दिल्ली का तापमान 10 डिग्री सोल्सियस से नीचे गया तो लोगों ने कहा बहुत ठंड हो गई, न्यूज चैनलों पर चलने लगा, हाड़ कंपा देने वाली ठंड, लेकिन सियाचिन में भारतीय सैनिक 20 हजार फीट की ऊंचाई पर माइनस 60 डिग्री सेल्सियस पर देश की रक्षा करते हैं. 1947 में जब देश के पास कुछ भी नहीं था वो तब भी पाकिस्तान से लड़कर देश को सुरक्षित कर रहे थे. 1948 में हैदराबाद के निजाम से लड़कर भारत बना रहे थे. 1961 में दमन और दीव को भारत में शामिल करवाकर देश की सीमाएं बढ़ा रहे थे. 1962 में मजबूत चीन से लोहा ले रहे थे. 1965 में पाकिस्तान से लड़ रहे थे. 1971 में बांग्लादेश बना रहे थे और 1999 में फिर से पाकिस्तान से कारगिल में लड़ रहे थे. ये हमारी सेना का गौरवशाली इतिहास है. जिसने बिना खाना खाये भी दुश्मन को हराया है, लेकिन अगर उसी सेना पर कोई सफेद कपड़ों वाला नेता दिल्ली के शानदार घर के एसी कमरे में बैठकर सवाल उठाए और उसके शौर्य पर शक करे तो आप क्या कहेंगे.

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे हैं. इस बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है. लेकिन इससे क्या कोई फर्क पड़ता है. दिग्विजय सिंह को पार्टी से तो निकाला नहीं गया है. तो निजी बयान क्या होता है?

पीएम मोदी से आप राजनीतिक तौर पर सहमत या असहमत हो सकते हैं. यही लोकतंत्र है लेकिन सेना पर सवाल करना कहां का लोकतंत्र है? जब कांग्रेस ने देश में इमरजेंसी लगाई था तब ये लोकतंत्र कहां गया था. एक बार नहीं दो बार नहीं बल्कि बार-बार कांग्रेस के नेता सेना से शौर्य पर शक करते हैं. इसके पीछे की वजह क्या राहुल गांधी बता सकते हैं या फिर ट्रेनिंग वहीं से मिल रही है. इसका जवाब उन्हें भारत जोड़ो यात्रा में देना चाहिए या नहीं.
दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से चार सवाल पूछे हैं.

पहला सवाल- सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत क्यों नहीं दिया है, दूसरा सवाल- पुलवामा हमले में 300 किलो आरडीएक्स कहां से आया, तीसरा- डीएसपी देंवेंद्र सिंह को क्यों छोड़ा गया, चौथा- पुलवामा हमले के दौरान जवानों को एयरलिफ्ट क्यों नहीं किया गया.
इसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उसका कहना है कि, पीएम मोदी के लिए उनकी नफरत इतनी बढ़ गई है कि अब देशभक्ति भी नहीं बची. हमारे सुरक्षाबलों के खिलाफ बोलने वाले को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी.
ये तो राजनेता हैं, राजनीति करना इनका काम है, लेकिन देश की जनता की तरफ से राहुल गांधी और कांग्रेस से हमारे भी कुछ सवाल हैं, अगर आप इनसे सहमत हैं तो इतना शेयरी कीजिए कि ये रिपोर्ट राहुल गांधी तक पहुंच जाये.

पहला सवाल- क्या दिग्विजय सिंह को कांग्रेस पार्टी से निकालेगी? दूसरा सवाल- राहुल गांधी को भी क्या सर्जिकल स्ट्राइक पर शक है? तीसरा सवाल- पीएम मोदी से नफरत बड़ी या देश?

कांग्रेस आरोप लगाती है कि बीजेपी राहुल गांधी को नीचे गिराने की कोशिश करती है. लेकिन क्या उसके लिए कांग्रेस ही काफी नहीं है. ऐसे वक्त में जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा खत्म होने वाली है, उस वक्त में दिग्विजय सिंह के इस तरह के बयान देना क्या इसका सबूत नहीं है. वैसे कुछ दिन पहले तक दिग्विजय सिंह राहुल गांधी के सबसे बड़े राजनीतिक सलाहकार होते थे और अब वो जगह जयराम रमेश ने ले ली है.