ये सभी जानते हैं कि उमरान मलिक की ताकत क्या है? पाकिस्तान के दिग्गज़ क्रिकेटर कह रहे हैं कि उमरान मलिक पर टीम इंडिया को मेहनत करनी चाहिए! भारत को नया ब्रेटली, शोएब अख्तर और डेल स्टेन जैसा महान बॉलर मिल गया है. फिर भी सवाल उठता है कि भारत उमरान मलिक का चयन क्यों नहीं कर रहा है? क्या स्पीड ही क्रिकेट में सबकुछ है या फिर कोई और मानक है? फिर उमरान मलिक में ऐसी क्या कमी है जिसे हर हाल में हटाना होगा. इसका जवाब है सूर्य कुमार यादव. जिस सूर्य को देख दुनिया के गेंदबाज़ ख़ौफ खाते हैं, एक दिन उनकी कहानी उमरान मलिक से भी खराब थी. पहले पूरी कहानी सुनिए. फिर आपको बताते हैं

उमरान मलिक को क्या करना पड़ेगा. दिग्गज कहां सुधार की बात करते हैं? बात आज से 10 साल पहले की है.घरेलू क्रिकेट में सूर्या को कभी सीरियस नहीं लिया जाता था, कहा जाता था, ये ऐसा बल्लेबाज है जो ऑफ स्टंप की गेंद को खींच कर लेग साइड में छक्का मारता है.यही कारण है कि जब रोहित-विराट टीम इंडिया में आए उसके एक दो साल बाद सूर्या को भी आना था लेकिन उनके शॉट सलेक्शन पर हमेशा सवाल उठाया गया.कहा जाता था कि सूर्य कुमार यादव इंटरनेशनल क्रिकेट में कभी सफल नहीं हो सकते हैं, तकरीबन 10 सालों तक रणजी ट्रॉफी में काफी संघर्ष करना पड़ा…बाद में सूर्य कुमार ने अपनी कमज़ोरी को ही ताकत बना लिया और आज कहां है सब जानते है

उमरान मलिक की भी कुछ ऐसी ही समस्या है? भारत के इतिहास में उमरान मलिक की स्पीड वाला बॉलर नहीं आया है, अब आया है तो टीम इंडिया में जगह नहीं मिल रही है वो क्यों समझिए. दरअसल मुनफ पटेल का नाम सुना होगा आपने? वो भी एक वक्त में फास्ट बॉलर थे, जब तक उनका चयन हुआ उनकी स्पीड 130-135 की हो गई, यानि मुनफ पटेल मीडियम पेसर बन गए. दरअसल दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर मानते हैं, उमरान की ताकत ही कमज़ोरी है, और इसपर काम करना ही होगा…दरअसल उनकी बॉल तेज़ होती है लेकिन स्विंग पर काम करना होगा. इरफान पठान की गेंद स्विंग होती थी जिसके कारण वो कम स्पीड में भी सफल रहे, मुनफ पटेल, आशीष नेहरा जैसे दिग्गज गेंदबाज़ यही कहते हैं, जब तक सही लेंथ, और स्विंग नहीं होगी आप कितनी भी तेज़ गेंद फेंके कुछ नहीं कर पाएंगे. IPL 2022 में वो लाइन लेंथ पर ध्यान नहीं दे रहे थे…यही वजह है कि आख़िरी के 3 मैचों में उन्हें विकेट नहीं मिला और पिटाई भी खूब हुई है…पंजाब किंग्स के खिलाफ उन्होंने 4 ओवर में 48, दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 4 ओवर में 52 और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ दो ओवरों में ही 25 रन लुटाए थे… उमरान को यह बात समझनी होगी कि बल्लेबाजों को चौंकाने के लिए हमेशा रफ्तार ही हथियार नहीं हो सकता है…किसी को उन्हें यह बताने की जरूरत है कि कई बार जो काम तोप नहीं करता वह तलवार कर जाती है…मैग्राथ ने खुद खुलासा किया था कि मुनफ पटेल ने स्पीड न कम करके मेहनत की होती तो वो और महान गेंदबाज़ बनते. तो क्या उमरान मलिक भी स्पीड कम करने वाले हैं? 160 की स्पीड से गेंद फेंकने वाले बॉलर पर दबाव डाला जा रहा है 145 की स्पीड मेंटेन करो…उमरान मलिक को लेकर पाकिस्तानी गेंदबाज़ शाहीन शाह आफरीदी ने भी यही कहा कि उमरान को स्पीड कम करने के बजाय लेंथ और स्विंग पर ध्यान देना चाहिए, नहीं तो हाल क्या होगा ये देखिए. आयरलैंड और इंडिया सीरिज़ में उमरान को मौका मिला था. आयरलैंड के बल्लेबाज़ों ने खूब रन बनाए, ख़ास तौर से उमरान की गेंदों पर ही रन मारा. आख़िरी ओवर में आयरलैंड को जीत के लिए चाहिए थे 17 रन, गेंदबाज़ी कर रहे थे उमरान, 6 गेंदों में जो सबसे ज्यादा स्पीड की गेंद थी वो 145 की थी. यानि उमरान ने मैच बचाने के लिए अपनी स्पीड कम की? तो क्या वो मुनफ पटेल वाली गलती करेंगे? या स्पीड के साथ टीम में आने के लिए मेहनत कर लेंथ और स्विंग पर काम करेंगे…