दर्शकों से खचाखच भरा हुआ हैदराबाद का राजीव गांधी स्टेडियम, स्ट्राइक पर खड़े थे हार्दिक पांड्या, और नॉन स्ट्राइक पर शतकबाज शुभमन गिल, न्यूजीलैंड के गेंदबाज डेरी मिचेल 40वें ओवर की चौथी गेंद लेकर दौड़े, बॉल पांड्या के बल्ले से लगी नहीं और सीधा विकेटकीपर और न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम के ग्लव्स में चली गई. उसके बाद लैथम ने दस्ताने से ही विकेट की गिल्लियां बिखेर दी, ये सबने देखा, पर वहां खड़े अंपायर नितिन नवीन ने पांड्या को क्लीन बोल्ड आउट दे दिया. जिससे हर फैंस खफा है, आप इन तस्वीरों में भी देख सकते हैं कि पांड्या को आउट देना कितनी बड़ी बेमानी है, फिर सवाल ये उठता है कि आखिर ये बेईमानी हुई क्यों और वो भी नितिन मेनन जैसे अंपायर ने ऐसा क्यों किया. जिनके बारे में एक बात मशहूर है कि वो कभी गलत फैसला नहीं देते, आज जैसा हार्दिक पांड्या के साथ हुआ, वैसा ही उनके भाई क्रूणाल पांड्या के साथ भी कुछ साल पहले हुआ था, जब कोहली कप्तान थे और भारत-इंग्लैंड के बीच वनडे मुकाबला चल रहा था.

क्रूणाल पांड्या ने डेविड मलान के खिलाफ lbw की अपील की, लेकिन नितिन मेनन ने इनकार कर दिया, कोहली ने रिव्यू लिया तो पता चला मलान आउट नहीं थे, जिस पर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा था नितिन मेनन के फैसले पर शक नहीं करते, पर जिस हिसाब से उन्होंने हार्दिक पांड्या को आउट दिया है, उस पर हर कोई शक करेगा. इस मैच में तीन अंपायर थे, पहले नितिन मेनन, दूसरे अनिल कुमार चौधरी और तीसरे केएन अनंता पद्मनाभम, लेकिन किसी ने इस गलत फैसले पर कुछ नहीं कहा. अगर आप कोई नया नियम जानते हैं तो हमें क्मेंट कर बता सकते हैं कि पांड्या को आउठ क्यों दिया गया, क्योंकि इस मैच में कमेंट्री कर रहे मोहम्मद कैफ से लेकर संजय बांगड़ तक ने कहा ये फैसला बिल्कुल गलत है. क्रिकेट में जब भी ऐसा कोई नजदीकी मामला होता है, तो थर्ड अंपायर के पास जाता है.जो कई तरह के डिवाइस की मदद से अपना फैसला सुनाते हैं.

सबसे मेन डिवाइस होता है स्टंप माइक्रो फोन, जिससे स्टंप के पीछे चल रही बातचीत रिकॉर्ड होती है, इसी में सूर्या का वो बयान रिकॉर्ड हुआ था जिसमें वो कह रहे थे मारने का मन नहीं हो रहा यार
उसके बाद दूसरा डिवाइस होता है स्नीकोमीटर, इससे ही पता चलता है कि बॉल और बैट में संपर्क हुआ है या नहीं, इसके साथ ही एक लाइन भी दिखती है, जिससे अंपायर फैसले लेते हैं
इसके अलावा तीसरा डिवाइस होता है Hawk Eye, जिसमें सात हाई परफॉर्मेंस कैमरे लगे होते हैं, और दावा किया जाता है कि कैमरे होंगे तो बॉलर या बैट्समैन किसी के साथ अन्याय नहीं होगा
जबकि चौथा डिवाइस होता है Hot Spot, जिससे पता चलता है कि बॉल बैट्समैन के पैड या बॉल पर टच हुई है या नहीं, बैट्समैन कहीं LBW आउट तो नहीं है.

ये सारी मशीनें लाखों की आती हैं, लेकिन इन सबके बावजूद हार्दिक पांड्या के साथ अन्याय हो गया, जब मैच शुरू हुआ तब गोल घेरे में खड़े खिलाड़ियों को पांड्या ज्ञान देते दिख रहे थे, जिस पर कुछ लोग सवाल भी उठा रहे थे कि कप्तान रोहित शर्मा हैं, और सीनियर विराट कोहली हैं तो उनकी जगह हडल में पांड्या क्यों ज्ञान बांट रहे हैं, क्या उनका ओवर कॉन्फिडेंस बोल रहा है, लेकिन ये वाला बवाल कोई उठाता उससे पहले ही पांड्या के साथ अंपायर ने बहुत बड़ा अन्याय कर दिया, अगर इस गलत फैसले पर आपको भी गुस्सा आया तो फिर इस रिपोर्ट को इतना शेयर कीजिए कि ये आईसीसी तक पहुंचे और इस गलत फैसले की सजा ऐसे अंपायर्स को भी मिले.