दुनिया के लिए महान धोनी, क्रिकेट की पिच पर ये सपना नहीं कर पाए पूरा!
दुनिया धोनी को महान खिलाड़ी और महान कप्तान कहती है, लेकिन धोनी कहते हैं कि क्रिकेट की दुनिया में मुझे कुछ और भी चाहिए था, जो मैं लाख कोशिशों के बावजूद भी नहीं हासिल कर पाया, धोनी का वो अधूरा सपना क्या है वो हम आपको बताएं उससे पहले आज से 15 साल पुराना वो किस्सा सुनाते हैं जब धोनी को पहली बार कप्तानी मिली, क्योंकि उनका अधूरा सपना भी उसी दौर से जुड़ा है.

साल था 2007 का, और जगह मुंबई का बीसीसीआई हेडक्वार्टर, राहुल द्रविड़ के कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद से पूरा बोर्ड असमंजस में था किसे कप्तान बनाया जाए, क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले एक सीनियर खिलाड़ी को कप्तान बनाया जाना जरूरी थी, पूरे बोर्ड की नजर सचिन तेंदुलकर की ओर थी, लेकिन तेंदुलकर ने साफ मना कर दिया, कहा कि अगर आप चाहते हैं कि वर्ल्ड कप में मैं शानदार खेलूं तो कप्तानी की जिम्मेदारी मत दीजिए, लेकिन मैं एक नाम सुझा सकता हूं, सबने पूछा कि बताइए तो तेंदुलकर बोले कि धोनी नया लड़का है लेकिन कप्तानी में कमाल दिखा सकता है. आखिर में कोई ऑप्शन नहीं बचा तो धोनी को कप्तानी दे दी गई, और धोनी ने टी-20 वर्ल्ड कप जीतकर अपनी कप्तानी का कमाल दिखा दिया. उस टीम में धोनी भले ही नए थे, लेकिन कई महान खिलाड़ी भी थे. सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर धोनी ने कहा कि
खुद ही किया खुलासा, डेब्यू करते ही चल गया था पता,ये तो नहीं कर पाऊंगा!

मेरे लिए क्रिकेटिंग रोल मॉडल हमेशा से सचिन तेंदुलकर रहे हैं, मैं आपकी तरह ही था और सचिन तेंदुलकर को बैटिंग करता देखता था और उनकी तरह खेलना चाहता था, लेकिन फिर समझ आया कि मैं उनके जैसा नहीं खेल सकता हूं, दिल से मैं हमेशा उनके जैसा ही खेलना चाहता था, वो बचपन में मेरे क्रिकेटिंग आइडल थे, लेकिन जब मैंने खेलना शुरू किया, टीम इंडिया में डेब्यू किया और उनके साथ खेला तो लगा कि इनकी तरह तो नहीं बन सकता हूं, इस तरह उनकी तरह बनने का सपना मेरा अधूरा रह गया.
महान कप्तान और महान खिलाड़ी तो बना, पर मुझे कुछ और भी बनना था

धोनी ने एक स्कूल में बच्चों से बातचीत के दौरान ये बातें बताई हैं, हालांकि उसी दौरान एक बच्ची ने उनसे कुछ ऐसा पूछ लिया कि थोड़ी देर के लिए तो वो खुद झेंप गए, बच्ची ने पूछा कि आपका फेवरेट सब्जेक्ट कौन सा है, तो धोनी ने कहा अगर स्पोर्ट्स को सब्जेक्ट मान सकते हैं तो स्पोर्ट्स ही है, क्योंकि पढ़ाई में तो मैं हमेशा एवरेज स्टूडेंट रहा हूं, धोनी के इस रिएक्शन पर सोशल मीडिया पर कई रिएक्शन वायरल हो रहे हैं, कुछ लोग कह रहे हैं कि पीटी वाला पीरियड ही माही को स्कूल में पसंद था, वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि पढ़ाई में एवरेज रहे तो क्या हुआ, क्रिकेट में तो एक्सीलेंट रहे हैं, माही भाई.
धोनी का यही अंदाज लोगों को पसंद आता है, तभी तो किसी प्रोग्राम में पहुंचकर कुछ कहते हैं तो मिनटों में वीडियो वायरल हो जाता है, जितना नॉर्थ इंडिया उन्हें पसंद करता है उतना ही साउथ इंडिया भी प्यार करता है और विदेशों से भी उन्हें उतना ही प्यार मिलता है. यही वजह है कि हमेशा कूल माइंड रहने वाले धोनी की हर बात को लोग गंभीरता से लेते हैं, लेकिन जब लाइव आए और बिस्किट का प्रचार करके चले गए तो धोनी पर कई लोगों ने सवाल भी उठाए, लेकिन ये आप भी जानते होंगे कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी लगातार नए-नए बिजनेस में निवेश कर रहे हैं, अब धोनी सिर्फ आपको आईपीएल में चौके-छक्के लगाते दिखते हैं, तभी तो फैंस को 2023 के आईपीएल में उन्हें देखने का बेसब्री से इंतजार है.