CBI के पास है केजरीवाल का काला चिट्ठा. सिसोदिया ने खोली पोल या मिले हैं बड़े सबूत
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 16 अप्रैल को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है, ख़बर है कि रविवार की सुबह 11 बजे केजरीवाल सीबीआई के सवालों का सामना कर रहे होंगे, एक तरफ सत्येन्द्र जैन और सिसोदिया जेल में हैं तो दूसरी तरफ केजरीवाल पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सीबीआई केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है, जब हमने पड़ताल की तो 5 ऐसे सबूत मिले जिनसे पता चला कि सिसोदिया की तरह केजरीवाल भी तिहाड़ में बंद किए जा सकते हैं, पहले वो सबूत देखिए फिर बताते हैं मोदी की डिग्री मांगकर बचने की कोशिश कर रहे केजरीवाल को ये वाला दांव उल्टा कैसे पड़ गया.
5 बड़े सबूत कर रहे इशारा, केजरीवाल(सरजी) को होने वाली है जेल,

सबूत नंबर एक- सिसोदिया के पीए ने कहा मैंने जो कुछ किया केजरीवाल के कहने पर किया, जांच एजेंसी को कई डिजिटल सबूत मिले हैं.
सबूत नंबर दो- केजरीवाल के पास भले ही कोई मंत्रालय नहीं है लेकिन कैबिनेट का फैसला बिना सीएम के साइन के बिना नहीं होता है.
सबूत नंबर तीन- पीएम मोदी ने अपने भाषण में इशारा किया कि जांच एजेंसी दबाव में नहीं आएंगी और पीछे नहीं हटेंगी. उसके बाद केजरीवाल और आक्रमक हुए, पर कोई फायदा नहीं मिला.
सबूत नंबर चार- बाहर होने के बावजूद केजरीवाल को ईमानदार कहने वाले कुमार विश्वास ने भी कहा कि- सब सही हो रहा है. मतलब अंदर कुछ गड़बड़ है ये वो भी जानते हैं.
सबूत नंबर पांच- आरोपी विजय नायर ने केजरीवाल की बात गिरफ़्तार आरोपी समीर महेंद्रू से करवायी थी जिसमें केजरीवाल ने समीर को कहा था कि He is my Boy. इसके अलावा पॉलिसी ड्राफ़्ट की कॉपी मनीष सिसोदिया ने अपने तत्कालीन PA सी अरविंद को केजरीवाल के घर पर दी थी.
दिल्ली विधानसभा में तो केजरीवाल ने ये तक कह दिया कि अडाणी के पैसे अडाणी के नहीं है, पीएम मोदी को पैसे की भूख है, लेकिन यहां आपको ये समझना जरूरी है कि केजरीवाल और मोदी दोनों में से किसके पास कितनी संपत्ति है, कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्रियों के संपत्ति की लिस्ट आई है जिसमें केजरीवाल के पास 3 करोड़ 44 लाख की संपत्ति है, जबकि पीएम मोदी के पास 2 करोड़ 23 लाख की संपत्ति है, यानि केजरीवाल के इस दावे में बिल्कुल भी दम नहीं दिखता है. केजरीवाल की राजनीति को जो लोग समझते हैं वो ये कहते हैं कि केजरीवाल ने ये बातें इसीलिए विधानसभा में कही, ताकि उनके ऊपर कोई मुकदमा न हो, वरना बाहर अगर ये बातें कही होती तो शायद राहुल गांधी की तरह मानहानि केस में पेश हो रहे होतें. अब तक केजरीवाल ने जितनी बार भी पीएम मोदी को अनपढ़ बताया, उन् पर सवाल उठाए उससे कई लोगों को ये लग रहा था कि केजरीवाल खुद को प्रधानमंत्री की रेस में आगे मान रहे हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं. लेकिन उस घबराहट की असली सच्चाई अब सामने आई है, सीबीआई की नोटिस के बाद ऐसा लग रहा है कि केजरीवाल पहले से ही डरे हुए थे कि उनकी पोल पट्टी न खुल जाए, इसीलिए मोदी पर आक्रमक थे, ताकि जब सीबीआई उन तक पहुंचे तो ये प्रचार कर सकें कि मोदी के खिलाफ बोलने से ऐसा हुआ है, लेकिन यहां एक बात ये भी समझने लायक है कि केजरीवाल भले ही खुद को कट्टर ईमानदार बता लें, अपने मंत्रियों का पक्ष लें लेकिन सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया को जमानत न मिलना ये बताता है कि कुछ तो गड़बड़ है, अब सवाल ये उठता है कि क्या 16 तारीख को केजरीवाल गिरफ्तार होने वाले हैं, या तो एक दो बार की पूछताछ के बाद सीबीआई कोई स्टेप उठाएगी.पूरी रिपोर्ट सुनने के बाद आपको क्या लगता है कि केजरीवाल घोटाले में शामिल हैं या फिर सीबीआई इनसे पूछताछ कर सिर्फ कुछ सबूत इकट्ठा करना चाहती है, जो शराब घोटाले की तह तक पहुंचने में सीबीआई की मदद करेंगी, कमेंट में बता सकते हैं. अब केजरीवाल के बयान ये तय करेंगे कि सिसोदिया का क्या होगा और तेलंगाना सीएम केसीआर की बेटी के कविता पर कार्रवाई कितनी कड़ी होगी.
ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल भारत टीवी