कोहली ने मारा शतक तो झूम उठी दुनिया,मैच से पहले इन 3 लोगों से किया था वादा
जब रोहित-द्रविड़ कर रहे थे टीम इंडिया पर प्रयोग, कोहली ढूंढ रहे थे शतक का संयोग!
एशिया कप में हारे, ऑस्ट्रेलिया में दिखेगा जलवा,गांगुली की धमकी के बाद बदले विराट

अफगानिस्तान के खिलाफ 122 रनों की नाबाद पारी खेलकर कोहली ने बता दिया कि विराट का बल्ला बोलेगा तो इंडिया हर मैच जीतेगा. हालांकि अफसोस ये है कि विराट तब चले जब टीम इंडिया एशिया कप से बाहर हो गई. कहते हैं विराट ने अपने खराब दौर को लेकर कभी उतनी बात नहीं की लेकिन इस मैच से एक दिन पहले उन्होंने तीन लोगों से बातचीत की थी. उन तीनों में दो दिग्गज क्रिकेटर हैं और एक सबसे खास हैं. जिन्होंने कहा था कि इस बार जीरो पर बोल्ड होकर मत आ जाना, ये टीम से ज्यादा तुम्हारे खुद के करियर पर दाग की तरह है. इसिलिए विराट जब अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उतरे तो रणनीति बदली-बदली थी, रन बनाने से ज्यादा चिंता विकेट बचाने की थी.
साउथ अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलयर्स ने इस बात का खुलासा किया है कि मैच से एक दिन पहले ही उन्होंने विराट से बात की थी, तभी ये संकेत मिल गया था कि कुछ बड़ा होने वाला है, इसके अलावा विराट ने अपने कोच यानि राहुल द्रविड़ से भी बात की थी, चूंकि द्रविड़ महान खिलाड़ियों में से एक हैं, वो रूककर खेलने के लिए जाने जाते हैं, इसीलिए विराट ने उनसे सलाह ली, तभी इस बार मैच खत्म होते ही विराट ने धोनी का नाम नहीं लिया बल्कि कोच का जिक्र किया. इसके अलावा तीसरी शख्स जो सबसे खास हैं, वो हैं उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा, जिनका नाम लेते हुए विराट ने कहा कि

अनुष्का हर वक्त मेरे साथ खड़ी रही, छुट्टियों के वक्त मुझे लगा आराम की जरूरत है और उसके बाद मैंने खूब प्रैक्टिस की, मैंने रिंग चूमकर ये शतक अनुष्का और बेटी वामिका के नाम किया है.

कोहली की पारी देखकर देश और दुनिया का हर क्रिकेटर नतमस्तक है, क्योंकि तीन सालों से विराट ने शतक नहीं बनाया था, वो आउट ऑफ फॉर्म चल रहे थे, पहले कप्तानी छीनी और फिर रोहित से भी नाराजगी थी, यहां तक कि गांगुली तक से आईपीएल को लेकर बगावत कर दी थी, तब से विराट बुरे दौर से गुजर रहे थे, एशिया कप के दौरान ही गांगुली ने कहा था कि विराट कोहली का रन बनाना सिर्फ टीम इंडिया के लिए ही नहीं बल्कि उनके खुद के लिए भी जरूरी है. इसीलिए शायद विराट ने हर मैच में खुलकर खेलने की कोशिश की, क्योंकि मामला आर या पार का था.
टी-20 इंटरनेशनल में 122 रन बनाकर विराट ने रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है
हालांकि ऑस्ट्रेलिया के एरोन फिंच अभी आगे हैं, उन्होंने टी-20 में 172 रन बनाया
टी-20 इंटरनेशनल में विराट ने पहला और इंटरनेशनल मैच में 71वां शतक जड़ा है
इंटरनेशनल सेंचुरी में कोहली सिर्फ तेंदुलकर से पीछे हैं, उन्होंने 100 शतक जड़ा है

अगर कोहली ऐसे ही फॉर्म में रहे तो शायद सचिन तेंदुलकर का भी रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं या फिर उनकी बराबरी कर सकते हैं, क्योंकि उम्र के हिसाब से देखें तो कोहली अभी कम से कम दो-तीन साल और खेल सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो रोहित की कप्तानी छीन सकती है, चर्चा है कि रोहित को इसी साल अक्टूबर के महीने में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वर्ल्ड कप में आराम दिया जाए या फिर रोहित कप्तान तो होंगे लेकिन सलाह कोहली की मानेंगे, फिलहाल रोहित कोहली की बिल्कुल भी नहीं सुनते. जब भारत पाकिस्तान से मैच हार रहा था तो कोहली के अनुभव का फायदा रोहित ने नहीं उठाया, जबकि जब भारत श्रीलंका से हार की कगार पर खड़ा था तो रोहित अपने घमंड में चूर किसी खिलाड़ी की बात नहीं सुन रहे थे.
इसलिए ये चर्चा तेज हो गई है कि किंग के लौटने का मतलब छीनी हुई कप्तानी वापस मिलने से है. क्योंकि 8 महीने में 8 कप्तान बदलकर बीसीसीआई भी तंग आ चुकी है, यहां तक कि द्रविड़ और रोहित इस बार एशिया कप में मैच पर ध्यान देने की बजाय प्रयोग कर रहे थे, खुद रोहित ने कहा है कि वो इस बार देख रहे थे कि किस कॉम्बिनेशन में मैच कैसा हो सकता है, लेकिन कोहली इन प्रयोगों से दूर शतक का संयोग तलाश रहे थे, इसीलिए अगर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जीताना है तो द्रविड़ और रोहित के प्रयोग से दूर रहना होगा, कोहली और धोनी से अनुभवी खिलाड़ियों के अनुभव का फायदा उठाना होगा.