दिल्ली में बीते 24 घंटे में बनी प्लानिंग खालिस्तान का जिन्न पूरी तरह ऐसे होगा खत्म!
अतीक अहमद को जैसे गुजरात से उत्तर प्रदेश लाया गया, ठीक वैसे ही ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन से सारे खालिस्तानी समर्थकों को लाए जाने की प्लानिंग चल रही है, दिल्ली में इस बात पर मंथन हो रहा है कि कैसे खालिस्तान का जिन्न पूरी तरह से खत्म किया जाए, बीते 24 घंटे में इसे लेकर दो ऐसे फैसले हुए हैं, जिसने खालिस्तानियों की हवा खराब कर दी, जो लोग ये सोच रहे थे कि कनाडा, ऑस्ट्रेलिया औऱ ब्रिटेन में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रचेंगे और कुछ नहीं होगा, उन पर अब कड़ा शिकंजा कसने वाला है.

- भारतीय विदेश मंत्रालय ने पंजाब से ये रिपोर्ट मांगी है कि कौन-कौन खालिस्तानी समर्थक विदेशों में है
- लंदन में जिसने तिरंगे का अपमान किया, उसकी पूरी कुंडली खंगाली जा रही है, नाम-पत्ता मांगा गया है
- जैसे ही ये पूरी डिटेल मिलेगी,उसका पासपोर्ट रद्द किया जाएगा, उसके बाद इंडिया लाने की कोशिश होगी
- जैसे ही पासपोर्ट रद्द होगा, वो ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन या कनाडा कहीं भी नहीं रह पाएगा, उसे पुलिस पकड़ेगी
अमृतपाल का नया रूप जिसमें वो महरून रंग की पगड़ी पहने, काला चश्मा लगाए और हाथों में ड्रिंक कैन लिए दिख रहा है

कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में ब्रिटेन दूतावास के बाहर से सुरक्षा हटाकर मोदी सरकार ने ये साफ कर दिया था कि जैसे को तैसा जवाब मिलेगा, खुद जयशंकर भी कह चुके हैं कि ऐसी नीति नहीं चलेगी कि आप सिर्फ अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें, तो ब्रिटेन पर भी ये दबाव होगा कि वो भारत विरोधियों को पकड़-पकड़कर भारत के हवाले करे, हालांकि ब्रिटेन से भारत की प्रत्यर्पण संधि उतनी आसान नहीं है, इसलिए मुश्किलें आएंगी, जिसका हल निकालने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उसी बीच ख़बर ये भी मिली है कि अमृतपाल नेपाल भाग चुका है, उसकी मदद करने वालों को तो पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन पुलिस को चकमा देकर वो कैसे भागा, इसकी कहानी कोई अब तक नहीं समझ पाया है, उसकी नई तस्वीर सामने आई है, जिसमें वो महरून रंग की पगड़ी पहने, काला चश्मा लगाए और हाथों में ड्रिंक कैन लिए दिख रहा है, जैसे ये फोटो मीडिया में आई भारत सरकार ने नेपाल को एक चिट्ठी लिखी जिसमें कहा गया.

अमृतपाल नेपाल में छिपा है खबर लगते ही भारत सरकार ने नेपाल को चिट्ठी लिखी जिसमें कहा गया.
30 साल का अमृतपाल जिसके पास कई पासपोर्ट हैं, वो नेपाल के रास्ते किसी और देश में भागने की कोशिश कर सकता है, इंडिया में उसके खिलाफ लुकआट नोटिस जारी है, अगर वो नेपाल से भागने की कोशिश करे तो उसे वहीं गिरफ्तार कर लें, और इंडिया को सूचित करें.
मतलब फिर से मिशन एपी शुरू होने वाला है, वैसे भी जब तक वो पकड़ा नहीं जाता, तब तक इस बात का खुलासा नहीं हो पाएगा कि 80 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद वो भागा कैसे, इतने अलर्ट के बावजूद उसे पकड़ने में पुलिस नाकाम क्यों रही. क्या किसी पुलिसकर्मी ने उसकी मदद की, या फिर कहानी कुछ और थी. ये सारे खुलासे उसके पक़ड़े जाने के बाद ही हो पाएंगे. पर सबसे बड़ा सवाल ये है कि जिन लोगों ने विदेशों की नागरिकता ले ली है, और वो देश के खिलाफ साजिश रच रहे हैं, तो उन पर शिकंजा कसने का मोदी सरकार के पास क्या प्लान होगा.