संजू सैमसन अगर ये वाली ग़लती ना करते तो रातों-रातों जाते ऑस्ट्रेलिया
सोशल मीडिया पर संजू सैमसन के फैंस उनकी पारी से खुश हैं लेकिन एक गलती से थोड़े नाराज भी हैं, वो लगातार ये पूछ रहे हैं कि संजू बाबा अगर थोड़ा तेज खेल लेते, जिसकी गवाही पिच नहीं दे रहा था तो कितना अच्छा हो जाता, खुद संजू कह रहे हैं कि एक दो शॉट और होते तो मजा आ जाता. लेकिन फैंस तो संजू को जीत का हीरो देखना चाहते थे. लेकिन लोग चाहे कुछ भी कहें क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज संजू की इस पारी से खुश हैं, उन्हें समझ आ गया कि लखनऊ की पिच पर बल्लेबाजी का मतलब क्या होता है, तभी तो पहले सहवाग ने ट्वीट किया और फिर फोन करके भी बधाई दी. हमारे पास से जो जानकारी है उसके मुताबिक आधी रात को वीरेन्द्र सहवाग ने संजू सैमसन को फोन कर कहा

क्या शानदार खेल दिखाया संजू, इंडिया की हार में तुम्हारी कोई गलती नहीं बल्कि किस्मत की है, किस्मत खराब थी वरना तुम्हारी पारी तो इतनी शानदार थी कि 300 का स्कोर भी कुछ भी नहीं था. तुम शानदार खेले.
समर्थकों ने जताया प्यार, पूछा सवाल संजू बाबा ये काम क्यों नहीं किया?
संजू को ऐसी शाबाशी लगभग हर मैच के बाद मिलती है, क्योंकि ग्रुप ए से लेकर वनडे तक में उनका बल्ला शानदार चल रहा है, कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि संजू में धोनी की झलक दिखती है, जब संजू विकेट के पीछे खड़े होते हैं तो पंत की तरह कोई गलती नहीं करते बल्कि धोनी की तरह मौके की तलाश में रहते हैं. ये बात संजू सैमसन भी जानते हैं कि धोनी जैसा महान खिलाड़ी सदियों में एक होता है, फैंस तो अपने चहेते की तुलना हमेशा बेस्ट खिलाड़ी से करते हैं, लेकिन संजू कहते हैं कि

महेन्द्र सिंह धोनी के लिए मेरे दिल में बहुत सम्मान है, मैं उनकी जगह लेने के बारे में सोच भी नहीं सकता, उनके जाने के बाद से टीम में जो जगह खाली है उसे कोई नहीं भर पाया है, धोनी की किसी और तुलना करना वास्तव में असंभव जैसा है, मैं तो बस खेल के दम पर टीम इंडिया में जगह बनाने की कोशिश कर रहा हूं.

संजू का जवाब ही ये बताने के लिए काफी है कि वो धोनी की तरह शांत भी हैं, संजू धोनी नहीं हो सकते लेकिन धोनी की तरह उन महान खिलाड़ियों की लिस्ट में जरूर शामिल हो सकते हैं जिन्हें देश ही नहीं बल्कि दुनिया महान कहती है. संजू सैमसन की एक आदत बड़ी शानदार है कि वो सीनियर खिलाड़ियों से सीखते हैं, जब राहुल द्रविड़ राजस्थान के कप्तान हुआ करते थे तो संजू उनकी कही हर बात को डायरी में नोट करके रखते थे, यही आदत उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाएगी.
संजू सैमसन ने 8 वनडे खेले जिसमें 262 रन बनाए, उनमें 20 चौके और 14 छक्के शामिल हैं
संजू ने 16 टी-20 भी खेले हैं, जिनमें 296 रन बनाए, उनमें 23 चौके और 13 छक्के शामिल हैं
IPL में 138 मैच खेले और 3526 रन बनाए, 279 चौके और 158 छक्के लगाए, कप्तानी भी की
आधी रात को एक महान खिलाड़ी ने फोन कर संजू से कह दी 1 बड़ी बात
मतलब संजू के बल्ले से हर मैच में चौकों-छक्कों की बरसात होती है, अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में भी, जहां शिखर धवन, ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन जैसे बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गए तो संजू सैमसन ने 9 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 86 रन बनाए. कहते हैं संजू हर तरह की पिच पर चौके-छक्के आसानी से इसलिए लगा लेते हैं क्योंकि उन्होंने केरल जैसी मुश्किल पिच पर जमकर बल्लेबाजी की, जैसे ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में खेलना आसान नहीं होता, वैसे ही केरल में अच्छे-अच्छे बल्लेबाज फेल हो जाते हैं, इसीलिए ये कहा जाता है कि संजू सैमसन आने वाले दिनों में टीम इंडिया में अच्छी जगह बना सकते हैं, अगर दिनेश कार्तिक की वापसी नहीं होती तो आज आप टीम में संजू सैमसन को देख सकते थे, हालांकि रोहित-द्रविड़ का जिस दिन पंत प्रेम खत्म हुआ तब भी संजू का किस्मत खुल सकता है. लोगों की मांग तो यही है कि पंत को हटाओ, संजू को लाओ लेकिन लोगों के कहने बीसीसीआई नहीं चलती, बल्कि सेलेक्टर ही आखिरी फैसला लेते हैं.