शनिवार की रात को सारी दुनिया जो सोचकर सोई थी. सुबह वो सब समीकरण बदल गए. नीरलैंड्स के सामने अफ्रीका की टीम एक बार फिर चोकर साबित हुई और हार गई. सब सोच रहे थे पाकिस्तान घर जाएगा लेकिन उससे पहले ही अफ्रीकी टीम ने अपना टिकट कटा लिया. इसके बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश का मैच बहुत अहम हो गया लेकिन इस सबसे अहम मुकाबले में सदी की सबसे बड़ी बेईमानी हो गई.

ये इंटरनेट कह रहा है, जहां बेईमानी पर आग लगी है. क्योंकि बांग्लादेश के पास भी सेमीफाइनल में जाने का मौका था. तो आखिर ऐसा क्या हुआ कि वो खुली बेईमानी कहलाई. वो भी आपको बताएंग लेकिन पहले मैच का हाल जान लीजिए. फिर आपको ये भी समझाएंगे कि कैसे भारत पाकिस्तान का एक बार फिर फाइनल हो सकता है और 2007 जैसे समीकरण कैसे बन रहे हैं. इसके अलावा क्या आईसीसी भारत और पाकिस्तान का फाइनल कराना चाहता है.

बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बढ़िया शुरुआत की थी. उनके ओपनर शांतो ने बेहतरीन अर्धशतक लगाया. दूसरे ओपनर लिटन दास ने 10 रन और तीसरे नंबर पर आये सौम्य सरकार ने भी 20 रन बनाए. एक वक्त में बांग्लादेश ने दो विकेट पर 72 रन बना लिए थे लेकिन उसके बाद अंपायर के खराब फैसले और बांग्लादेशी खिलाड़ियों की गलतियों ने बांग्लादेश का खेल बिगाड़ दिया. और टीम 127 रन ही बांग्लादेश बना सकी. इसके बाद पाकिस्तान की बल्लेबाजी आई और पहले ही ओवर में बंगाली कीपर ने रिजवान का कैच छोड़ दिया. जिसके बाद रिजवान और बाबर ने धीमी ही सही लेकिन बड़ी साझेदारी की और पाकिस्तान जीत गया. हालांकि इसमें बांग्लादेशी खिलाड़ियों और कप्तान का भी बड़ा रोल था. उन्होंने कैच छोड़े और शुरू में तेज गेंदबाजों को मदद के बाद भी स्पिनर्स से गेंदबाजी कराई.

लेकिन इंटरनेट पर बेईमानी क्यों ट्रेंड कर रहा है. उसकी वजह है बांग्लादेशी कप्तान शाकिब का एलबीडब्ल्यू विकेट. दरअसल 11वां ओवर शाहीन शाह आफरीदी फेंक रहे थे और चौथी बॉलपर उन्होंने सौम्य सरकार को आउट किया था. उनके बाद बल्लेबाजी के लिए आए शाकिब और पहली ही बॉल जाकर उनके पैड से टकराई. और अंपायर ने उंगली उठा दी. लेकिन शाकिब ने बिना कुछ सोचे सीधे डीआरएस की मांग कर दी. जिसमें साफ दिख रहा था कि बल्ले से टकराकर ब़ल पैड पर जाकर लगी थी, मतलब वो आउट नहीं थे लेकिन थर्ड अंपायर ने भी शाकिब को आउट दे दिया. और लोग बोले अंपायर भांग पीकर बैठा है क्या? इसके बाद भी शाकिब मैदान से नहीं गए और वो अंपायर से बहस करते परहे लेकिन उनका फैसला नहीं बदला और इस एक फैसले ने सारे समीकरण बदल दिये
अब सवाल ये है कि क्या 2007 वाले समीकरण बन रहे हैं और भारत पाकिस्तान का मुकाबला होगा. तो इसका जवाब हां लगता तो है क्योंकि देखिए कल तक पाकिस्तान कहीं नहीं था और आज वो सेमीफाइनल में पहुंच गया. 2007 में भी भारत पाकिस्तान का लीग में मुकाबला हुआ था और इस बार भी हुआ है. तब भी भारत ने रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान को हराया था. इस बार भी रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को हराया है. तो बहुत मुमकिन है कि फाइनल में भारत पाकिस्तान नजर आयें. क्योंकि भारत का मुकाबला इंग्लैंड से होना लगभग तय है जिसे भारत ने इसी साल टी20 सीरीज हराई है और पाकिस्तान का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा. जिस पर पाकिस्तान की टीम भारी पड़ती है. तो कंगारुओं की धरती पर दो एशियाई टीमों के बीच फाइनल मुकाबला देखने को मिल सकता है.
लेकिन जो भी हो अंपायर के फैसले को ना कभी बांग्लादेशी भुला पाएंगे और ना ही पाकिस्तानी. हालांकि यहां लोग ये भी सवाल कर रहे हैं कि कल तक जो पाकिस्तान अंपायर के फैसलों पर उंगली उठा रहा था अब क्यों उसको अंपायर से प्यार हो गया है. कभी नो बॉल पर भारत पर बेईमानी का आरोप लगाय, कभी बांग्लादेश को भारत खिलाफ भड़काया. अब क्या बोलेगा पाकिस्तान.