सुरेश रैना को बाहर फेंका, फिर युवराज को अब दिनेश कार्तिक लेंगे सन्यास!
ऋषभ पंत के पास जादू है वो हरवाएगा,फिर भी टीम इंडिया में सेलेक्ट होगा
दिनेश कार्तिक मैच के बीच में रोए, उदास चेहरा देख सारा हिन्दुस्तान रोया!
कार्तिक का ऐलान 18 साल से खेल रहा हूं, लेकिन अब करने वाले है ऐलान

दिनेश कार्तिक बड़ा ऐलान कर सकते हैं, इतना बड़ा ऐलान कि BCCI में भूचाल आ जाएगा, विश्व क्रिकेट हिल जाएगा, जो लोग दिनेश कार्तिक को पसंद करते हैं उनका दिल टूट जाएगा, दिनेश कार्तिक राहुल द्रविड़ से बेहद नाराज़ हैं, यहां तक कि वो ठीक से टीम मैनेजमेंट से बात भी नहीं कर रहे हैं, हमारे पास जो ख़बर है वो ये है कि दिनेश कार्तिक के अपमान पर भारतीय क्रिकेट में विस्फोट होने वाला है? हम आपको दिनेश कार्तिक की भावुक तस्वीर दिखाएं उसके पहले सुनिए उनका सलेक्शन नहीं होने पर बवाल क्या हुआ?
दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम दो भागों में बंट गई है, अंदर ही अंदर आग धधक रही है, जो खिलाड़ी बेहतर हैं उन्हें मौका नहीं मिलने के पीछे का सवाल बड़ा हो गया है? दिनेश कार्तिक एकदम शांत इंसान हैं, आप उनको गाली भी देंगे तो भी कुछ नहीं बोलते हैं, शायद इसी लिए वो पीछे रह गए, चबकि चापलूस टाइप के खिलाड़ी हराने के लिए सलेक्ट होते हैं, ऋषभ पंत पर चापलूसी का आरोप लगता है, कहा जाता है जिसकी कप्तानी होती है वो उनकी चापलूसी करते हैं, और ये काम दिनेश कार्तिक नहीं कर पाते हैं…इसलिए जो खिलाड़ी आख़िरी के 20 गेंदों में 50 रन बना सकता है वो बाहर बैठता है. और जो खिलाड़ी एक थ्रो तक नहीं मार पाता है वो खेलता है!

भारत-पाकिस्तान के मैच में ही जब ऋषभ पंत का परफॉर्मेंस और बेवकूफी भरा शॉट दिख गया था, उसके बाद भी श्रीलंका के मैच में दिनेश कार्तिक को मौका क्यों नहीं दिया गया..जबकि ये मैच करो या मरो वाला था..इस मैच से तय होना था कि भारत फाइनल के लिए आगे बढ़ेगी या नहीं…लेकिन दिनेश कार्तिक और संजू सैमसन को बेंच पर बिठाकर भारतीय टीम ने एशिया कप में अपने आगे के सफर पर भी ब्रेक लगा दिया…

दिनेश कार्तिक का अपमान हुआ तो इंडिया में हर इंसान दुखी हुआ, ट्विटर पर लोग कहने लगे दिनेश कार्तिक को इस्तीफा दे देना चाहिए, तो क्या सच में कार्तिक इस्तीफे का मूड बना चुके हैं? ये तस्वीर देखिए…हर किसी को देखकर बहुत गुस्सा आने वाला है…भारतीय टीम और मैनेजमेंट ड्रेसिंग रूम के पास बैठा है? जबकि दिनेश कार्तिक अकेले ही दूर बैठकर भावुक हैं? 19वें ओवर की पहली गेंद के बाद पहली बार कैमरे पर दिखे दिनेश कार्तिक बेहद भावुक दिखे, जहां दिनेश कार्तिक बैठे हैं वहां से राहुल द्रविड़ और बाकी टीम के प्लेयर बहुत दूर हैं? यानि कार्तिक के मन में कुछ तो चल रहा है ? जिस खिलाड़ी को दुनिया महान कहती है उसका भारत में ही चयन नहीं होता है! दिनेश कार्तिक को क्या बेंच पर बिठाने के लिए टीम में रखा गया है.

दिनेश कार्तिक ने मैच से ठीक पहले लिखा एक ट्विट किया, जिसमें साफ साफ लिखा था, 18 साल बीत गए लेकिन खेलने की इच्छा अभी बाकी है….इस ट्वीट का क्या मतलब है आप अच्छे से समझ सकते है, जिस खिलाड़ी ने टीम इंडिया को 18 साल दिए क्या उसके साथ न्याय हुआ? तीन साल बाद किसी तरह से कार्तिक का चयन हुआ तो बेंच पर बैठाकर तमाशा कर दिया, इसलिए कार्तिक को लेना चाहिए सन्यास, जिस देश के लिए बैठे है वहां उनका सम्मान करने वाला कोई नहीं है, गांगुली महान होंगे लेकिन पहचान नहीं रही अब, रोहित भी द्रविड़ के दबाव में है. शायद इसलिए चाहकर भी DK को नहीं खिला पा रहे है. श्रीलंका से हारने के बाद एक बात साफ हो गई…दिनेश कार्तिक का हाल अंबाती रायडू वाला होने वाला है… अंबाती रायडू चार नंबर के अच्छे बैट्समैन थे, विश्वकप 2021 में अंबाती रायडू को खेलने को लेकर विराट कोहली ने खुद कई बार कहा था, लेकिन जब चयन हुआ था तब अंबाती रायडू को न लेकर विजय शंकर का चयन हो गया, एक खिलाड़ी के लिए तब झटका है जब वो अच्छा करे और उसका चयन न हो…इसी के बाद जब उन्हें कभी ठीक से मौका नहीं मिला तो रायडू ने सन्यास का ऐलान कर दिया था….रायडू ने BBCI और चनयकर्ताओं से बगावत भी कर दी थी, और ताना मारते हुए ट्विट भी किया था, लेकिन यहां कार्तिक एक दम शांत है, ऐसा लगता है जैसे राम हैं जो जानते तो सबकुछ हैं लेकिन बोलते कुछ भी नहीं…जब तक धोनी थे कार्तिक को बाहर रहना पड़ा, लेकिन धोनी के बाद कार्तिक के अनुभव की जगह पंत जैसे छटे हुए खिलाड़ी को खिलाना कितना ठीक है? भारत में ऐसा अक्सर होता है, पंत को जितना मौका मिला अगर उतना मौका किसी नए खिलाड़ी को मिलता वो हिट होता, संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी बाहर है, नटखट पंत अंदर है, जो एक थ्रो तक नहीं मार पाते है..

रैना, धोनी, युवराज सिंह को दबाव में सन्यास दिलाया गया, जब उनका फॉर्म था तब भी बाहर कर दिया गया, कम से कम धोनी होते तो विकेट के पीछे रन आउट करके तो जिताते, इसलिए कहते हैं, किसी योग्य के साथ मज़ाक मत करो, क्योंकि वक्त मज़ाक करेगा तो फिर कोई कहीं का नहीं रहेगा….