अर्शदीप को हरभजन समझने की भूल पड़ी भारी,पंत की जगह होते कार्तिक तो पाकिस्तान में फिर फूटता टीवी
द्रविड़ के दिमाग में भरा था भूसा या रोहित ने की है गलती, नौसिखिए खिलाड़ियों को टीम में क्यों मिली एंट्री
एक कैच,3 गलती और तीन खिलाड़ियों ने हरवा दिया मैच, वरना रोहित-विराट के मेहनत पर पानी न फिरता

हमेशा धोनी की तरह कूल माइंड रहने वाले रोहित शर्मा का गुस्सा इस मैच में देखने लायक था, पहले ऋषभ पंत को गलत शॉट खेलने के लिए डांटा, फिर पांड्या की भी क्लास लगाई और आखिर में जब मैच बिल्कुल कांटे की टक्कर का चल रहा था तो कैच छोड़ने वाले अर्शदीप पर भड़क गए. लेकिन रोहित के गुस्से के बावजूद खिलाड़ियों ने गलतियों पर ध्यान नहीं दिया और उनकी वजह से टीम इंडिया हार गई. दरअसल रवि बिश्नोई ने 18वें ओवर की तीसरी बॉल फेंकी, पाकिस्तानी बल्लेबाज आसिफ अली ने उसे खेला तो गेंद हवा में लहराते हुए सीधा अर्शदीप के हाथ में पहुंच गई लेकिन अर्शदीप ने वो कैच छोड़ दिया, ये कैच इंडिया को इतना भारी पड़ा कि भारत ये मैच हार गया, आसिफ अली ने उसके बाद अगले ही ओवर में चौके-छक्के की बरसात कर दी. लोग अर्शदीप को इस हार का विलेन बता रहे हैं उनके सेलेक्शन पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन सिर्फ अर्शदीप नहीं बल्कि तीन खिलाड़ियों की तीन गलतियों की वजह से भारत ने जीता-जीताया मैच गंवा दिया.

राहुल द्रविड़ ने शायद अर्शदीप का आईपीएल वाला परफॉर्मेंस देखकर सोचा होगा कि अच्छा खेलेंगे, आने वाले दिनों में हरभजन सिंह बनेंगे, हालांकि हरभजन स्पिन बॉल फेंकते थे और अर्शदीप फास्ट बॉलर हैं, लेकिन सरदार होने की वजह से लोग अर्शदीप में दूसरा हरभजन देखने लगे थे, जबकि अर्शदीप ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया, रोहित शर्मा शायद ही उन्हें अगले मैच में जगह दें. मोहम्मद शमी, उमरान मलिक, जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल जैसे बॉलर अगर इस मैच में होते तो शायद पाकिस्तान 150 का टारगेट भी नहीं छू पाता, 182 रन बनाना तो उसके लिए दूर की बात थी, भुवनेश्वर कुमार ने अकेले दम पर पाकिस्तानियों को रोकने की कोशिश की लेकिन उनके 19वें ओवर में 19 रन से पाकिस्तान ने भारत से हार का बदला ले लिया.

दरअसल मैच के शुरुआत से ही भारत गलती पर गलती कर रहा था, ज्यादा बॉलर की बजाय ज्यादा बैट्समैन लेकर रोहित मैदान में उतरे, शुरू में जब नसीम शाह की बॉल पर चौके-छक्के जड़े तो ये रणनीति अच्छी लगी लेकिन थोड़ी ही देर बाद दोनों आउट हो गए, विराट ने मैच संभालने की कोशिश की, अर्धशतक लगाया पर ऋषभ पंत के एक गलत शॉट ने भारत को संकट में डाल दिया, सूर्यकुमार यादव पाकिस्तान को हांगकांग समझने की भूल कर रहे थे जबकि वो ये भूल गए कि पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भी वो नहीं चले थे और इस मैच में तो 13 रन बनाकर ही चलते बने, अगर सूर्यकुमार यादव का बल्ला चल जाता तो इस मैच में भारत का स्कोर 200 पार होता जिसे छूना बाबर आजम की टीम के लिए आसान नहीं होता
सूर्यकुमार वाली गलती ही हार्दिक पांड्या ने भी की, उन्हें लगा कि पिछली मैच की तरह चौके-छक्के लगाएंगे लेकिन जीरो रन पर ही आउट हो गए, इस मैच में लोगों को दिनेश कार्तिक से लेकर रविन्द्र जडेजा तक की कमी खली. इसलिए कहते हैं टीम में नौसिखिए को रखना मतलब हार का खतरा बनाए रखना अगर रोहित को धोनी बनने का शौक है, नए खिलाड़ियों को मौका देना है तो एक-एक करके ऐसा करना होगा, ऐसा नहीं कि ऋषभ पंत को टीम में भर लिया और दिनेश कार्तिक जैसे अनुभवी खिलाड़ी से पानी भरवा रहे हों, आखिर ऐसी मेहनत का क्या मतलब है, रोहित और विराट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने मेहनत की लेकिन मिडिल ऑर्डर ही फेल हो गया तो फिर जीत कैसे होती, पाकिस्तान ने पिछली हार से सबक लेते हुए अपना बैटिंग ऑर्डर मजबूत किया लेकिन भारत जीत के उत्साह में ऐसा मदहोश दिखा कि बड़े-बड़े खिलाड़ी बचकाने शॉट खेलते नजर आए, वरना टीम इंडिया पाकिस्तान से हार जाए ऐसा बहुत कम होता है.