ये तस्वीर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर की है, जिसे देखने के बाद आप खुद तय कीजिए कि इसे चमकाने में आपके टैक्स का कितना करोड़ खर्च हुआ होगा. सबसे पहले 45 करोड़ में रिनोवेट हुए इस घर को बाहर से निहारिए, दो फ्लोर के घर में तीन बालकनी दिखती है, बाहर पार्किंग के लिए बड़ा स्पेस और अंदर महंगी-महंगी लाइट लगी हैं, अब इसके बाद घर के अंदर चलिए, जो गेट है,
कांग्रेस को कोसकर सरकार बनाने वाले केजरीवाल के घर में क्यों है नेहरू की फोटो

डाइनिंग रूम में पड़े महंगे सोफे और उसके पीछे लगी तस्वीर काफी कुछ कहती है. आपको याद होगा केजरीवाल कांग्रेस को कोसकर ही सत्ता में आए थे, लेकिन इनके यहां लगी नेहरू की तस्वीर सबको चकित कर रही है. इस तस्वीर को देखने के बाद उस दौर की याद आती है जब केजरीवाल कहते थे शीला दीक्षित के कमरे में 31 एसी लगे हैं, बाथरूम में एसी क्यों है, पर आज यही सवाल केजरीवाल से लोग पूछ रहे हैं तो शायद वो जवाब नहीं देना चाहते. इस घर में लगे 8-9 लाख के एक-एक पर्दे, और एक करोड़ की 10 टीवी से लेकर एक-एक ईंट तक जांच शायद दिल्ली के उपराज्यपाल करवाएं, लेकिन सवाल ये है कि जांच में कुछ तभी निकलेगा जब कागजों पर कुछ हो. केजरीवाल के शीशमहल को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, उसमें 5 दावे बड़े गंभीर हैं.
- दावा नंबर 1- ये पूरी बिल्डिंग अवैध है,कागज पर ये बिल्डिंग है ही नहीं,ना नक़्शा पास हुआ,ना टेंडर हुआ,न अनुमति ली
- दावा नंबर2- सरकारी कागजों में नई बिल्डिंग को लेकर कोई जानकारी नहीं है, फिर सवाल ये है 45 करोड़ कहां से आए
- दावा नंबर3- पुरानी बिल्डिंग के रिनोवेशन के लिए वन विभाग ने 9 पेड़ काटने की अनुमति दी, पर 150 पेड़ काटे गए हैं
- दावा नंबर 4- जिस बिल्डिंग के लिए टेंडर अलॉट हुआ, उसकी जगह आज एक लॉन है, तो क्या कोई बड़ा घपला हुआ है?
- दावा नंबर 5- सरकारी कामों में बिल तभी पास होता है, जब काम हो, पुरानी बिल्डिंग रिनोवेट नहीं हुई तो बिल कैसे पास हुआ और नई बिल्डिंग किसके पैसे से बनी.
यहां एक सबसे गंभीर सवाल ये है कि केजरीवाल ने क्या आरटीआई से बचने के लिए ये तरकीब अपनाई, क्योंकि आज सच जनता के सामने है, हो सकता है जांच के बाद कोई और कहानी सामने आई, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह कह रहे हैं केजरीवाल के घर के अंदर की तस्वीर बाहर कैसे आ रही है, दिल्ली पुलिस उन्हें सही से सुरक्षा नहीं दे पा रही है, पर सवाल यहां सुरक्षा से ज्यादा तेज दिमाग का है. जब केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बने थे, तब आरटीआई के जरिए ही ये पता चला था.

दिल्ली की मौजूदा मुख्यमंत्री शीला दीक्षित 5700 वर्ग फुट के बंगले में 31 एसी, 15 कूलर और 25 हीटर लगे थे, घर में तीन बेडरूम, 5 बाथरूम, एक बड़ा ड्राइंग हॉल, डाइनिंग रूम और आधा दर्जन नौकर के क्वार्टर हैं.
इसे केजरीवाल ने घुम-घुमकर इतना भुनाया कि दिल्ली की जनता को लगा कि आम आदमी को मुख्यमंत्री बनाना जरूरी है, नायक फिल्म की तरह दिल्ली बदल जाएगी. केजरीवाल ने दिल्ली को लंदन बनाने के सपने भी दिखाए, कभी सिंगापुर तो कभी ब्रिटेन की बात करते रहे, पर दिल्ली कितनी चमकी ये तो आप भी जानते हैं, मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री या सांसद या विधायक उनकी सैलरी से लेकर उनके ऊपर खर्च होने वाला एक-एक रुपया है तो जनता का ही. केजरीवाल के इस आलीशान घर की तस्वीर देखने के बाद आप क्या कहेंगे, क्या अब भी केजरीवाल कहेंगे कि नहीं जी ये तो एक आदमी के खिलाफ साजिश है,
ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज फ्लैश