रोहित शर्मा से ज्यादा काबिल है शिखर धवन वाली टीम, कुछ ऐसे खिलाड़ी सो अफ्रीका को समझ नहीं आए!
साउथ अफ्रीका को भारत की टीम ने हराया…पहले रोहित की टीम ने हराया जिनका मिलर ने हाल बेकार कर डाला था…वनडे में शिखर धवन की टीम ने हराया जिन्होंने मिलर को खेलने ही नहीं दिया…हम आपसे पूछें कि इंडिया की कौन सी टीम अच्छी उससे पहले एक चौंकाने वाली रिपोर्ट देखिए…कहानी की शुरूआत यहीं से करते हैं…रोहित शर्मा की टीम विश्वकप खेलने ऑस्ट्रेलिया गई है…कहते हैं जो योग्य है उसे चुना गया है, लेकिन ज्यादातर योग्य तो शिखर की टीम में अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं….साउथ अफ्रीका को अंदाजा था, शिखर की टीम में न रोहित हैं, न विराट हैं, न पांड्या हैं, न सूर्या हैं…दौड़ा कर वनडे सीरिज़ जीत लेंगे लेकिन सारा भ्रम तब निकल गया जब नए लड़कों ने अफ्रीका की हवा निकाल दी…जिस मिलर ने अश्विन को धो डाला, अर्शदीप के ओवर में 27 रन निकाला…जिस मिलर ने 46 गेंदों में शतक बना डाला…वही मिलर शिखर धवन वाली टीम के सामने पस्त नज़र आए…न डेथ ओवर की जरूरत पड़ी, न ही किसी तीसमार खां की…इंडिया ने ऐसे हराया जैसे साउथ अफ्रीका नहीं बल्कि जिम्बाब्वे की टीम से मुकाबला हो

अगर रोहित शर्मा वाली टीम और शिखर धवन वाली टीम का हो जाए मैच तो कौन सी टीम मार लेगी बाजी
अब हमारा पहला सवाल है: आपने दोनों टीमों का खेल देखा? किस टीम का खेल ज्यादा अच्छा लगा ? रोहित की टीम का या फिर शिखर की टीम का ?
संजू सैमसन को बार-बार इग्नोर किया जाता है, तीन मैच की दो पारियों में उनका खेल देखा, क्या उन्हें रोहित को पंत की जगह नहीं लेना चाहिए ?
हमारा ये भी सवाल है? सिराज का डेथ ओवर, शार्दुल ठाकुर का 3D खेल, शहबाज़ की काबलियत पर भरोसा करते तो क्या टीम और मज़बूत होती ?
अश्विन की जगह कुलदीप यादव को मौका देते तो क्या टीम मज़बूत होती ? ऑस्ट्रेलिया से विश्वकप जीत कर आने वाली टीम तो शिखर की लगती है?

रोहित की टीम संघर्ष के साथ जीती T-20 सीरिज़,शिखर की टीम ने अफ्रीका को जिम्बाब्वे की तरह धो डाला!
ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न टीम के साथ प्रैक्टिस मैच में हर्षल पटेल ने चार ओवर में 49 रन दिए, पंत ने ओपनिंग की लेकिन फ्लॉप साबित हुए, सूर्य कुमार, यादव, हार्दिक पांड्या, और दिनेश कार्तिक ने फिर लाज बचाई…ऑस्ट्रेलिया की बहुत कमज़ोर टीम से भारत सिर्फ 13 से जीता ? डेथ ओवर में फिर पिटाई हुई, यानि जिस टीम से आप विश्वकप से उम्मीद कर रहे है, उस टीम से उम्मीद हमें भी है, लेकिन टीम विश्वकप तभी जीतेगी तब कोई चमत्कार हो…क्योंकि एक खिलाड़ी पूरा मैच बदलता है…संजू की टीम में जगह होती तो आख़िरी नंबर पर न सिर्फ एक फिनिशर होता बल्कि स्पिन और तेज़ खेलने वाला बल्लेबाज़ भी होता…अब हम आपको कुछ और दिखाते हैं…जो आपको अच्छा लगेगा

राहुल त्रिपाठी नाम के बल्लेबाज़ को मौका नहीं मिला, राहुल त्रिपाठी के साथ ठीक यहृं इससे पहले की सीरिज़ में हुआ था…राहुल को मैच में खिलाया तो जाता है लेकिन उनको मौका नहीं दिया जाता है..राहुल त्रिपाठी को चेक किया जाना चाहिए था…ऐसा तूफानी बल्लेबाज़ भारत को मिल सकता है जो शायद आपको पसंद आएगा…राहुल त्रिपाठी की एक पूरी रिपोर्ट हमने आपको पहले भी दिखाई थी…हम आपको आगे राहुल त्रिपाठी की पिछली रिपोर्ट का हिस्सा सुनाते हैं…आप देखिए मौका मिलना चाहिए की नहीं.,..और रिपोर्ट पूरी देखने के बाद ये भी बताइएगा क्या शिखर धवन की टीम रोहित की टीम पर भारी है?