इस अधिकारी की सच्चाई सुनकर PM मोदी भी अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो जाएंगे, बड़े CM और ज़िले के DM सब एक इंस्पेक्टर के सामने फेल हो जाएंगे! कमर में पिस्टल, हाथों में महंगा फोन, लग्जरी गाड़ियों के साथ अलग-अलग फोटो…और रूतबा ऐसा जैसे कोई UP का दबंग विधायक हो! सरकारी अधिकारी की ये फोटो वायरल है, पर सच्चाई इससे भी ज्यादा कड़वी है….दुनिया में ऐसे लोग बिरले ही पैदा होते हैं

साहब का नाम है राजेश विश्वास…साहब फूड इंस्पेक्टर हैं…एक छोटा सा पद है, लाखों की सैलरी है, पर स्टाइल अंबानी से कम नहीं है…छत्तीसगढ़ का ये अधिकारी कुछ दिन पहले एक बांध के पास पार्टी कर रहा था, पार्टी के दौरान फोन बांध में गिर गया…फोन खोजने के लिए साहब ने एक विशाल बांध को ही खाली करवा डाला…डेढ़ लाख के फोन के लिए 41 लाख लीटर पानी बहा दिया गया…जबकि छत्तीगढ़ में पानी का भारी संकट होता है…फूड इंस्पेक्टर की ऐसी धौंस कि CM भूपेश बघेल की नाराज़गी के बाद हटाया गया…बांध सूखाने वाले अधिकारी की असली सच्चाई हम दिखाते हैं…जिसे देखकर आप सीधा कहेंगे ऐसे अधिकारियों को हटाए नहीं बल्कि सीधा बर्खास्त करे…फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास को हीरोपंती का बुखार है…पहली तस्वीर देखिए…कमर में पिस्तौल लगाए वो किसी मॉडल की तरह फोटो खिंचवाता है, अब दूसरी तस्वीर देखिए 22 लाख की थार के बोनट पर बैठकर फोटो शूट करवाता है…एक महंगी बाइक पर बैठा है, और बांध के किनारे छतरी के नीचे बैठकर बांध से पानी निकलवाता है, इसकी कई तस्वीरें है जिसमें रौब झलकता है…छत्तीसगढ़ के इस अधिकारी की चर्चा दिल्ली तक है…डेढ़ लाख का फोन, लाखों की कई लग्जरी गाड़ियां, क्या ईमानदारी की कमाई से आई होंगी? क्योंकि लाइफ स्टाइल देखकर थोड़ा शक जरूर होता है, छत्तीसगढ़ सरकार ने एक्शन लिया है पर अगर ये केस UP में होता तो अब तक अधिकारी के घर बुलडोजर चल चुका होता…जिस बांध को इस सनकी अधिकारी ने खाली किया उसमें इतना पानी था कि वो 2 हज़ार एकड़ खेतों सिंचाई हो सकती थी
SDO को भी जारी हुआ नोटिस
छत्तीसगढ़ के कांकेड़ जिले की कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने संस्पेंड करते हुए दिल जीत लेने वाली बात कह डाली है

राजेश विश्वास ने अपना मोबाइल ढूंढने के लिए लगातार चार दिनों तक लगभग 21 लाख लीटर पानी बहा दिया., इसे लेकर एसडीएम पखांजूर से जांच कराई गई. इसकी रिपोर्ट के अनुसार, राजेश विश्वास ने बिना अनुमति लिए जलाशय के वेस्ट वियर का 41104 क्यूबिक मीटर पानी खाली कर दिया है. पानी निकालने के लिए फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने किसी सक्षम अधिकारी से अनुमति नहीं ली और पद का दुरुपयोग करते हुए भीषण गर्मी में लाखों लीटर पानी व्यर्थ बहा दिया. ये उनका अशोभनीय आचरण है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
कहते हैं इस भौकाली अधिकारी का बेईमानी से नाता रहा है…साल 2021 में एक रिश्तेदार के घर से भारी संख्या में चावल मिले थे, जिसके बाद उस वक्त भी पद से हटा दिया गया था…राजेश विश्वास जैसे अधिकारी ही देश के सिस्टम को बदनाम करते हैं….फूड इंस्पेक्टर सीधे कोटेदारों के संपर्क में रहता है, कोटेदार और फूड इंस्पेक्टर मिलकर क्या करते हैं ये आप भी जानते हैं! फिर भी सनकी होना और बेईमान होना दोनों अलग-अलग चीज़े हैं…पर ये फूड इंस्पेक्टर तो सनकी भी लगता है और महाभ्रष्ट भी लगता है.
ब्यूरो रिपोर्ट, GLOBAL BHARAT TV