जब तक मोदी-योगी-शाह बनाते हैं प्लान, तब-तक हिमंता असम में ला देते है तबाही!
मुस्लिम देश कहते हैं ठहरो-ठहरो, हिमंता कहते हैं मदरसों को तोड़ो,आतंकी को पकड़ो!
आतंकी योगी-मोदी पर कर रहे थे रिसर्च,इधर असम में आया दोनों का एडवांस वर्जन!

पाकिस्तान में योगी-मोदी से भी ज्यादा एक नाम की चर्चा है, दुनिया भर के 57 मुस्लिम देशों में इस नाम की गूंज है…जब योगी कर्नाटक में BJP की जीत की नींव रख रहे थे, उसी वक्त असम में हिमंता विस्व सरमा के एक्शन से पूरे असम में हाहाकार मचा हुआ था…ये CM ऐसा है, जो सोचता कम है काम ज्यादा करता है, मूड बना लिया कि फाइनल है तो फिर कोई भी रोके एक्शन नहीं रूकता है, असम के मदरसों पर बुलडोजर ऐसे चल रहा है, जैसे मोदी ने साल 2019 में पाकिस्तान के आतंकी बंकरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की…हिमंता इतने नाराज़ क्यों है? मदरसों में ऐसा क्या छिपा है? हिमंता क्यों कह रहे है ये देश के लिए ख़तरा है? आख़िर असम के मदरसों में ऐसा क्या है कि मोदी ने हिमंता को खुली छूट दे दी है? बंगाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान में क्यों खलबली मची है? तीन मिनट में समझाते है…
हिमंता के आदेश के बाद एक महीने में तीन-तीन मदरसे टूट गए, असम में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी, एनकाउंटर, मदरसों पर बुलडोजर जारी है, ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले कुछ महीने में कई आतंकी पकड़े गए, कई मोडयूल का ख़ुलासा हुआ, ऐसे दर्जनों को गिरफ्तार किया गया जो असम के हैं लेकिन कनेक्शन आतंकी संगठन से है, इसलिए असम CM हिमंता विस्वा सरमा ने एक सूरमा प्लान बनाया…असम में दो इमामों की गिरफ्तारी हुई, इमामों की गिरफ्तारी के बाद ऐसा आदेश आया जो इंडिया में शायद ही कोई लागू कर पाए
कोई भी बाहरी राज्य से मुस्लिम स्कॉलर या इमाम आएगा तो उसकी रिपोर्ट सरकार को देनी होगी
CM सरमा ने SOP जारी कर खुला मैसेज भिजवाया है,जो आतंक का साथ देगा हम उसे छोड़ेंगे नहीं
कोई संदिग्ध मुस्लिम को रिश्तेदार बनाकार बुलाता है तो घर भी टूटेगा,जिदंगी जेल में सड़ जाएगी
अब तक असम में 37 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, यानि असम आतंकी हब बनने वाला था

योगी ATS के सहारे पूरा यूपी कंट्रोल कर रहे है, जबकि हिमंता कंट्रोल रूम में बैठकर पूरा असम कंट्रोल कर रहे है, असम में एक्शन होता है तो दुनिया के कई देशों को दर्द होता है, लेकिन हिमंता विस्वा सरमा ने साफ कर दिया है, दिल में दर्द हो या कहीं, हम रूकने वाले नहीं है…क्योंकि 20 अगस्त को 2 इमाम पकड़े गए उनके तार आतंकी संगठन के साथ जुड़े है, अलकायदा के साथ बांग्लादेशी आतंकी संगठन के साथ असम में भारी घुसपैठ की प्लानिंग थी, मदरसों में तालीम दी जाने वाली थी, भारत को हिलाने की तैयारी थी…दरअसल अल-कायदा नाम के आतंकी संगठन के निशाने पर असम है, जो दावा करता है कि गो टू असम, और इंडिया को वही से कंट्रोल करो…हिमंता का एक्शन राष्ट्र की रक्षा के लिए ज़रूरी है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में अल-कायदा के 30 आतंकी गिरफ्तार हो चुके है, अब एक्शन में देरी हुई तो बात बहुत बड़ी हो जाएगी…

हिमंता देश के पहले सीएम हैं जो कहते हैं मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए
असम में 35 प्रतिशत मुस्लिम आबादी, CM हिमंता बार बार अल्पसंख्य कटैगरी से निकालने की बात करते हैं
दरअसल असल के सीएम हिमंता विस्वा सरमा खुलकर कहते है कि अगर अभी असम में एक्शन नहीं लिया गया तो एक दिन कश्मीर की तरह यहां भी हाल होगा, लोग आज मुझसे पूछते है कि क्या जो कश्मीर में हुआ असम में भी होगा? तो मैं उनसे कहता हूं, ऐसा नहीं होगा…असम में देश का नया मॉडल बनेगा…इसलिए एक्शन भी होगा, सख्ती भी होगी, राष्ट्र की सुरक्षा भी होगी…काम करने का स्टाइल बता रहा है कि सरकार के बाद किसी बड़े आतंकी सगंठन की पूरी रिपोर्ट है, असम के पत्रकार लिखते है कि असम में हिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है, बीजेपी सरकार एक्शन लेती है तो इसका कुछ मुस्लिम देशों में रिएक्शन भी हो रहा है, यहां मदरसों पर बुलडोजर चलता है तो वहां रिएक्शन प्लान बनता है, इसलिए सीएम की सख्ती साफ है कि राज्य के साथ राष्ट्र के हित में है…असम में बांग्लादेश के रास्ते अल-कायदा का पूरा गैंग सक्रिय है, असम में एक बार आ गए, रहने की शरण अगर मदरसों में मिल गई तो फिर वो भारत के किसी हिस्से में जा सकते है, कुछ भी कर सकते है, इसलिए मोदी-शाह ने मदरसों को तोड़ने, मौलाना या इमामों को गिरफ्तार करने की खुली छूट दे दी है…अगर नहीं देंगे तो देश भर में कुछ और माहौल होगा, इसलिए आज ये बात लिख लीजिए, हिमंता की स्पीड योगी से भी तेज़ हो गई है,और वो असम में तूफान लाने वाले है…उस तूफान की आहट से ही मुस्लिम देशों में घबराट है…