सवाल उठता है क्या रोहित से बदला चुकाने के लिए विराट जानबूझकर आउट हुए?
क्या विराट के पास पहुंच गया है मैसेज, विश्वकप की करो तैयारी आ रहे है माही !
इंडिया लौटते ही रोहित पर एक्शन की तैयारी,योगी तक ने बताया क्यों हारी इंडिया

विराट कोहली 9 नवंबर का वो दर्द कभी नहीं भूलेंगे, जब गांगुली के गुस्से और रोहित की रणनीति की वजह से उन्हें टीम से निकाल दिया गया. आज दुनिया कह रही है गोल्ड की तलाश में इंडिया ने अपना हीरा गंवा दिया, लेकिन सवाल उठता है क्या विराट कोहली जानबूझकर आउट हो सकते है? क्या भारत से आगे खिलाड़ियों का इगो आता है? क्या धोनी को हटाने के लिए सौरभ, विराट को हटाने के लिए रोहित, और रोहित को हटावाने के लिए विराट ज़िम्मेदार होंगे? ये कहानी बेहद दिलचस्प है, भारतीय टीम की बर्बादी की कहानी की शुरूआत होती है साल 1983 विश्वकप की जीत के साथ….

4 दशक पहले मुंबई के सुनील गावस्कर और दिल्ली के कपिलदेव के बीच ठीक-ठाक नहीं बनती थी, ये लड़ाई ऐसी थी कि कपिलदेव के गुट में मनोज प्रभाकर,रमन लांबा, संजीव शर्मा और गोपाल शर्मा जैसे खिलाड़ी थे जबकि गावस्कर के गुट में रवि शास्त्री, और चंद्रकांत पंडित जैसे दिग्गज थे, इस लड़ाई का नतीजा ये हुआ कि 1983 का वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत 2011 में वर्ल्ड कप जीत पाया. यही लड़ाई अब फिर से शुरू हो गई है….
रोहित शर्मा मुंबई से हैं और विराट कोहली दिल्ली से, इन दोनों में दो साल पहले तक ठीक-ठाक बनती थी, लेकिन 9 नवंबर 2021 को बीसीसीआई ने टीम का ऐलान किया, जिसमें विराट का नाम नहीं था. विराट ने गांगुली से बगावत की थी, लेकिन कहते हैं रोहित ने भी उन्हें अपनी टीम में शामिल करने की दिलचस्पी नहीं दिखाई, तीनों फॉर्मेट की कप्तानी मिलने के बाद रोहित हवा में उड़ने लगे और विराट जैसे खिलाड़ी से सलाह लेना भी बंद कर दिया…पाकिस्तान मैच के दौरान रोहित शर्मा लगातार गलत फैसले ले रहे थे, तब विराट कोहली ड्रेसिंग रूम में बैठे थे, श्रीलंका के ख़िलाफ़ ग़लत फैसले ले रहे थे तब विराट से एक बार भी राय नहीं ली? विराट कोहली जुनूनी है, क्रिकेट में पागल हो सकते है, लेकिन झल्लाते नहीं थे, रोहित शर्मा झल्लाने लगे, अर्शदीप फिल्डिंग लगाने की लिए कहता रहा, लेकिन रोहित अपने घमण्ड में चूर थे? विराट कोहली ने 48 घण्टे पहले ही बता दिया था तुम फिर हारोगे, धोनी का नाम लेकर सबको चौंका दिया था? तो क्या धोनी की वापसी होने वाली है? और विराट बतौर कप्तान टीम संभालेंगे ? इंडिया आने के बाद रोहित पर एक्शन पक्का होगा? उनके व्यवहार और उनके फैसले से टीम हारी है? करोड़ों की फीस लेकर खेलने वाले रोहित को भुवनेश्वर कुमार की चिंता है लेकिन देश की नहीं!
क्योंकि दुनिया जानती है कि धोनी के साथ कैसी सियासत हुई, उसके बाद विराट से कप्तानी छीनी गई, विराट और रवि शास्त्री की अच्छी बनती थी तो विराट के बगावत ने शास्त्री की भी कुर्सी छीन ली, अब टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ हैं, जो गांगुली से न तो अच्छे खिलाड़ियों की मांग कर पाते हैं और ना ही ये कहते हैं कि हमारे पास अच्छे बॉलर की कमी है, उल्टा द्रविड़ तो कई मैच में फ्लॉप चल रहे केएल राहुल से अपनी रिश्तेदारी निभा रहे हैं, द्रविड़ भी कर्नाटक से हैं और राहुल भी, इसिलिए कहा जा रहा है कि फ्लॉप होने के बाद भी राहुल को बाहर सिर्फ द्रविड़ की वजह से बाहर नहीं किया जा रहा. 14 साल पहले तक हिंदुस्तान में क्रिकेटर भगवान माने जाते थे लेकिन ललित मोदी ने आईपीएल लाकर इन्हें खरीदना औऱ बेचना शुरू कर दिया, नतीजा खिलाड़ी पैसा और पॉपुलैरिटी देखकर वनडे और टेस्ट भूल गए. अगर ये नहीं बदला तो आगे टीम इंडिया का क्या होगा पता नहीं. सिर्फ गांगुली ही नहीं बल्कि कई सीनियर खिलाड़ियों ने अब तक बदले के चक्कर में टीम इंडिया का बेड़ा गर्क कर दिया है, वरना कपिलदेव के बाद इतने साल का वक्त इंडिया को वर्ल्ड कप जीतने में नहीं लगता.
बीसीसीआई में शुरू से ही सियासत हुई है, धोनी, युवराज, रैना और शिखर धवन तक को फॉर्म में रहते हुए बाहर कर दिया गया, नतीजा टीम बिखर गई, इसलिए धोनी बदला लेने के इरादे से न सही लेकिन टीम को संभालने के लिए दोबारा आ सकते हैं. अब तक रोहित की कप्तानी में भारत कोई टी-20 सीरीज नहीं हारा, लेकिन इसमें उनकी कप्तानी से ज्यादा कई खिलाड़ियों का कमाल रहा है, खुद रोहित भी शानदार खेलते हैं, लेकिन एशिया कप में ऐसे फ्लॉप हुए कि भारत पाकिस्तान और श्रीलंका से भी हार गया. यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ तक को कहना पड़ा कि रैना में अभी क्रिकेट बाकी है, उन्होंने ट्वीट कर बकायदा लिखा कि


प्रिय सुरेश रैना!, भले ही आज आपने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है, लेकिन मुझे लगता है कि अभी भी आप में बहुत ‘क्रिकेट’ बाकी है!, अपने अद्भुत खेल कौशल से आपने भारतीय क्रिकेट को नव क्षितिज पर पहुंचाया है, उत्तर प्रदेश को आप पर गर्व है.
कभी फिटनेस के आधार पर बीसीसीआई ने रैना को रूलाकर बाहर किया था लेकिन आज रोहित और पंत की फिटनेस पर लगता है कोई ध्यान नहीं देता. नतीजा मैच जीतकर भी हम हार जाते हैं, 35 की उम्र में रोहित मोहम्मद शमी और दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों से भी अनफिट हैं, कोहली की तो बात ही छोड़ दीजिए. फिर रोहित को आगे भी कप्तान रखकर भारत अपनी गलती दोहराएगा या फिर उनकी कप्तानी का द एंड होने वाले हैं, वैसे भी बीसीसीआई को 8 महीने में 8 कप्तान बदलने पड़े इसलिए उम्मीद है इस बार परमानेंट कप्तान ढूंढा जाए.