भारत से बांग्लादेश हारा तो बेईमानी का आरोप लगाने लगा, बांग्लादेश का फिर भी समझ में आता है लेकिन पाकिस्तान ने भी उसकी ताल में ताल मिला दी. दोनों दुश्मन देश एक साथ आ गए, बांग्लादेशी ये भूल गए कि पाकिस्तान ने उनके साथ क्या किया था और भारत ने कैसे उसको बचाया था, खैर नेकी कर दरिया में डाल…भारत बड़ा है उसके खिलाड़ियों का दिल भी बड़ा है. इसीलिए किसी भी भारतीय खिलाड़ी का कोई जवाब नहीं आया है, लेकिन हम कैसे अपने खिलाड़ियों पर बेईमानी के आरोपों को बर्दाश्त करें. क्रिकेट एक खेल है, और जो अच्छा खेलता है वो जीतता है. मैदान पर हुई चीजों को मैदान पर ही छोड़ देना चाहिए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. पहले बांग्लादेश के कप्तान साकिब अंपायर से भिड़ गए थे और कह रहे थे कि इतनी जल्दी मैच क्यों शुरू करवा दिया. फिर एक बॉलर ने नया आरोप किंग कोहली पर लगा दिया. इस पर पाकिस्तानी भी कूद पड़े, वो ऐसा क्यों कर रहे थे ये आपको बताएंगे लेकिन पहले ताजा विवाद समझ लीजिए.

बांग्लादेश के गेंदबाज नूरुल हसन ने कहा कि, सभी ने देखा था कि इस वक्त मैदान गीला था. इसका भी मैच पर काफी असर हुआ. जब इस पर बात कर रहे हैं, तो बता दूं कि वहां एक फेक थ्रो भी हुआ था. इस पर पेनल्टी के तौर पर 5 रन मिल सकते थे. यह हमारे पक्ष में हो सकता था, मगर बदकिस्मती से ऐसा भी नहीं हुआ

दरअसल नूरुल हसन जिसे फेक फील्डिंग कह रहे थे वो वाक्या बांग्लादेश की पारी के सातवें ओवर में हुआ था. उस वक्त बांग्लादेश के लिटन दास और नजमुल हुसैन शंटो बल्लेबाजी कर रहे थे. बांग्लादेशी बल्लेबाज ने जब शॉट मारा तो भारत के अर्शदीप सिंह ने डीप से गेंद फेंकी और नुरुल का कहना है कि प्वाइंट पर खड़े विराट कोहली ने उसे पकड़कर रिले थ्रो से दूसरे छोर पर फेंकने का एक्शन किया. इसी को आधार बनाकर वह विराट कोहली पर फेक फील्डिंग का आरोप लगा रहे हैं.
इस पर कई पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों और मीडिया ने भी सवाल उठाया है जिसका जवाब भारतीय कमेंटेटर हर्षा भोगले ने दिया है. उन्होंने कहा कि, GFX IN- फेक फील्डिंग वाले विवाद की बात करें तो सच ये है कि ये किसी ने नहीं देखा. ना अंपायर्स ने, ना बल्लेबाजों ने और ना ही हमने. ऐसे में पांच रनों की पैनल्टी का नियम जरूर है लेकिन इसमें भी अंपायर्स पर चीज़ें निर्भर करती हैं. पर जब किसी ने नहीं देखा तो आप क्या करेंगे. मुझे नहीं लगता कि कोई भी इस तरह की शिकायत करेगा कि ग्राउंड काफी गीला था.
इसी मसले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भी अपनी बात कही और ट्विटर पर लिखा कि

क्या फेक फील्डिंग सच में हुई थी? यह सही नहीं है. ये अंपायर्स पर निर्भर करता है कि वह किसे फेक फील्डिंग मान रहे हैं और उसके बाद पांच रनों की पेनाल्टी, बॉल का ना गिनना वाली चीज़ें सामने आती हैं. GFX OUT
इसके अलावा बांग्लादेशी कप्तान साकिब उल हसन ने भी मैच हारने के बाद शिकायत भरे लहजे में कहा कि जब हम भारत के खिलाफ खेलते हैं, कहानी यही रहती है. हम लगभग जीत के करीब होते हैं लेकिन हम मैच खत्म नहीं कर पाते.
इस पूरी बहस में जो एक बात सामने आई है कि बांग्लादेश के खिलाड़ी चाहते थे कि बारिश के बाद मैच ना हो और पाकिस्तानी उनके समर्थन में उतर आये. लेकिन मैच तो खेलकर ही जीता जाएगा. अक्सर बारिश के बाद बल्लेबाजी टीम को डकवर्थ लूइस नियम से फायदा होता है. बांग्लादेश को भी हुआ था उनके ओवर और रन दोनों कम हुए थे और सब बल्लेबाज नॉट आउट थे. जल्दी मैच शुरू करने की शिकायत और फेक फील्डिंग के आरोप पर आप क्या सोचते हैं कमेंट करके बताइए