ये तीन तस्वीरें देखिए और समझिए कैसे ये तीन दिन अतीक के लिए जिंदगी के सबसे मुश्किल भरे रहे हैं, पहली तस्वीर में वो घर गिराया जा रहा है, जहां उसकी पत्नी किराये के मकान में रहती थी, जबकि दूसरी तस्वीर में उसे हथियार सप्लाई करने वाले जफर अहमद का घर गिराया जा रहा है और तीसरी तस्वीर में अतीक का हर कदम पर साथ देने वाले गुड्डू बमबाज के घर पर बुलडोजर चल रहा है, मतलब तीन दिनों से यूपी में लगातार बुलडोजर गरज रहा है, जो आप देख भी रहे हैं, पर जो आपको नहीं दिख रहा वो ये कि ये गुड्डू मुस्लिम कितना बड़ा गैंगस्टर है. जब यूपी में श्रीप्रकाश शुक्ला का सिक्का चलता था, जिसने सीएम कल्याण सिंह तक को मारने की सुपारी ली थी, उस दौर में गुड्डू श्रीप्रकाश शुक्ला का राइट हैंड हुआ करता था.

कहते हैं कोतवाली इलाके के एक व्यापारी की गुड्डू ने सुपारी ली थी, जिसे अंजाम देने वो गोरखपुर आया था, लेकिन,वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने उसे गोरखपुर में दबोच लिया. उसके बाद वो दाऊद गैंग और ISI एजेंट के संपर्क में रहने वाले कुख्यात बदमाश परवेज टाडा के साथ करीब डेढ़-दो साल तक जेल में बंद रहा, और उसके बाद उसने गोरखपुर से लेकर पूरे यूपी में दहशत फैलाई.
गुड्डू के बारे में एक बात मशहूर है कि उसे अगर सारा सामान मिल जाए तो सिर्फ 5 मिनट में वो खतरनाक तैयारी कर सकता है, जिससे न सिर्फ किसी की जान सकती है, बल्कि बड़ा बवाल मच सकता है, और प्रयागराज वाली घटना में आपने जो देखा कि हमलावरों के कार से उतरते ही आस-पास धुंआं-धुआं हो गया, वो इसी गुड्डू का कारनामा था, कहते हैं चलती बाइक से भी वो किसी भी वारदात को अंजाम दे सकता है, वो इतना शातिर और खतरनाक है हर क्राइम को अंजाम देने के बाद नेपाल भाग जाता था, लेकिन यूपी एसटीएफ के हेड अमिताभ यश जो उस दौर में गोरखपुर के एएसपी और सीओ कैंट थे, उन्होंने ही इसे पकड़ा था. इसिलिए प्रयागराज केस को वो खुद लीड कर रहे हैं.

अब तक पुलिस ने इस केस में कइयों को गिरफ्तार किया है, तीन घरों पर बुलडोजर चला है, लेकिन कई सवाल अनसुलझे हैं.
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ऐसा कहा जा रहा है कि यूपी में जब उसके सारे गुर्गे खत्म हो जाएंगे, एसटीएफ से लेकर यूपी पुलिस तक इस बात को लेकर बिल्कुल आश्वस्त हो जाएगी कि अब उसकी कमर टूट चुकी है, तब उसे साबरमती जेल से यूपी लाया जाएगा, हालांकि इसमें अभी कितना वक्त लगेगा ये कहा नहीं जा सकता, क्योंकि बुलडोजर चाहे गुड्डू के घर पर चले या जफर के असली सरगना तो अतीक ही है.
ब्यूरो रिपोर्ट ग्लोबल भारत टीवी