15 अगस्त को PM मोदी ने लाल किले से कहा था, गुलामी की सोच से भी मुक्ति चाहिए, 200 साल तक जिसकी गुलामी की जंजीरों में भारत कैद था अब वहां का राजा भारत का बेटा बन गया है भारत के ही कई लोगों की छाती से खून निकल रहा है! ये कौन लोग हैं हम आपको बताएं उससे पहले सुनिए 21वीं सदी में ब्रिटेन ही नहीं कई देशों में भारतवंशी राज करेंगे? ये अपने अपमान का बदला है, ये अपने पुरखों के संघर्ष की जीत है, ये भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और गांधी की मेहनत की जीत है, सालों भारत को गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन पर आज लाखों संकट है, लेकिन बचाने एक भारतवंशी ही आया है .मुझे नहीं पता आप किस स्टोरी में क्या लिखते हैं पर इस स्टोरी में एक शब्द आपको लिखना होगा वो क्या हम आपको थोड़ी देर में बताएंगे..ऋषि सुनक के PM बनते ही दुनिया में क्यों बवाल मचा है वो समझिए पहले, कहते हैं दादा को गाली देने वाला का बदला पोता ले सकता है ठीक ऐसा ही हुआ. 1940-1945 तक इंग्लैंड के पीएम थे विन्सटन चर्चिल जिनका एक बयान आज भी सबको याद है, चर्चिल भारत से नफरत करता था, आज अगर वो होता तो ऋषि सुनक को PM बनता देख शायद जान दे देता, क्योंकि उसने तब कहा था.

अगर भारत को आजाद किया गया तो सत्ता गुंडों और मुफ्तखोरों के हाथ में चली जाएगी. सभी भारतीय नेता बहुत ही कमजोर, भूसे के पुतले जैसे होंगे” महात्मा गांधी को अधनंगा फकीर बताया था. लेकिन कहते हैं कि वक्त की खासियत यही है कि वह कभी भी पलट सकता है. आज उसी ब्रिटेन की कमान एक भारतीय मूल के शख्स ऋषि सुनक के हाथों में आ गई है. देश पर 200 साल तक राज करने वाले अंग्रेजों के घर में भारतीयों का दबदबा बढ़ता जा रहा है. 75 साल में भारत कहां है ये सबको दिखने लगा है!

सुनक का PM बनना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है फिर वो कौन लोग हैं जो सुनक के पीएम बनते ही सोनिया गांधी की थ्योरी समझाने लगे? ये वो वर्ग है जो चाहता है भारत का अगला PM लादेन बने, दाउद बने, इटली की महिला बने या फिर कोई विदेशी बने. और यहां तक लिख बैठे कि भारत के लोग पागल हैं, ऋषि सुनक के पीएम बनने पर फ़ालतू में ख़ुश हैं? ये वहीं लोग है जिन्हें गुलामी पसंद है, जिनके लिए मोदी ने खुद भी कहा था हम आज़ाद तो है लेकिन गुलामी वाली सोच से मुक्त नहीं हुए हैं.

सुनक का अभी शपथ लेना बाकी है, उससे पहले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इशारों में ही मुस्लिम PM की मांग कर डाली.थरूर ने पूछा क्या भारत में ऐसा संभव है, इतिहास कहता है कि भारत ने 2 प्रतिशत सिख समुदाय के एक नेता को PM बनाया, देश ने एक मुस्लिम को राष्ट्रपति बनाया, जिस देश में मंत्री ईसाई बनते हैं वहां मुस्लिम पीएम वाला सवाल क्यों उठाया जा रहा है? ओवैसी को PM बनाने की चाहत थरूर की क्या कभी पूरी होगी? यानि दिक्कत सुनक के PM बनने से नहीं बल्कि उनके सनातनी होने से है, सबूत के साथ समझिए. योगी-मोदी और सुनक की सोच लगभग एक जैसी है.यानि सनातन सभ्यता का विकास. वो गीता पर हाथ रखकर कसम खाते हैं, एक ऐसे देश में जहां की भारी संख्या ईसाई है. वो अगर गीता, गाय, हिन्दू, देवी-देवता के बारे में गलत बोलते तो यहीं गैंग उन्हें अपना हीरो मानता, कहते जो भगवान को नहीं मानता है वो भी कामयाब होता है. तो ऐसे लोगों के लिए सबसे सटीक शब्द क्या होगा. ? देश विरोधी, मौकापरस्त, अहसानफरामोश, गद्दार, टुकड़े-टुकड़े गैंग, या फिर कुछ और? जिसको अभी लगता है कि भारतवंशी भारत का नहीं होता है तो उसे तुरंत जेल में रखकर पढ़ाने की ज़रूरत है कि भारतवंशी एक लाख साल बाद भी भारतवंशी ही कहलाएगा. हम तो कमेंट में लिखते हैं, भारत माता की जय क्या आप लिखेंगे ?