जडेजा-कार्तिक के ख़ातिर हर भारतीय रोया, टीम में होते दोनों शेर तो होता अलग नतीजा
क्रिकेट में राजनीति पड़ गई भारत पर भारी, ये पांच गलती न करते तो पाकिस्तान हारता
सरदार जी ने छोड़ा कैच, भारत का तोड़ा दिल, बुमराह, उमरान मलिक,शमी की कमी खली!

रविंद्र जडेजा और दिनेश कार्तिक के लिए पूरा हिन्दुस्तान क्यों रोया? दोनों के नहीं होने से पता चल गया, दुनिया के सबसे शानदार खिलाड़ी का मतलब क्या होता है? भारत जहां 225 रन बना सकता था, वहां सिर्फ 181 रन ही बना पाया, रोहित शर्मा ने जान लगाकर बैटिंग की, राहुल ने शानदार शुरूआत दी, विराट ने अपना काम किया, लेकिन मिडल ऑर्डर भारत का फिसड्डी निकला…न सूर्या की चमक दिखी, न पांड्या का छक्का, पंत को खिलाना ही बेकार रहा..पांड्या, सूर्य कुमार, ऋषभ पंत का रन न बनाना क्या भारी पड़ गया या फिर जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो सबसे बड़ी वजह है? रविंद्र जडेजा पिछली बार भी न होते तो शायद वो मैच भी भारत पाकिस्तान से हार जाता? चहल ऑउट ऑफ फॉर्म थे, फिर भी उन्हें मौका मिला, जबकि अश्विन बेंच पर बैठकर मैच देख रहे थे…

भारत का जोश हाई था जो सबसे बड़ी ग़लती साबित हुई, जब सूर्य कुमार यादव बैटिंग करने आए तो उन्हें देखकर लगा ही नहीं कि वो एक ऐसे मैच में बैटिंग करने वाले हैं जिसकी जीत के लिए 130 करोड़ लोग प्रार्थना कर रहे हैं, सूर्य कुमार यादव का अति आत्मविश्वास घातक साबित हुआ, हार्दिक पांड्या का ओवर कॉंफिडेंस गलत साबित हुआ…पाकिस्तान की बॉलिंग बेकार थी, लेकिन भारत के बल्लेबाज़ गलत शॉट खेलकर आउट हुए, जैसे वो पाकिस्तान की जीत देखना चाहते हों? सोशल मीडिया पर ये मुद्दा छाया है, देश भर में बवाल है, हार जीत लगी रहती है लेकिन हारा हुआ मैच पाकिस्तान कैसे जीत गया? कल भारत की तरफ से जडेजा नहीं खेल पाए लेकिन पाकिस्तान की तरफ से एक जडेजा खेला जिसने मैच बदल दिया, जो ट्रिक भारत ने पिछले मैच में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनाई थी, ठीक वही ट्रिक पाकिस्तान ने अपना कर भारत को पांच विकेट से हरा दिया….182 रन का पीछा कर रही पाकिस्तान के जब विकेट जल्दी गिर गए तो, मोहम्मद नवाज को भेजकर गेम खेल दिया, उस वक्त स्पिन गेंदबाजी चल रही थी, और उसका पूरा फायदा बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने उठाते हुए महज़ 20 गेंदों पर 42 रन बना दिए…

पाकिस्तान के जडेजा बने मोहम्मद नवाज ने मैच में भारत को पीछे छोड़ दिया…अगर नवाज जल्दी आउट हो गए होते तो नतीजा कुछ और होता…रविंद्र जडेजा के बाहर जाते ही कार्तिक को भी बाहर कर देना क्या सही था? अकेले भुवनेश्वर कुमार पर भरोसा करना क्या ठीक था? अर्शदीप ने अगर वो कैच न छोड़ा होता तो भारत ये मैच न हारता, 19वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने 19 रन दिए, उसके पहले ओवर में अर्शदीप से कैच छूटा, इतना आसान कैच कोई कैसे छोड़ सकता है? इसपर कई सवाल हैं लेकिन अर्शदीप अगर कैच न छोड़ते तो शायद नतीजा कुछ और होता? 182 रन डिफेंड नहीं कर सके तो समझा जा सकता है कि गेंदबाजी स्तर कितना कमजोर था…जब टीम का सेलेक्शन हुआ तब सिर्फ 3 तेज गेंदबाज थे, जिसमें 2 नौसिखिए थे…आवेश और अर्शदीप में से किसी एक की जगह दीपक चाहर को होना चाहिए था…या उमरान मलिक फिर मोहम्मद शमी को मौका मिलना चाहिए था…लेकिन चयनकर्ता नींद में टीम बनाते हैं…आप विश्व स्तर की टीम से क्रिकेट खेलते हैं आपके पास अनुभवी बॉलर नहीं, बच्चे जैसे बैट्समैन जो हांगकांग के ख़िलाफ़ तो रन बनाते हैं लेकिन पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सरेंडर कर देते हैं? हार की कई वजह तलाशी जा रही है, अर्शदीप पर कई लोग खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगा रहे हैं, एक टीवी एंकर ने उन्हें खालिस्तानी तक कह दिया, जब पिछला मैच भारत पाकिस्तान से हार गया था, तब मोहम्मद शमी को भी गद्दार कहा गया था, लेकिन असली गद्दारी चयन में छिपी है, जिसका अंत नहीं हुआ तो एक दिन ऐसा आएगा…योग्य बाहर कुर्सी पर बैठकर मैच देखेगा और अनाड़ी खेलकर नाक कटवाएगा….भारत की करारी हार के बाद बहुत बवाल मचा है, लेकिन इसका असली जिम्मेदार कौन है? अर्शदीप का कैच छोड़ना या भुवनेश्वर के साथ किसी सीनियर गेंदबाज़ का न होना? या कार्तिक की जगह पंत को मौका मिलना? धोनी की कप्तानी में इस बात का ख़ास ख्याल रखा जाता था, जो मैच जिताएगा वही मैदान पर आएगा…आधा हिन्दुस्तान रो उठा क्योंकि गलती से ये मैच हार गए, खेल से भारत जीत रहा था, हार्दिक पांड्या को लोग धोनी कहने लगे थे, लेकिन कोई एक मैच जिताने से धोनी नहीं बनता है? आपको हर मैच में धैर्य के साथ खेलना होता है…बचकाना शॉट खेलकर हार जाना कितना सही ये आप भी जानते हैं? जनता हार की असली वजह जानती है? क्रिकेट पैसे का खेल है, यहां सबकुछ होता है…