सुबह के करीब 11 बजे थे. नितिन गडकरी के नागपुर वाले कार्यालय पर सब ठीक चल रहा था. कार्यकर्ता दिन के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रहे थे. तभी कार्यालय के फोन की घंटी बजती है, ट्रिन…ट्रिन…ट्रिन. फोन उठाते ही कहा जाता है कि 100 करोड़ रुपये दो वर्ना नितिन गडकरी को उड़ा दिया जाएगा. उस वक्त घड़ी में 11 बजकर 29 मिनट हुए थे. कार्यकर्ता को लगता है कि कोई फिरकी ले रहा है फिर भी वो अपने बड़े अधिकारी से शिकायत कर देता है.
अभी आगे की कार्रवाई के लिए चर्चा ही चल रही होती है कि ठीक 6 मिनट बाद फोन की घंटी फिर से बज उठती है. फोन पर पहले वाला ही बंदा था वो फिर से अपनी बात दोहराता है. इस बार कार्यकर्ता डर जाते हैं. क्योंकि वो नागपुर कार्यालय को ही उड़ा देने की धमकी दे देता है. आनन-फानन में पुलिस को खबर की जाती है. पुलिस इससे पहले कि तफ्तीश में जुटती, उससे पहले ही करीब आधे घंटे बाद फिर से फोन की घंटी बजती है ये करीब 12 बजकर 32 मिनट का वक्त था. और इस बार धमकाने वाला फिरौती के साथ एक नाम लेता है. जो भारत में वांटेड है. जिससे पूरा मुंबई एक वक्त में डरता था. मोदी के मंत्री को भी उसी के नाम से धमकाया गया. वो नाम था दाऊद इब्राहिम. धमकी देने वाले ने कहा कि, मैं दाऊद का आदमी बोल रहा हूं. 100 करोड़ दो वर्ना नितिन गडकरी खल्लास और कार्यालय बम से उड़ा दिया जाएगा.

दाऊद इब्राहिम और 100 करोड़ की फिरौती वाली बात पुख्ता सूत्रों ने बताई है, फिलहाल पुलिस जांच कर रही है. लेकिन सवाल ये है कि, मोदी सरकार के इकलौते मंत्री जिनके काम की तारीफ विपक्षी भी करते हैं. आखिर उन्हें कौन मारना चाहता है. कौन नितिन गडकरी से इतनी नफरत करता है कि उन्हें बम से उड़ा देना चाहता है. नितिन गडकरी को जो फोन करके धमकी दे रहा है क्या वो वाकई दाऊद का आदमी है. या फिर देश में सड़कों का जाल बिछाने वाले और प्रदूषम मुक्त देश का सपना दिखाने वाले नितिन गडकरी को कोई और धमकी दे रहा है.

नितिन गडकरी के कार्यालय की अब सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उनके घर पर भी चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है. क्योंकि नागपुर नितिन गडकी का लोकसभा क्षेत्र है और वहीं वो रहते भी हैं. इसलिए पुलिस ज्यादा सतर्कता दिखा रही है. GFX OUT
लेकिन अगर सरकार के इतने बड़े मंत्री को कोई खुलेआम धमका रहा है तो सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल तो उठेंगे. अगर जल्दी से पुलिस ने ये केस नहीं सुलझाया तो जनता पूछेगी, भाई आप क्या कर रहे हैं. लोग तो अभी से कह रहे हैं कि ऐसी कैसी पुलिस है कि किसी की भी मंत्री को धमकाने की हिम्मत हो जा रही है.
इस धमकी को लेकर नागपुर के डीसीपी राहुल मदाने ने कहा कि,

तीन फोन कॉल आये थे, डिटेल मिल रहे हैं, क्राइम ब्रांच सीडीआर पर काम करेगी. फिलहाल एक एनालिसिस चल रहा है. जिस फोन से कॉल किये गये हैं उसकी लोकेशन ट्रेस कर जल्द ही दोषियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
नितिन गडकरी मोदी सरकार के वो मंत्री हैं जो अपने काम के लिए प्रसिद्ध हैं, विपक्ष के लोगों के साथ-साथ जनता उनके काम की खूब तारीफ करती है. तेजस्वी यादव, सोनिया गांधी या असदुदद्नी ओवैसी सभी नेता उनके काम की तारीफ करते हैं. आज भी उनके कई कार्यक्राम हैं, लेकिन उन्होंने अपना एक भी कार्यक्रम धमकी से डरकर कैंसिल नहीं किया है बल्कि वो हर जगह जाएंगे. क्योंकि नितिन गडकरी का काम ही उनकी पहचान है. जहां काम नहीं होता वो अपनी सरकार की आलोचना करने से भी नहीं घबराते. इसीलिए वो आज भी काम कर रहे हैं और पुलिस ने उनके सभी कार्यक्रमों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है.