कोई आपको मन से निकाल दे, दिमाग से निकाल दें या फिर टीम से निकाल दें पर आपकी योग्यता का एक इतिहास लिखा जाता है. सियासत के नए सुपरमैन नितिन गडकरी न तो बाबा हैं न ही संत, फिर ऐसा चमत्कार करके दिखा रहे हैं जो भारत की सियासत में कभी नहीं देखा जाता है. ये है भारत की नई सोच का परिणाम, गडकरी की मेहनत का फल. 1380 किलोमीटर के एक्सप्रेस-वे का पहला फेज़ तैयार हो गया है. ये सड़क अनोखी क्यों है? हम इसे चमत्कार क्यों कह रहे हैं ये समझने के लिए अगले एक मिनट तक रिपोर्ट को ध्यान से देखिए.
पाकिस्तान के रक्षा बजट के बराबर की नितिन गडकरी इंडिया में सिर्फ एक सड़क बना रहे हैं
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे 1380 किलोमीटर में है, कुल एक लाख 34 हज़ार करोड़ का खर्च है!
पाकिस्तान का रक्षा बजट एक लाख 37 हज़ार करोड़ का है,गडकरी इसलिए चमत्कारी नेता हैं
देश में बैंक, LIC,शेयर मार्केट सब खस्ताहाल हैं तो गडकरी कैसे इंडिया की सड़क बदल रहे हैं
कोई ऐसा राज्य नहीं है जहां एक्सप्रेस-वे न बन रहा हो?तो क्या भारत सड़कों का किंग होगा
ये भारत की नई ड्रीम सड़क है,1 सड़क पर गडकरी सबकुछ क्यों लुटा रहे हैं,ये भी समझिए!

दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे की कुल दूरी 1380 किलोमीटर है, इसका पहला फेज हरियाणा के सोहना से राजस्थान के दौसा तक तैयार हो चुका है, जिसका उद्घाटन PM मोदी करने वाले हैं, राजस्थान में चुनाव है तो BJP अपना फायदा देख सकती है पर गडकरी के मन में चुनाव नहीं भारत का एक सपना है. इस सड़क को बनाने के लिए जर्मनी की तकनीक प्रयोग की गई है, दिल्ली से जयपुर का रास्ता सिर्फ 2 घण्टे का हो गया. आख़िर सड़क तो सड़क है फिर हम इसे चमत्कार क्यों कह रहे हैं? अमित शाह ने कहा था बीजेपी 2050 तक सत्ता में रहेगी पर गडकरी का दावा है हम रहें या न रहे ये सड़क 50 साल तक हिलेगी नहीं. यानि मरम्मत की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. 8 लेन का ये हाइवे दुनिया के लिए एक नया मॉडल है, क्योंकि इसकी लंबाई 1380 किलोमीटर है.

जब से गडकरी रोड-ट्रांसपोर्ट मंत्री बने है तब से कहानी एकदम बदल गई, 7 जून 2022 को 105 घण्टे 33 मिनट में NHIA यानि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 75 किलोमीटर की सड़क बना कर एक रिकॉर्ड बनाया, न कभी बजट रूकता है, न सरकारी अधिकारी लापरवाही करते हैं, न गडकरी साइन करने में देरी करते हैं, न ही ज़मीन आवंटन में देरी होती है.

यही कारण है कि कई नेता पूरी ज़िंदगी 75 किलोमीटर सड़क नहीं बनवा पाते है जबकि गडकरी के लिए ये तीन दिन का खेल हो गया है…इसलिए हमने लिखा गडकरी रात सपना देखते हैं दिन होते ही पूरा भी हो जाता हैं…भारत की तस्वीर बदल रही है, केजरीवाल सरकारी स्कूलों की तस्वीर कम बदलते हैं, विज्ञापन ज्यादा करते है, खुद को क्रांतिकारी कहते है पर असल में एक चालाक नेता हैं, इधर गडकरी जितना काम करते हैं, अगर उसका विज्ञापन आ जाए तो पूरा अख़बार गडकरी की फोटो से भर जाएगा, आने वाले 2030 में भारत का भविष्य कैसा होगा ये अब कल्पना नहीं हक़ीकत में देखा जाने वाला एक ड्रीम है. ये इलेक्ट्रिक हाइवे है जो साफ बताता है कि आने वाले वक्त मे डीज़ल-पेट्रोल सब ख़त्म हो जाएगा. हमें नहीं पता आप ये स्टोरी शेयर करेंगे या नहीं, पर अगर कोई सबकुछ कुर्बान कर देश के लिए इतना कुछ करता हो तो आपको भी उसका मनोबल बढ़ाना चाहिए.