आईपीएल में डबल सेंचुरी की बात सुनकर दिमाग में क्या आता है, 20 ओवर के मैच में कोई खिलाड़ी कितना भी तेज खेले तो 100-150 से ज्यादा रन नहीं बना पाएगा, ऐसे में आपके दिमाग में ये सवाल उठ सकता है कि डबल सेंचुरी वाला क्या लोचा है, तो पहले वही समझ लीजिए फिर बताते हैं कैसे धोनी ने चेपॉक की पिच पर तेजी दिखाई. ये तस्वीर मैच से ठीक पहले माही को सम्मानित करने की है,

बतौर कप्तान धोनी पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने 200 आईपीएल मैच खेला है, उनके बाद दूसरे नंबर 146 मैच खेलने वाले रोहित शर्मा और तीसरे नंबर पर 140 मैच खेलने वाले विराट कोहली हैं. धोनी के लिए ये दिन इसलिए भी खास था, क्योंकि चेपॉक की पिच उनकी फेवरेट पिच में से एक है. यहां उन्होंने टॉस जीतने के बाद जब पहले बॉलिंग का फैसला लिया, तभी कई लोगों ने सोचा था कि बॉलिंग काफी आक्रमक होने वाली है. और राजस्थान रायल्स की टीम के लिए शुरुआती समय थोड़े संकट भरे भी रहे लेकिन उसके बाद राजस्थान की टीम ने गजब वापसी की. हालांकि एक मौका ऐसा भी आया जब दर्शकों को धोनी का सालों पुराना अंदाज दिखा, विकेट के पीछे खड़े धोनी ने इतनी तेजी से बटलर को स्टंप किया कि जोस बटलर को ये यकीन ही नहीं हुआ कि शतक जड़ने का सपना टूट चुका है.
36 गेंदों पर 52 रन बनाकर खेल रहे, इंग्लैंड के खिलाड़ी जोस बटलर ने सीएसके के बॉलर्स का भूत बना रखा था. धोनी ये बात अच्छी तरह जानते थे कि संजू सैमसन की टीम को रोकना है तो बटलर को आउट करना होगा. 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर जैसे ही बटलर ने बल्ला घुमाया और आगे बढ़े, विकेट के पीछे खड़े धोनी ने चीते जैसी फूर्ती से बटलर को स्टंप कर दिया. ये बात हर खिलाड़ी कहता है कि विकेट के पीछे अगर धोनी खड़े हों तो रन के लिए तभी भागो जब गेंद उनके दस्ताने से छूटकर आगे जा चुकी हो.
मजेदार बात ये थी कि सीएसके को ये विकेट मोइन अली ने दिलवाया था. मोइन अली वही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने इस मैच में बैक टू बैक कई ऐसी गलतियां की जिससे कूल माइंड धोनी का पारा भी हाई होने वाला था. एक तो ऐसा आसान सा कैच छोड़ा कि फैंस भी नाराज हो गए, पर बटलर को चलता करके मोइन अली ने सीएसके बहुत बड़ी राहत दी. उसके बाद मजेदार किस्सा 20वें ओवर की आखिरी गेंद पर हुआ, जब एडम जंपा रन आउट हुए.
संजू सैमसन इस मैच में खाता भी नहीं खोल पाए, जिस खिलाड़ी से सबको खूब उम्मीदें थी उन्होंने निराश किया
राजस्थान रॉयल्स बड़ी मुश्किल 76 के स्कोर पर पहुंची, जिसका पीछा करने उतरी CSK की शुरुआत खराब रही
ऋतुराज गायकवाड़ जिनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी थी वो सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए, फिर रहाणे आए
आजिंक्या रहाणे और डेवॉन कॉन्वे ने ऐसी शानदार साझेदारी की, कि राजस्थान के गेंदबाज मुश्किल में पड़ गए
इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स का खेल देख ऐसा लगा कि पुराने शेर अपने फॉर्म में लौट आए हैं, मैच में थोड़ी बहुत मिस फील्डिंग हुई, लेकिन सर जडेजा ने मुश्किल वक्त में जिस तरह से दो विकेट चटकाए और उसके बाद तुषार देशपांड ने जैसी गेंदबाजी की वो पूरे टूर्नामेंट में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए काफी जरूरी है, अगर सीएसके धोनी को जीत के साथ विदाई देना चाहती है तो हर खिलाड़ियों को गलती से बचना होगा. बाकी इस मैच के कुछ रोमांचक पल अगर आप साझा करना चाहें तो कमेंट कर बता सकते हैं.
ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल भारत टीवी