महिला टीम ने आयरलैंड को हराकर वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है, जिसके बाद से फैंस मंधाना की पारी, रेणुका की बॉलिंग और हरमनप्रीत की कप्तानी की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन उन सबसे ज्यादा चर्चा उस हेलमेट की है, जो आयरलैंड की महिला विकेटकीपर ने लगा रखी थी, कुछ लोग कह रहे हैं कि वो अपनी खूबसूरती दिखाना चाहती थीं, तो कुछ लोगों का कहना है कि वो अपने बालों का स्टाइल नहीं बिगाड़ना चाहती थीं, लेकिन ये तो मजाक की बात है, असल सच्चाई कुछ और है. दरअसल आयरलैंड की विकेटकीपर मैरी वाल्ड्रोन ने जो हेलमेट लगाया है, वो पीछे से पूरी तरह खुला है, हमने जब रिसर्च की तो पता चला

साल 2014 में ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर फिल ह्यूज की मौत के बाद से विकेटकीपर कान को पूरी तरह कवर करने वाला हेलमेट लगाने लगे, लेकिन आईसीसी ने इसे पूरी तरह से अनिवार्य नहीं किया. और इसी का फायदा इन्होंने उठाया.
हालांकि इसके अलावा एक और वजह इसका लकी होना है. कहते हैं हर खिलाड़ी के लिए कुछ न कुछ लकी जरूर होता है, टीम इंडिया के एक स्टार खिलाड़ी के लिए एब्डॉमिनल गार्ड काफी लकी था, जिसे उन्होंने लंबे समय तक नहीं बदला, सौरव गांगुली हर उस खिलाड़ी से कुछ न कुछ मांगते थे जिसका समय अच्छा चल रहा होता था, रोहित शर्मा ने भी बुरे दौर में सूर्यकुमार यादव के बैट से खेला, और आयरिश विकेटकीपर के बारे में भी यही कहा जा रहा है कि इन्होंने इसी हेलमेट में पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेला और जीत हासिल की, तब से इन्होंने इसे ही अपना लकी हेलमेट मान लिया, हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है ये तो वही बता सकती हैं. पर इंडिया के खिलाफ ये हेलमेट भी काम नहीं आ सका, आयरलैंड की टीम पहले टॉस हारी, इंडिया ने बैटिंग चुना.उसके बाद फील्ड पर उतरते ही

शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू किया, दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी हुई, शेफाली 24 रन बनाकर आउट हो गईं, उसके बाद 150वां मैच खेलने उतरी हरमनप्रीत भी ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सकी, अब तक वर्ल्ड कप के किसी भी मैच में आउट न होने वाली ऋचा घोष भी जीरो पर आउट हो गईं, दीप्ति शर्मा भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाईं, और इसीलिए इन दोनों खिलाड़ियों की नींद उड़ी हुई है.

पर स्मृति मंधाना ने 87 रनों की शानदार पारी खेलकर इंडिया का स्कोर 6 विकेट पर 155 रन पहुंचा दिया. यहां से मैच भारत के हाथ में आ चुका था, अब बारी थी टीम इंडिया के गेंदबाजों को अपना हुनर दिखाने की, रेणुका ठाकुर ने पहले ही ओवर में दो विकेट लेकर ये भी कसर पूरी कर दी, पर आयरलैंड की टीम ने खुद को संभालना शुरू किया और 8.2 ओवर में टीम का स्कोर 54 पहुंचा दिया, तभी बारिश ने ऐसी दस्तक दी कि मैच दोबारा शुरू ही नहीं हो सका और भारत डकवर्थ लुइस नियम के हिसाब से 5 रनों से ये मैच जीत गया. इसी जीत के साथ बेटियों ने सेमीफाइनल का टिकट तो पक्का कर लिया, पर अभी ये तय होना बाकी है कि सेमीफाइनल में टीम इंडिया का का मुकाबला इंग्लैंड से होगा या पाकिस्तान से, ज्यादा संभावना है कि इंग्लैंड से हो, और अगर ऐसा हुआ तो फिर टीम इंडिया को पिछली हार से सबक लेना होगा. अगर बेटियां वर्ल्ड कप जीतकर लौटीं तो जश्न तो मनेगा ही, पर रोहित पर दबाव भी बढ़ेगा कि छोरियों ने तो कर दिखाया, अब छोरे कब वर्ल्ड कप का सूखा खत्म करेंगे.