बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बर्बाद करने की सुपारी किसने ली है. एक अरबपति खान के घर रात के अंधेरे में हुई मीटिंग का सच क्या है. सुपरस्टार से लेकर कई नेता भी इसमें शामिल हैं. महाराष्ट्र में पूरी पटकथा लिखी गई है और वहीं से बाबा के खिलाफ चाल भी चली गई है. बाबा को चुनौती दी गई कि अपनी शक्ति को साबित करें. कहा गया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री डरकर भाग गए. मीडिया में पूरा एक कैंपेन चला, जैसे किसी ने सुपारी दे दी हो. लगातार चैनलों पर प्रोग्राम चलने लगे. तब बाबा फिर से सामने आये.

चुनौती को स्वीकार किया, बाबा ने छत्तीसगढ़ के रायपुर से मुंबई को हिला दिया. बॉलीवुड को दहला दिया. और पूरे मीडिया के सामने चमत्कार दिखा दिया. लेकिन पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ अगर ये साजिश है तो छोटी नहीं है, इसके पीछे बहुत बड़े लोग हैं, कई गैंग हैं. इसके पीछे की पूरी क्रोनोलॉजी समझिए.
जैसे ही पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने पठान फिल्म का विरोध किया तो उनके खिलाफ अंधविश्वास…अंधविश्वास चिल्लाते हुए कुछ लोग आ गये. उन्होंने मीडिया पर मजमा लगाया. और शुरू हो गया कैंपेन, बाबा को ढोंगी बताया जाने लगा.

पंडित धीरेंद्र शास्त्री की चुनौती दी गई थी कि वो अपनी शक्तियों को साबित करें. पंडित जी ने चुनौती स्वीकार की, और कहा कि, जिसको जो देखना है वो दरबार में आकर सारा सच देख ले. लेकिन ढोंगी कहने वाली अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति से कोई भी बाबा के दरबार में नहीं आया.
फिर भी छत्तीसगढ़ के रायपुर में महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने चमत्कार दिखाया वो भी पूरे मीडिया के सामने. मीडिया वालों की भी कुंडली बताई. ये सब दरबार में होता है. दर्जनों पत्रकारों की भीड़ से वो रायपुर की महिला पत्रकार को चुनते हैं..कहते हैं, जाओ, भीड़ में किसी भी एक को चुन कर ले आओ, वो भूत भविष्य बता देंगे… रायपुर की महिला पत्रकार एक को चुनती है. अब वो मंच पर थी, अपनी व्यथा सुना रही थी. आशिर्वाद पाकर नीचे उतरने के बाद ये महिला पुलिस की एएसआई निकलती है.

और पूरी आस्था बताती हुई नतमस्तक हो जाती है. इसके बाद वो एक नेशनल चैनल के पत्रकार को चुनते हैं. और उनके चमत्कार देख वो युवा पत्रकार भी नतमस्तक हो जाता है.
अब धीरेंद्र शास्त्री प्रचंड हैं, प्रखर हैं. वो गरजते हैं, ललकारते हैं. कि सनातम संत की तपस्वी शक्ति को अब कोई ना ललकारे. अब वो कोई परीक्षा ना देंगे, अब वो कोई प्रमाण ना देंगे. अब प्रमाण मांगने वालों का, पाखंड करने वालों का बहिष्कार होगा. धीरेंद्र शास्त्री ने चुनौती उन ईसाई मिशनरी और मुस्लिम धर्मगुरुओं को दी है. जो चमत्कार करने का दावा करते है. ये चुनौती है कि जिस तरह उन्होंने कैमरे पर ये साबित किया, वो भी करके दिखाएं.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री धर्मांतरण के खिलाफ भी मुहिम चलाते हैं और देश में बढ़ रही मिश्नरियों की पैठ पर मुखर रहते हैं. वो लगातार घर वापसी का अभियान भी चला रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि इसके पीछे मिश्नरियों की साजिश है, और वो लोग हैं जो धर्मांतरण का धंधा चला रहे हैं. इसीलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. वर्ना सोचिए कि महाराज धीरेंद्र शास्त्री तो बरसों से दरबार लगा रहे हैं, तब से तो किसी ने कुछ नहीं कहा लेकिन पठान का विरोध होते ही पूरे बॉलीवुड माफिया ने ऐसी चाल चली कि पंडित जी को बदनाम करने के लिए पूरा एक मिशन लॉन्च हो गया. उन्हें बर्बाद करने की पटकथा लिख दी गई. इसमें कौन कितना सच्चा है और क्रोनोलॉजी क्या कहती है इसका फैसला हम आप पर छोड़ते हैं. आप ही तय कीजिए महाराज धीरेंद्र शास्त्री जो कर रहे हैं वो अंधविश्वास है तपस्या का फल.