तीन साल पहले कोई अर्शदीप कोई नहीं जानता था, IPL में एक साढ़े 19 साल का बच्चा आया और दिल जीतकर ले गया था, किसने सोचा था जिस अर्शदीप ने पाकिस्तान मैच में कैच छोड़ा था वो इंडिया की हर जीत में अपनी दमदार खेल का प्रदर्शन करेगा. आज हम अर्शदीप की वो कहानी बताएंगे जो स्टार बनने पर आम तौर पर बताई जाती है. लेकिन एक सच ऐसा है जो शायद आप मिस कर गए, सरदार असरदार इतना है कि पाकिस्तान भी दीवाना हो गया है, बांग्लादेश को साफ कर गया, और बाकी की टीमों में आदेश निकल गया कि अर्शदीप की तरह गेंदबाज़ ढूंढ कर लाओ. कोई कितना पावरफुल है कहानी उसके अतीत में छिपी होती है

अर्शदीप को साल 2019 में सिर्फ 20 लाख में पंजाब ने खरीदा था, लेकिन हीरा तो करोड़ों का निकला
पंजाब की लगातार हार पर उन्हें अर्शदीप की याद आई, सरदार के आते ही पंजाब ने शानदार वापसी की!
पंजाब ने जिसे बच्चा समझा था उससे 19 ओवर करवाए, जिसमें से 16 ओवर मुश्किल हालत में थे !

अर्शदीप एक ऐसा गेंदबाज़ है जो 6 गेंद एक ही जगह फेंक सकता है, कहानी ये है कि बांग्लादेश के ख़िलाफ़ एक ओवर शमी का बचा था, एक-एक ओवर भुवी और अर्शदीप में से किसी को करना था, रोहित शर्मा ने दुनिया के सबसे शानदार गेंदबाज़ शमी से ज्यादा भरोसा अर्शदीप पर जताया, लेकिन कहानी में यहीं ट्विस्ट है, अर्शदीप IPL खेलने से पहले शमी से मिले, वो मोहम्मद शमी के फैन थे, वो जानना चाहते थे कि हम यॉर्कर में कैसे कमाल कर सकते हैं, एक इंटरव्यू में अर्शदीप ने बताया था कि शमी की सलाह ने कैसे ज़िंदगी बदल दी थी…हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था

आप T20 फॉर्मेट में डर नहीं सकते हैं. T-20 बल्लेबाज़ों का खेल माना जाता है, ऐसे में आपको रन रोकने के बारे में सोचना चाहिए, बल्लेबाज़ को दबाव में लाने के बारे में सोचना चाहिए, यहां से आपको विकेट मिल जाएगा, मैंने स्लो और यॉर्कर गेंदों पर काम किया है, मुझे शमी भाई ने ऐसा करने के लिए कहा है, मुझे बताया कैसे यॉर्कर गेंद मैच में हार-जीत तय कर सकती है. उन्होंने मुझसे कहा था भरोसा रखो तुम्हारी लंबाई अच्छी है, तुम एकदिन शानदार यॉर्कर फेंक कर दिल जीत लोगे.

बांग्लादेश के ख़िलाफ़ जब टप्पा खाने वाली गेंदों पर छक्का लग गया तो शमी उनके पास गए, समझाया बेटा भूल गए क्या कि तुम्हारी ताकत क्या है? फिर उसके बाद तो हर गेंद यॉर्कर थी, और भारत मैच जीत गया. यानि शमी के चेले पर खुद रोहित को भरोसा था, और शमी से ज्यादा तरजीह दी. लेकिन ये कहानी अभी पूरी नहीं होती है. भारतीय युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप का जन्म 5 फरवरी 1999 को मध्य प्रदेश के गुना में हुआ. इनके पिता दर्शन सिंह भी घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं. फिलहाल किसानी करते हैं. इनका परिवार पंजाब के खरड़ में रहता है. अर्शदीप जब अपने कोच से मिले तो कहा सर मैं हर गेंद में बदलाव कर सकता हूं. लेकिन कोच ने कहा पहले सिक्का रखता हूं एक जगह गेंद फेंको, और अर्श ने कर दिखाया, वहीं से भारत के अद्भुत बॉलर की खोज हुई, IPL में दिल जीतने के बाद वो दुनिया का दिल जीत रहा है, यहां तक की पाकिस्तान के खिलाड़ी वसीम अकरम जैसा होनहार गेंदबाज़ बता रहे हैं, ज़हीन खान से तुलना कर रहे हैं, कुछ भी हो एक अर्शदीप सब पर भारी है, यहां तक कि भारतीय टीम की जीत हार में अर्शदीप ने अंतर पैदा किया है, इसलिए विश्वकप शुरू होने के बाद पूरा भारत जैसे बुमराह को भूल गया हो, क्योंकि पाजी ने कमाल कर दिया है.
अब तक चार मैच में न सिर्फ विकेट लिया है, बल्कि हमेशा तब विकेट लिया जब टीम को ज़रूरत होती है, बाबर आज़म को तो अर्शदीप की गेंद की हवा भी नहीं लगती है, क्विंटन डिकॉक जैसे बल्लेबाज़ अर्शदीप को नहीं खेल पाते हैं, डेविड मिलर भी अश्विन की गेंद पर छक्का मारकर रन बनाते हैं, अर्शदीप सामने होते हैं तो सम्मान करते हैं, यानि खिलाड़ी में दम है, तभी तो 23 साल की उम्र में वो रोहित का संकटमोचक बन गया है, अर्शदीप से आप क्या कहना चाहते हैं? कमेंट में लिखिए अर्शदीप देश का हीरो है