सारे क्रिकेट प्रेमी ये सवाल पूछ रहे हैं कि केएल राहुल को बाहर क्यों नहीं किया जा रहा है, ऐसे में हमने भी पड़ताल करने की कोशिश कि, जिसमें पता चला कि राहुल की कोई रिश्तेदारी बीसीसीआई में है नहीं, और ना ही उनकी सेलेक्टर्स से कोई खास दोस्ती है, जो लोग ये कह रहे हैं कि राहुल ब्राह्मण हैं, इस वजह से जगह मिल रही है, तो वो भी गलत हैं, दरअसल हमारी पड़ताल में ये पता चला कि राहुल ने दो साल पहले पंत की तरह ही एक ऐसा काम किया था, जिसका इनाम उन्हें अभी तक मिल रहा है. लेकिन हम वो किस्सा आपको बताएं उससे पहले ये तस्वीर देखिए,

केएल राहुल के सबसे बड़े आलोचक वेंकटेश प्रसाद पीएम मोदी से मिल रहे हैं, जिसका लोगों ने ये मतलब निकाल लिया कि राहुल की शिकायत पीएम मोदी तक पहुंच चुकी है और इत्तेफाक देखिए कि उनकी ये तस्वीर इधर वायरल हुई और उधर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टेस्ट के लिए जो टीम घोषित हुई, उसमें राहुल का नाम तो था, लेकिन उनके आगे उपकप्तान नहीं लिखा था. पर जब पहली बार राहुल उपकप्तान बने तो उन्होंने कुछ ऐसा कारनामा किया कि उसका इनाम उन्हें अब तक मिल रहा है.

ये तस्वीर 26 दिसंबर 2021 की है, जब दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन में राहुल ने अपने करियर का 7वां टेस्ट शतक जड़ा, मजेदार बात ये थी कि तब उन्हें उपकप्तानी नई-नई मिली थी, उसके बाद 2022 में टेस्ट, वनडे और टी20 मिलाकर राहुल ने 30 मैच खेले, और सिर्फ 822 रन बनाए, उस साल उनके नाम 9 अर्धशतक रहे, लेकिन शतक एक भी नहीं जड़ा, जबकि 2017 के बाद से हर साल शतकीय पारी उनके नाम जरूर होती थी, और यही शतक उन्हें इस फ्लॉप दौर में टीम से बाहर होने से बचा रहा है, ये तो पहली वजह हुई.

अब दूसरी वजह सुनिए, इंग्लैंड की जिस पिच पर बड़े-बड़े खिलाड़ी ढेर हो जाते हैं, वहां राहुल ने वो कारनामा किया है, जो रोहित, विराट जैसे बडे-बड़े खिलाड़ी भी नहीं कर पाए, टीम इंडिया की ओर से इंग्लैंड के खिलाफ सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर बनाने का रिकॉर्ड राहुल के नाम ही है, इसीलिए वर्ल्ड कप में लाख खराब परफॉर्मेंस के बाद भी उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया, आपको याद होगा जब ऋषभ पंत बल्ले से परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे और लगातार सवाल पूछे जा रहे थे कि उन्हें ड्रॉप क्यों नहीं किया जा रहा तो एक दिग्गज ने कहा था कि पंत ने इंग्लैंड में शतक बनाया है इसलिए ड्रॉप नहीं करेंगे और इत्तेफाक देखिए कि इस बार राहुल के लिए ये बयान कोच राहुल द्रविड़ ने दिया है. उन्होंने कहा
केएल राहुल हमारे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में शतक जड़े हैं, हम उनका समर्थन जारी रखेंगे.
इसके अलावा तीसरी वजह ये है कि विदेशी टीम के सामने उनका बल्ला तेज चलता है, इसीलिए जब भी कोई टीम इंडिया में आती है तो राहुल को ड्रॉप करने से पहले सेलेक्टर्स सौ बार सोचते हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट से उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया.जबकि अश्विन तक ने मजाकिया लहजे में ये कह दिया कि SCEROLL INकेएल राहुल टीम में होते हैं तो हमें लगता है कि अपना 200 प्रतिशत देना है, बैटिंग और बॉलिंग दोनों करनी है, क्योंकि हम ये मानकर चलते हैं कि टीम में 9 विकेट ही है, एक तो आउट होकर चला ही आएगा.
मैच के ठीक बाद रोहित ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि

केएल राहुल जैसे खिलाड़ी को मैदान पर अपना खेल खेलने की जरूरत है, जब आप इस तरह की पिच पर खेलते हैं तो रन बनाने का अपना तरीका खोजना होगा.
रोहित के इस बयान के बाद से कयास लग रहे हैं कि रोहित ने पहले बीसीसीआई से इसकी शिकायत की होगी, लेकिन जब राहुल ड्रॉप नहीं हुए तो फिर मीडिया में आकर कहा इन्हें अब खेल सुधारना होगा. हालांकि हैरानी की बात ये है कि भारत इधर राहुल पर रो रहा है तो ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस उधर ये कह रहे हैं कि रिवर स्वीप और स्वीप शॉट कब खेलना है कब नहीं ये हम तय करेंगे क्योंकि हमारी हार ऐसे ही शॉट के कारण हुई है. हर बैट्समैन ने सिर्फ यही किया और हम मुश्किल में पड़ गए. पर असल कहानी ये है कि ऑस्ट्रेलिया ओवर कॉन्फिडेंस का शिकार हुई
ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल भारत टीवी