सवाल उठता है कि KL राहुल की BCCI में ऐसी कौन सी रिश्तेदारी है कि वो बिना रन बनाए भी टीम पर बोझ बने हैं? अब तो हद ही हो गई, विराट कोहली भी KL राहुल की बैटिंग से बहुत नाराज़ हैं! जब पिच पर विराट आए तो क्या हुआ वो बताएं उसके पहले भूमिका समझिए, KL राहुल को अब बाहर क्यों करना चाहिए! पाकिस्तान के ख़िलाफ विराट ने मैच बचा लिया तो लोग शांत हो गए, लेकिन नीदरलैंड के ख़िलाफ़ जब सभी बल्लेबाज़ों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की तब केएल राहुल टीम पर बोझ बनकर बैठे रहे. क्या ये वक्त है जब KL राहुल को बाहर करना चाहिए? कुछ लोग राहुल को क्लासिकल बल्लेबाज़ मानते हैं, कहते हैं वैसा बल्लेबाज़ दुनिया में नहीं है, पर उस प्रतिभा का क्या करना जो टीम के काम न आए. पाकिस्तान के ख़िलाफ़ KL राहुल 4 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि नीदरलैंड के ख़िलाफ़ 12 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हो गए, दुनिया के सभी गेंदबाज़ों के लिए राहुल का विकेट लेना बाएं हाथ का खेल बन चुका है, यहां तक की नसीम शाह ने जब केएल राहुल को आउट किया तब ये तक इशारा किया था मुझे पता था ये कैसे आउट होगा, नीदरलैंड में भी वहीं हाल रहा, विराट कोहली पारी न संभालें तो टीम इंडिया का क्या होगा? KL राहुल फिलहाल टीम में उपकप्तान हैं, लेकिन उपकप्तान वाली कोई भूमिका समझ में नहीं आती है, जिस बॉल पर वो LBW आउट हुए, रिव्यू लेते तो आउट नहीं होते, अश्विन शादाब की गेंद को देखकर वाइड समझ लेते हैं लेकिन केएल राहुल में उस क्रिकेटिंग समझ की भारी कमी लगती है.

एशिया कप के मैच में KL राहुल 0 के स्कोर पर आउट हुए, हालांकि वो मैच इंडिया जीत गया था, क्योंकि विराट, जडेजा और पांड्या ने शानदार पारी खेली थी, पाकिस्तान के ख़िलाफ दूसरे मैच में केएल राहुल ने 20 गेंदों में 28 रन बनाए और गलत शॉट खेलकर आउट हुए वो मैच इंडिया हार गया था. साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ सीरिज़ में भी KL राहुल का यही हाल रहा, हालांकि वो एक मैच में ज़रूर चले लेकिन रन रेट बहुत स्लो था. KL की टीम IPL में उन्हीं की वजह से कई बार हारी, अर्धशतक तो लगाते हैं, लेकिन औसत कम होने के कारण टीम हार जाती है, यहां तक कि आप कह सकते हैं राहुल ओपनिंग करने आते हैं, जबकि बतौर ओपनर रोहित के साथ कोहली बल्लेबाज़ी करते हैं, क्योंकि 10 में से 8 मैच में केएल का विकेट पावरप्ले में गिर जाता है.

टीम इंडिया ने नीदरलैंड के खिलाफ 179 रन बनाए पर केएल राहुल का फ्लॉप शो जारी है, जिस सिडनी के मैदान पर रोहित, विराट और सूर्या ने पचासा ठोका वहां KL राहुल संघर्ष करते दिखे? ऐसे में टीम इंडिया को ये सोचना चाहिए कि हर बार विराट तो नहीं चलेंगे और कहीं ऐसा न हो राहुल की वजह से हार जाएं, क्योंकि ऐसी संभावना हर मैच में बन जाती है. बतौर ओपनर राहुल के रिकॉर्ड अच्छे हैं लेकिन फॉर्म अच्छी नहीं है, अगर पंत और राहुल की फॉर्म को कंपेयर करें तो पंत फिलहाल राहुल से बेहतर हैं, वो ओपनिंग कर सकते हैं. शुभमन गिल, शिखर धवन और संजू सैमसन जैसे ओपनर बाहर बैठे हैं और केएल राहुल हर मैच में जल्दी आउट होकर भी हीरो बने हैं तो कहानी क्या है? कहते हैं राहुल द्रविड़ के गृह राज्य से आते हैं केएल राहुल, द्रविड़ और राहुल के बीच बॉंडिंग का फायदा मिल रहा है, इतने ख़राब फॉर्म में तो लोग विराट को संन्यास दिला रहे थे, गांगुली ने कप्तानी ले ली थी, लेकिन राहुल कब तक ऐसे ही टीम को मुसीबत में ढकेलते रहेंगे? कोहली जब पिच पर आए तो उनके चेहरे पर राहुल के जल्दी आउट होने का अफसोस साफ देखा गया, उन्हें भी पता है हर बार ओपनर का फेल होना मतलब कभी टीम बहुत मुश्किल में फंस जाएगी और सारी मेहनत बेकार हो जाएगी.