इतिहास गवाह होता है कि भविष्य में क्या होगा! जो आज हम तीन मिनट की रिपोर्ट में बताने वाले है वो कांग्रेस की बर्बादी का सार है, अंत का अध्याय है, पर इसकी शुरूआत 100 साल पहले हुई, तब न मोदी का जन्म हुआ था, न ही आपका…अगर आप ये रिपोर्ट राहुल गांधी तक पहुंचा दें तो वो कालसर्प दोष को ठीक से समझ पाएंगे, और ये भी जान पाएंगे कांग्रेस के पास आज राहुल गांधी क्यों हैं और बीजेपी के पास नरेंद्र मोदी क्यों है! हमारी रिपोर्ट, 7 महान व्यक्तियों, राजनेताओं, विचारकों, या फिर संतों पर आधारित है, जिनके श्राप के कारण कांग्रेस आज विलुप्त होने की स्थिति में खड़ी है! ये बात है साल 1965 की है…कांग्रेस की सरकार थी और संत गौहत्या रोनके की मांग कर रहे थे!

उसी दौरान देश भर के संतों ने संसद को घेरने का फैसला किया, उस वक्त महान संत करपात्री महाराज की तूती बोलती थी, इंदिरा गांधी भी खुद उनकी भक्त थीं, करपात्री महाराज से इंदिरा ने वादा किया था कि अगर सरकार बनी तो देश के अवैध बूचड़खाने बंद कर दिए जाएंगे…इंदिरा चुनाव जीत गई लेकिन बाबा का वादा पूरा नहीं हुआ तो संतों ने संसद को घेर लिया, और जवाब में पुलिस ने गोली चलाई जिसमें कई संतों की मौत हो गई, उसी घटना के बाद करपात्री महाराज ने इंदिरा और कांग्रेस को एक भयानक श्राप दे डाला…जहां से मोदी का जन्म होता है…हम आपको सात श्राप सुनाते है, जहां तय हो गई थी कांग्रेस की तबाही
- साधुओं की हत्या के बाद करपात्री महाराज का श्राप

- मैं कांग्रेस पार्टी को श्राप देता हूं कि एक दिन हिमालय में तपस्या कर रहा साधू आधुनिक वेष-भूषा में आएगा, इसी संसद पर कब्जा करेगा और कांग्रेसी विचारधारा को नष्ट कर देगा, मैं एक ब्राह्मण हूं, और ब्राह्मण का श्राप कभी खाली नहीं जाता है…गोरखपुर से छपने वाली मासिक पत्रिका ‘कल्याण’ में इस घटना के बारे में छपा था…मुझे इस बात का दुख नहीं कि तूने निर्दोष साधुओं की हत्या कराई, बल्कि तूने गोहत्या करने वालों को छूट देकर पाप किया है…ये माफी के लायक नहीं है… गोपाष्टमी के दिन ही तेरे वंश का नाश होगा…
- स्वामी विवेकानंद शिकागो, 1893, कांग्रेस पार्टी को श्राप

130 साल पहले ही अमेरिका के शिकागो में महापुरूष स्वामी विवेकानंद ने एक श्राप कांग्रेस पार्टी को दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था “जिस दिन मरा हुआ हिन्दुत्व गर्व से कहेगा मैं हिन्दू हूं उस दिन अमेरिका भी भारत की परंपराओं के सामने नतमस्तक होगा…”
नागपुर, 1922, डॉक्टर हेडगेवार

RSS की स्थापना से तीन साल पहले यानि 1922 में ही RSS के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए एक श्राप दिया जो एकदम सटीक बैठता है “मैं आज कांग्रेस छोड़ रहा हूं, पर मैं ये शपथ लेता हूं, मैं इसी कांग्रेसी विचारधारा के विरुद्ध ऐसा संगठन खड़ा करूंगा जो कांग्रेस का नामो निशान मिटा कर रख देगा, चाहे इसके लिए 100 साल ही क्यों न लगे, 800 साल की गुलामी में 100 साल और सही…यही संगठन भारत को अखण्ड भारत बनाएगा”
जनवरी साल 1948 में महात्मा गांधी का लिखित बयान

महात्मा गांधी ने एक नोट में लिखा “कांग्रेस अपने वर्तमान स्वरूप में अपने उपयोग से बाहर हो गई है, अब कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए.
साल 1999 में अटल जी का संसद में दिया गया बयान

एक सीट से जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिर रही थी तब उन्होंने एक बड़ा ही तार्किक श्राप दिया और कहा “आज हमारी सरकार महज एक वोट से गिर गई है, हमारे कम सदस्य होने पर कांग्रेस हम पर हंस रही है, लेकिन मेरी ये बात कांग्रेस कतई न भूले कि एक दिन ऐसा आएगा जब पूरे भारत में हमारी सरकार होगी और पूरा देश कांग्रेस पर हंस रहा होगा”
2002 में बाला साहेब ठाकरे का दिया गया बयान

नरेंद्र मोदी ही भारत का भविष्य हैं, 2002 के गुजरात दंगों का दोष उसपर मत दो, वो निष्पाप है, अटल जी और RSS से कहता हूं कि वो उन्हें (नरेंद्र मोदी) को सम्मान दें वरना भारत से हिंदुत्व ख़त्म हो जाएगा.
2002 में बाला साहेब ठाकरे का दिया गया बयान
आज ज्यादातर लोग कांग्रेस के पतन के पीछे गांधी परिवार की सोच और नीतियों को दोष देते हैं, पर हमारे समाज में कहा जाता है जब कब्र पर घर बनाएंगे तो तरक्की नहीं विनाश होता है, संतों की आत्मा ने जो कहा आज सच होता दिख रहा है, और हमेशा याद रखना चाहिए कभी भी किसी को छोटा और कमज़ोर समझकर उसका तमाशा नहीं बनाना चाहिए नहीं तो श्राप जब लगते है तब उसे कोई नहीं बचा सकता है, क्योंकि सृष्टि को चलाने वाले ने सबकुछ पहले ही लिख दिया है, घमण्ड न अर्जुन का टिका न गांधी परिवार का…