महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत की किस्मत एक ही साथ धोनी और विराट दोनों वाली कैसे हो गई. ये सुनकर कई लोग कंफ्यूज हैं, पर वो बताएं उससे पहले सुनिए टीम इंडिया की गलती गाथा हर वर्ल्ड कप में कैसे हर हिंदुस्तानी की उम्मीदों पर पानी फेर दे रही है. ये तस्वीर देखिए, कैसे हरमनप्रीत की 52 रनों की बेजोड़ पारी एक सेकेंड में बर्बाद हो गई. अगर उनका बल्ला या पैर आधा फीट भी लंबा होता तो शायद वो आउट न होतीं और भारत ये मैच नहीं हारता. स्टेडियम में बैठे जय शाह भी ये हाल देख सोच रहे होंगे सेलेक्टर्स ने कैसी टीम चुनी है, जो बड़े मुकाबले में फिसड्डी बन जाते हैं.

ये तस्वीर देखने के बाद कई लोग तो ये तक कह रहे हैं कि हरमनप्रीत अर्धशतक जड़ने के बाद इतने ओवर कॉन्फिडेंस में आ गईं कि रन के लिए दौड़ने की बजाय, ऐसा लगा कि क्रीज पर रैंप वॉक करने लगी. आउट होने के बाद हरमनप्रीत ने क्रीज पर ही बल्ला फेंक दिया, पर यही बल्ला अगर गेंद पर थोड़ी देर और बरसा लेती तो शायद टीशर्ट में मुंह न छिपाना पड़ता, हार के बाद जो बयान दिया, उस वक्त भी वो चश्मा लगाए ऐसे बोल रहीं थीं जैसे आंखों के आंसूओं को छिपाना चाह रही हों, पर गलतियां एक हों तब तो छिपाई जाए. यहां महिला टीम की गलतीगाथा तो इतनी बड़ी हो गई कि ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से फाइनल का टिकट ले लिया. यहां समझने वाली बात ये है कि टीम इंडिया ये मैच न तो बैटिंग से हारी और न बॉलिंग से, बल्कि मैच हारी तो अपनी खराब फील्डिंग से, जो हाल रोहित की टीम का वर्ल्ड कप में हुआ था, वही हरमनप्रीत की टीम का यहां हुआ.

ये तस्वीर देखिए कैसे शेफाली वर्मा ने आसान सा कैच टपका दिया. ऐसे 4 कैच इंडिया को काफी भारी पड़े हैं, क्योंकि इसके बाद कंगारुओं की कप्तान मूनी ने 54 रनों की बेहतरीन पारी खेली. विकेटकीपर रिचा घोष ने भी विकेट के पीछे दो कैच छोड़े, इसीलिए हार के बाद वो अपने ग्लव्स को बार-बार देख रहीं होंगी कि इनमें गेंद क्यों नहीं आईं. हालांकि इनकी गलतियां कम होती उससे पहले स्मृति मंधाना ने दो बार ऐसी मिस फील्डिंग की जो बाद में भारी पड़ा, एक तो मंधाना रन नहीं रोक पाईं और ऊपर से बैटिंग के लिए उतरी तो सिर्फ दो ही रन बनाकर आउट हो गईं. अगर मंधाना उस वक्त अच्छी फील्डिंग कर लेतीं तो शायद भारत को ये पांच रन का पहाड़ नहीं रोक पाता.

ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सेमीफाइनल में इंडिया को 174 रनों का लक्ष्य दिया, जिसका पीछा करने उतरी टीम इंडिया की हालत ये हो गई कि 15 रन पर ही दो विकेट गिर गए, जिन मंधाना से चमत्कार की उम्मीद थी, उनका बल्ला तो ऐसे फेल हुआ, जैसें वो सेमीफाइनल में खेलने नहीं बल्कि विकेट फेंकने आईं हों

हालांकि उसके बाद कप्तान ने शानदार पारी खेली, पर ऑस्ट्रेलिया ने वापसी का मौका ही छीन लिया, हरमनप्रीत की इस तस्वीर के साथ कुछ लोग धोनी की तस्वीर भी शेयर कर रहे हैं, जो साल 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले मैच की है, तब धोनी भी ऐसे ही आउट हुए थे और वो भी सेमीफाइनल मुकाबला ही था, पर धोनी से ये गलती तब हुई जब वो खुद को साबित कर चुके थे, यहां तो हरमनप्रीत को इंडिया के लिए अभी आईसीसी की ट्रॉफी जीतकर लाना था, लेकिन उससे पहले ही उनकी किस्मत कोहली की चाल से चलने लगी, जैसे कोहली शानदार कप्तान होने के बावजूद भी अपने दौर में इंडिया को वर्ल्ड कप नहीं दिला पाए, वैसे ही हरमनप्रीत के दौर में भी अब तक हुआ है, हालांकि हार के बाद कप्तान ने कहा कि गलतियां सुधारेंगे, पर कुछ महीनों के लिए सुधारने से क्या होगा, असल सुधार तो बड़े मुकाबले में चाहिए, जहां अक्सर हमारे खिलाड़ी फिसल जाते हैं, आपको अगर बतौर कोच वर्ल्ड कप जीतने के लिए टीम को कोई सलाह देनी हो तो आप क्या कहना चाहेंगे, कमेंट में बता सकते हैं