जब बीसीसीआई के बॉस रोजर बिन्नी हैं, बड़े फैसले जय शाह करते हैं, तो फिर उन दोनों से चेतन शर्मा बार-बार पंगा क्यों ले रहे हैं, हमने ये पड़ताल करने की कोशिश की कि क्या बीसीसीआई में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है, चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने जो दावे किए हैं, उसमें कितनी सच्चाई है, वो कहते हैं रोहित शर्मा उनसे फोन पर आधे घंटे बात करते हैं, पांड्या उनके सोफे पर लेटते हैं, लेकिन बीसीसीआई के एक अधिकारी ने जो हकीकत बताई है वो इससे परे है, पहले उनका दावा सुनिए फिर बताते हैं क्या चेतन शर्मा जानबूझकर ऐसी गलती कर रहे हैं.नाम न छापने की शर्त पर बीसीसीआई के अधिकारी कहते हैं

ऑस्ट्रेलिया में जब वर्ल्ड कप हो रहा था, तो चेतन शर्मा भी वहां था, जो कोने में बिल्कुल अकेला खड़ा था लेकिन न तो कोच राहुल द्रविड़ ने उनसे कोई बात की और ना ही कप्तान रोहित शर्मा कुछ बोले, बस खिलाड़ी हाय-हैल्लो भर करते हैं, खिलाड़ियों को इतनी फुर्सत कहां होती है वो बाकी चीजों में टाइम दें.
मतलब चेतन का दावा पूरी तरह से सच नहीं है. अब ख़बर है कि अगले चार दिनों में जय शाह एक बैठक बुलाने वाले हैं, जिसमें ये फैसला होना है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए अगले दो टेस्ट मैच जो टीम चुनेगी, उसमें चेतन शर्मा होंगे या नहीं, 17 से 21 फरवरी तक दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच होना है, जिसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है, ऑस्ट्रेलिया के पत्रकारों को पिच पर नहीं जाने दिया तो फिर से ऑस्ट्रेलिया ने पिच को लेकर किचकिच शुरू कर दी है, लेकिन अभी बीसीसीआई को इस बात से ज्यादा टेंशन ये है कि स्टिंग ऑपरेशन से हुए नुकसान की कैसे भरपाई की जाए.
कोई भी स्टिंग ऑपरेशन या खुलासा होता है तो संस्थान और व्यक्ति दोनों की छवि खराब होती है. चेतन शर्मा जिस तरह रिपोर्टर के जाल में उलझे, उससे इतना तो साफ हो गया कि कोई भी कोच, कप्तान या खिलाड़ी अब उन पर पहले की तरह भरोसा नहीं जताएगा, चर्चा तो इस बात की भी है कि कुर्सी छीनने की बजाय उन्हें अलग तरह की सजा भी दी जा सकती है, क्योंकि कई बार अहम पदों पर बैठे लोग जब ऐसी गलतियां करते हैं तो उन्हें सुधरने का एक चांस भी कई शर्तों के साथ दिया जाता है, लेकिन ये तो तय है कि कोई भी खिलाड़ी अब उन्हें राज की बात तो बिल्कुल नहीं बताएगा. फिर सवाल ये उठता है कि चेतन शर्मा क्या जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं. तो इसे समझने के लिए थोड़ा पीछे चलना होगा.
जब वर्ल्ड कप की टीम चुनी गई, चेतन शर्मा ने कई ऐसे खिलाड़ियों को चुन लिया जो वर्ल्ड कप में फ्लॉप रहे, कई लोगों ने इस पर सवाल उठाए, खुद जय शाह ने मीटिंग बुलाई और चेतन को बर्खास्त कर दिया, कहा गया कि उस वक्त चेतन बेहद नाराज हुए थे. लेकिन उसके बाद चेतन शर्मा फिर से चीफ सेलेक्टर की रेस में आए और दोबारा कुर्सी मिल गई.
ऐसा नहीं है कि चेतन शर्मा ईमानदारी से अपना काम नहीं करते, उन्होंने कई ऐसे खिलाड़ियों की खोज की है जो टीम इंडिया के स्टार साबित हुए हैं, विराट से कप्तानी छीनने से लेकर, शिखर धवन को वनडे टीम से ड्रॉप करने और युवा खिलाड़ियों को मौके देने में चेतन शर्मा का कोई तोड़ नहीं है और यही वजह है कि दोबारा उन्हें मौका मिला, पर इतनी बड़ी गलती के बाद फिर से उन्हें मौका मिलेगा, ये कहना मुश्किल है. आपको क्या लगता है चेतन शर्मा नहीं तो फिर टीम इंडिया का चीफ सेलेक्टर कौन होना चाहिए.