रहा है. पहले आप जयशंकर का बयान सुनिए फिर बताते हैं मोदी विरोधी सोरोस से कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं से कितना बड़ा कनेक्शन है.

सोरोस एक बूढ़े, रईस, हठधर्मी व्यक्ति हैं जो न्यूयॉर्क में बैठकर सोचते हैं कि उनके विचारों से पूरी दुनिया की गति तय होनी चाहिए. अगर मैं ठीक से कहूं तो वो बूढ़े, रईस, हठधर्मी और ख़तरनाक हैं.
एस जयशंकर, विदेश मंत्री
जयशंकर ने आगे ये भी कहा कि हमें कोई लोकतंत्र पर ज्ञान न दे, हमारे यहां निष्पक्ष चुनाव होते हैं, हम उस देश के वासी नहीं हैं जहां चुनाव के बाद मामला अदालत में जाता हो, दरअसल ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में कई बार ऐसा देखने को मिला है, चूंकि सोरोस ने अमेरिका में बैठकर ही ये ज्ञान दिया, इसलिए जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में बैठे-बैठे अमेरिका को भी आइना दिखा दिया. जयशंकर की ये सख्त भाषा बताती है कि वो कितने गुस्से में होंगे. एक एनजीओ चलाने वाला अमेरिकी अरबपति, जो शेयर में हेरफेर कर पैसा कमाता है, वो अगर लोकतंत्र पर ज्ञान दे, तो हर हिंदुस्तानी को बुरा लगेगा, और होना भी यही चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने जैसे ही हिन्दुस्तानी PM की तारीफ करनी शुरू कर दी, कुछ लोगों को ये बात पची ही नहीं, ऐसे में हमने पड़ताल करने की कोशिश की कि जो राहुल गांधी विदेशों में जाकर भारत की बुराई करते हैं, कश्मीर से लेकर हर मुद्दे तक पर विदेशी मदद की बात करते हैं, वो अचानक से सोरोस के खिलाफ क्यों खड़े हो गए, तो जो पता चला वो हैरान कर देने वाला था.
पूर्व PM मनमोहन सिंह की बेटी अमृत सिंह जॉर्ज सोरोस के NGO में प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं
सोनिया के खास हर्ष मंदर सोरोस के NGO में HRIAB यानि मानवाधिकार बोर्ड के मेंबर हैं
राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में सोरोस के एनजीओ के VP सलील शेट्टी भी दिखे
मतलब बात चोर की दाढ़ी में तिनका वाली तो नहीं , जैसे ही कांग्रेस के ये पोस्ट वायरल होने शुरू हुए, जयराम रमेश से लेकर पी चिदंबरम तक डिफेंसिव मोड में आ गए, कहने लगे भारत के लोकतंत्र पर कोई दूसरा सवाल नहीं उठा सकता, ये देश की जनता तय करेगी कि चुनाव में क्या होना है, हमें कोई विदेशी इस पर ज्ञान न दे. पर कहते हैं न अगर खुद पर सवाल उठने का डर सताने लगे, तो सवाल उठाने वाले के साथ ही मिल जाओ, वही काम कांग्रेस के नेताओं ने किया, ये देश सबका है, पीएम पद का सम्मान हर किसी को करना चाहिए, हम ये नहीं कहते कि कांग्रेस ने मोदी के पक्ष में बोलकर गलत किया, पर राहुल गांधी जब विदेश में जाकर मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं, तो सवाल तो उठेंगे ही कि आपके तेवर अचानक से ऐसे कैसे बदल गए.