कौन कहता है हीरे पर धूल जम जाए तो उसकी चमक फीकी हो जाती है, कोई तरास कर तो देखो ईशांत शर्मा जैसा जौहरी ही निकलेगा! स्टेडियम में बैठा हर एक दर्शक जानता था दिल्ली की हार तय है! कमेंट्री कर रहे कमेंटेटर्स को भी लगा था दिल्ली की हार तय है…पर एक वक्त के हारे खिलाड़ी ने गुजरात को धूल चटा दी…BCCI की सियासत के कारण बेशक ईशांत शर्मा का करियर खराब हो गया पर खेल अभी बाकी है…अपनी कईयों हार में एक हार ऐसी भी है जिसे पांड्या ज़िंदगी भर नहीं भूल पाएंगे…दिल्ली और गुजरात के बीच मैच चल रहा था,

दिल्ली ने सिर्फ 127 रनों का लक्ष्य दिया था…IPL में ये लक्ष्य एक मजाक है पर गुजरात दिल्ली के एक बॉलर से हार गई…दिल्ली की तरफ से 19वां ओवर लेकर आए नोर्किया की आख़िरी तीन गेंद पर राहुल तेवतिया ने तीन शानदार छक्का मारा, मैच 90 फीसदी गुजरात की तरफ झुक गया, आख़िरी ओवर में 12 रन चाहिए था..ईशांत शर्मा के हाथ में गेंद थी, कमेंटेटर्स ने फिर कहना शुरू किया ईशांत को ओवर देना गलत फैसला हो सकता है पर बुढ़े शेर ने 6 गेंद में अपने हर विरोधी को जवाब दे दिया…

ईशांत शर्मा ने एक ऐसी गेंद फेंकी तेवतिया को ज़िंदगी भर याद रहेगा…पहली गेंद पर पांड्या ने दो रन लिए…फिर दूसरी गेंद पर सिंगल लिया…तीसरी गेंद पर तेवतिया रन नहीं ले पाए…ईशांत ने तूफान मचा रहे तेवतिया को 119 kph की स्लोअर लेंथ बॉल डाली, जिस पर जैसे ही बल्लेबाज ने बड़ा शॉट लगाया, वो चूके और रिले रोसो ने सर्कल के अंदर आसान कैच पकड़कर बाजी पलट दी. इसके बाद राशिद खान ने आते ही बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन वो चूके और रोसो की शानदार फील्डिंग की बदौलत उन्हें सिर्फ 2 रन ही मिल सके…ईशांत ने आखिरी गेंद 142 की रफ्तार से डाली, जिस पर राशिद सिर्फ एक रन ले सके और आखिरकार दिल्ली कैपिटल्स ने 5 रन से ये मुकाबला जीत लिया…यूं तो ईशांत शर्मा ने पूरे मैच में शानदार गेंदबाजी की, लेकिन लास्ट ओवर की चौथी गेंद सबसे यादगार रहेगी…ईशांत ने 4 ओवर में 23 रन देकर 2 विकेट चटकाए…

कुछ दिन पहले ही ईशांत को BCCI ने अपने करार से बाहर कर दिया था, टीम से निकाला गया, कानपुर में आख़िरी टेस्ट मैच खेला, फिर टीम में वापसी का मौका नहीं दिखा लेकिन ईशांत की एक गेंद ने सबकुछ बदल दिया, और कहानी बदल गई, अब आजिंक्या रहाणे की तरह ही उन्हें भी टीम में मौका मिल सकता है. कहते हैं सियासत से किसी का करियर तब तक कोई खत्म नहीं कर सकता है जब तक भगवान और उसकी मेहनत साथ हो.

इस IPL धोनी हों या फिर ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी हों या फिर अमित मिश्रा…या फिर राशिद खान, बुढ़े शेरों का जलवा कामय है! विराट कोहली से लेकर फाफ डुप्पेलिस तक ने खेल से सबका दिल जीता है…पर ईशांत शर्मा के एक ओवर ने सबकुछ बदल दिया…