ये कहानी उस लड़के की है, जिसने गरीबी का मुंह काला किया, अपने मां-बाप का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया और हर गरीब लड़के को ये प्रेरणा दे दी कि अधिकारी बनने के लिए पैसा नहीं जुनून चाहिए. वो नदी किनारे फूस की झोपड़ी में रहता, जब बारिश होती तो किताबें भीग जाती थी, धूप उगने पर उन्हें सूखाकर पढ़ता. गरीबी इतनी कि दो वक्त की रोटी भी ढंग से नसीब नहीं होती थी, एक बिस्किट खाने के लिए भी तीन-तीन घंटे ईंट ढोना पड़ता, फटे-पुराने कपड़े पहनकर स्कूल जाता, दूसरों की किताबें मांगकर पढ़ता, मां खेतों में काम करती, पिता राजमिस्त्री का काम करते, दूसरों के घरों की छत बनाते लेकिन अपने परिवार के लिए छत नहीं बना सके. और यही वो दर्द था जिसने इस लड़के को गरीबी से निकलकर कुछ बड़ा करने की प्रेरणा दी, लंबी मेहनत के बाद जब लड़का डीएसपी बना तो अपनी मां से मिलने पहुंचा, 5 साल बाद बेटे को वर्दी में देखकर मां भावुक हुई, पर घास काटने का अपना काम नहीं छोड़ा.
डीएसपी संतोष की मां खेत में घास काटती

ये उस मां-बेटे की बातचीत है, जिसका बेटा जिले का एक बड़ा पुलिस अधिकारी है, पर घमंड तनिक भी नहीं, और बेटे का पांव आज भी इतनी जमीन पर है कि कुछ दिनों पहले एक बूढ़ी मां बारिश में भीगती दिखी तो अपनी सरकारी गाड़ी में बिठाकर उसे घर छोड़ा, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तैनात डीएसपी संतोष पटेल समाजसेवा की सिर्फ बातें नहीं करते बल्कि समाजसेवा करके भी दिखाते हैं. और ये तस्वीर उसी समाजसेवा की है, समाज के बूढ़े-बुजुर्ग पुलिस से सबसे ज्यादा मदद की उम्मीद करते हैं, क्योंकि जब उनके अपने ही बेटे-बहू खाना नहीं देते, घर से भगा देते हैं तो उनके पास कोर्ट जाने की हिम्मत नहीं होती, ऐसे में अगर कोई वर्दीवाला उनकी मदद कर दे तो वो उनके लिए भगवान हो जाता है, शायद ये बात संतोष पटेल अच्छी तरह समझते हैं कि समाज में जिस तरह से बेटे-बहुओं में अकेले रहने का ट्रेंड बढ़ा है, वो बुजुर्गों के लिए कितना दुखदायी है, दुनिया जब मदर्स डे मना रही थी उसी दिन जब वो गश्त पर निकले एक बूढ़ी मां हाथों में लिखित शिकायत लिए उनके पास पहुंची और बोली बेटा मेरी मदद करी, उसके बाद जो हुआ आप इस वीडियो में देखिए.
डीएसपी संतोष बुजुर्ग की मदद करते आए नज़र

डीएसपी संतोष पटेल के इस अंदाज की हर कोई तारीफ कर रहा है और तारीफ होनी भी चाहिए, कुछ दिनों पहले जब यूपी में कानपुर देहात की डीएम नेहा जैन ने एक बूढ़ी महिला की शिकायत पढ़ते ही उन्हें गले लगा लिया था, तब वो तस्वीर भी खूब वायरल हुई थी, लोग उनकी तारीफ कर रहे थे, अब इस डीएसपी बेटे के लिए आप क्या कहेंगे, कमेंट कर बता सकते हैं, ऐसी कहानी उन लोगों तक जरूर पहुंचनी चाहिए, जिन्हें मां-बाप बोझ लगते हैं, संतोष पटेल की तरह उन्हें भी कोई वर्दीवाला मिल गया तो वो भी मां-बाप के पैर दबाने लगेंगे.