कहते हैं कुछ लोग मंजिल पर चलते ही रास्ता भटक जाते हैं…4 हज़ार किलोमीटर की भारत जोड़ों यात्रा के बाद राहुल गांधी के चार बयान से पूरा हिन्दुस्तान नाराज़ है…हम राहुल गांधी के विवादित बयानों की पूरी लिस्ट आपको दिखाएं उससे पहले आप कुछ सवालों के जवाब दीजिए

पहला सवाल: अगर राहुल ग्रांधी और योगी आदित्यनाथ में प्रधानमंत्री का चुनाव हो तो आप किसे चुनेंगे?
दूसरा सवाल: भारत पुजारियों का देश नहीं है तो फिर किसका है? राहुल का मतलब क्या हो सकता है ?
तीसरा सवाल: अगर राहुल गांधी ऐसे ही बयान देते रहे, योगी या संतों को ठग कहते रहें तो कांग्रेस को लोकसभा चुनाव 2024 में कितनी सीटें मिलेंगी?

ये वो तीन सवाल है जिसका जवाब आपको देना चाहिए? लेकिन उससे पहले सुनिए राहुल के बचकाने बयान का मतलब क्या हो सकता है…राहुल गांधी दिल्ली में अचानक योगी को एक मामूली ठग बताते हैं..2022 विधानसभा चुनाव में जनता ने योगी को चुना है? योगी के कारण कांग्रेस की 290 सीटों पर जमानत जब्त हो गई? योगी का इतना डर था कि राहुल ग्रांधी यूपी चुनाव में ठीक से प्रचार करने तक नहीं आए? तो क्या राहुल गांधी की ये भाषा इसलिए कड़क है क्योंकि कांग्रेस के ख़ास रहे मुख्तार अंसारी के राज़ पर योगी ने बुलडोजर चलवा दिया?राहुल गांधी को ये बात अच्छे से पता है कि मोदी से तो बच भी गए योगी ज्यादा ख़तरनाक हैं, यानि साल 2024 में मोदी की मार पर 2029 में योगी का प्रहार तय है…राहुल गांधी की उम्र फिलहाल 53 साल है, ऐसे में अगर पांच साल मोदी के और यानि राहुल की उम्र 58 साल, फिर योगी के दो टर्म यानि 10 साल तो राहुल गांधी की उम्र 68 साल होगी? इसलिए अगर राहुल की जगह आप होते तो योगी जैसे नेता या संत को ठग कहते…जनता राहुल के दर्द को समझ सकती है

अब समझने वाली बात ये है कि अचानक राहुल गांधी देश के सुपर हीरो और मोदी के हनुमान अजीत डोभाल को अपना दुश्मन क्यों बना रहे हैं? पिछले कुछ दिनों में राहुल गांधी ने डोभाल को देश का दुश्मन बताया है…भारत जोड़ों यात्रा के अंतिम दिन श्रीनगर की रैली से राहुल ने कहा डोभाल हिंसक है, अब राहुल ने मंगलवार को संसद में कहा अग्निवीर योजना मोदी की प्लानिंग का हिस्सा नहीं है बल्कि अजीत डोभाल का प्लान है, और डोभाल को वो प्लान RSS से मिला था. मतलब क्या है? यहां संत योगी को ठग कहना? वहां डोभाल जैसे हीरो को विलेन बताना? भारतीय कानून में हिन्दू राष्ट्र हो या न हो पर समाज की भावनाओं को कोई कैसे दरकिनार कर सकता है? राहुल गांधी के पिता लोकप्रिय संत देवरहा बाबा के बड़े भक्त थे, इंदिरा गांधी ने देवरहा बाबा के कहने पर ही कांग्रेस का निशाना पंजा किया था ? फिर राहुल गांधी के दिमाग को क्या हो गया कि वो कहते हैं कि योगी मामूली ठग है और भारत पुजारियों का देश नहीं है!
हमें थोड़ा पीछे जाना होगा और समझना होगा राहुल के दिमाग में चलता क्या है? राहुल गांधी के लिए आप सही शब्द फोर्स पॉलिटिक्स का प्रयोग कर सकते है, यानि ऐसा व्यक्ति जिसे ज़बरन राजनीति सिखाई जा रही है? राहुल गांधी मंदिर में आरती, माथे पर टिका, हाथों में आरती का थाल तो ले सकते हैं पर मन से कभी ये नहीं समझ पाए कि हिन्दुस्तान की भावना क्या कहती है? पिता राजीव गांधी की विचारधारा, दादी इंदिरा गांधी की सनातन संभ्यता वाली सोच ट्रांसफर नहीं कर पाए, नतीजा गड्ढे में जा चुकी कांग्रेस और रसातल में जाने वाली है? अगर किसी एक वर्ग की ही सियासत करना है तो राहुल को ओवैसी की तरह खुलकर बोलना चाहिए और नहीं तो फिर किसी योगी या किसी संत को ठग नहीं कहना चाहिए? संसद के भीतर राहुल का बयान चर्चा में है, यहां तक की कांग्रेसी खुद उनका साथ देने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि नेता कांग्रेस का हो या बीजेपी का उसके घर में भी राम और कृष्ण की फोटो होगी, मन में संतों के प्रति उदारता होगी, पुजारियों की जाति नहीं देखते, पुजारी का पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं…राजनीति में कई नेता नाम न छापने की शर्त पर हमेशा कहते हैं, राहुल गांधी 2024 में चुनाव हार रहे हैं, 2029 में राहुल न कांग्रेस की तरफ से नेता होंगे न ही विपक्ष उनका साथ देगा, और योगी के बढ़ते कद से कांग्रेस परिवार में अंधेरा छाया है…