हमारे देश में बहुत पुरानी परंपरा रही है कि बीमारी या चोट को छिपाया जाता है…जैसे सोनिया गांधी को कौन सी बीमारी है? वो अमेरिका जाकर इलाज किस बीमारी की कराती है कभी खुलकर देश को नहीं बताया गया है…नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मौत पर आज तक सस्पेंस है… तमिलनाडु की CM रही जे. जयललिता को गंभीर बीमारी थी पर कभी बताया नहीं गया, यहां तक की उनकी कम उम्र में ही मौत हो गई

ऐसे कई उदाहरण है…तो क्या ऋषभ पंत की चोट एकदम सामान्य है? या फिर चोट ज्यादा है जिसे BCCI नहीं चाहता है कि वो बाहर आए? सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पंत को गंभीर चोट लगी है, पर BCCI के कहने पर डॉक्टर उसे सामान्य बता रहे हैं? हमने गहराई से पड़ताल की तो हमें एक भी सबूत नहीं मिले कि किसी भी खिलाड़ी की ऋषभ पंत से बात हुई हो…हालांकि उत्तराखण्ड के DGP अशोक कुमार, CM पुष्कर सिंह धामी, अनिल कपूर और अनुपम खेर का दावा है कि उनकी अस्पताल में पंत से बात हुई…जबकि हर खिलाड़ी की बात ऋषभ पंत की मां से हुई है…PM मोदी ने फोन किया तो मां से बात हुई! रोहित शर्मा ने भी फोन किया तो मां से बात हुई? तो क्या पंत बात करने की स्थिति में नहीं है? एक्सिडेंट के वक्त इंसान का शरीर गरम होता है, ब्लड सर्कुलेशन होता रहता है इसलिए वो बात करता है और बोल लेता है…पंत जब एक्सिडेंट के बाद सड़क पर पेट की तरफ लेटे हैं तब वो ये कहते हैं कि मेरी मां को फोन लगा दो…पर जब से अस्तपाल में हैं तब से कोई भी तस्वीर खुली आंख, बात करते हुए, या सामान्य अवस्था की नहीं दिखती है…हमने और जानने की कोशिश कि ये दावा क्यों किया जा रहा है? हम दोनों तर्क आपको बताते है!

इंटरनेट की दुनिया में एक तस्वीर अगर वायरल हुई तो वो सालों-साल तक वायरल ही रहती है, यहां तक आपके मरने के बाद भी वो तस्वीर नेट पर मिल जाएगी…कई लोग कोर्ट में याचिका तक लगाते हैं कि उनकी तस्वीर हटाई जाए…BCCI और वो कंपनियां जिनका प्रचार पंत करते हैं वो कभी नहीं चाहेंगी कि कोई ऐसी तस्वीर पब्लिक में आए जिससे पंत के एक्सिडेंट वाली सूरत का फोटो सालों-साल तक नेट पर वायरल होती रही…हमारे सूत्र कहते हैं कि चोट जो है वो बताई गई है पर इलाज के बाद इंफेक्शन की भी सुगबुगाहट है जो छिपाई जा रही है!
चोट सामान्य होने पर खिलाड़ी हमेशा चोट की अपडेट देते हैं, रविंद्र जडेजा का घुटने का ऑपरेशन हुआ तो उन्होंने खुद ट्विटर पर वीडियो और फोटो डाले! पर जब मसला गंभीर होता है बात छिपाई जाती है! ये तस्वीर है मैक्स अस्पताल के बाहर की, एयरलिफ्ट करने के दौरान की…पंत के मुंह की तरफ एक महिला डॉक्टर चादर को ज़ोर से पकड़ती है…ताकि चादर चेहरे से न हट जाए…करोड़ों फैंस पंत को होश में देखना चाहते थे पर यहां ऐसे छिपाया क्यों गया ये बड़ा सवाल है!

जय शाह का एक बयान आया, जिसमें उनका कहना था कि हम किसी भी हालत पर पंत का क्रिकेट करियर बर्बाद नहीं होने देंगे, ये वादा मैंने उनकी मां से किया है? जबकि BCCI के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पंत जल्द ही मैदान पर होंगे, तो जय शाह का बयान इतना भारी क्यों है? मोहम्मद शमी का कुछ साल पहले एक्सिडेंट हुआ था…BCCI ने कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं दिखाई थी

एक विकेट कीपर के लिए शरीर के सारे जोड़ ज़रूरी होती है, जैसे कंधे का जोड़, घुटना, और कलाईयों का जोड़…ये बात तो साफ है कि ऋषभ पंत को घुटने पर चोट लगी है? घुटने का वो हिस्सा जो जांघ और पैर की हड्डी को जोड़ता है उसे लिगामेंट कहते है, लिगामेंट में चोट आई मतलब इंसान कम से कम 1 साल तो दौड़ नहीं सकता है…एक विकेट कीपर उछलता है कूदता है, दोड़ता है, रन लेता है…जो अब हाल फिलहाल में संभव नहीं लगता है…कोई VIP व्यक्ति अस्पताल में भर्ती हो तो ख़बरें कम झूठी ख़बरें ज्यादा गति से दौड़ती है…पर अगर पंत ठीक होते तो अब तक वो किसी न किसी माध्यम से अपने समर्थकों से बात करने की कोशिश करते…कहते हैं कि जो पैसा इंसान कमाने के लिए दिन रात भाग-दौड़ करता है कई बार बुरे वक्त में वही मुश्किल पैदा कर देता है…दरअसल पंत का चेहरा न दिखे इस बात की टेंशन सबसे ज्यादा उन्हीं कंपनियों को जिन कंपनियों के ब्रांड एंबेस्डर पंत है!