कोई देश कितनी तरक्की करता है ये निर्भर करता है वहां का प्रधानमंत्री कितनी मेहनत करता है, फिनलैंड की PM देर रात एक पार्टी में शराब पीकर नाचती दिखी थी, कोई भी कह सकता है वो भी इंसान है, नाच सकती है, शराब पी सकती है, लेकिन ऐसा मोदी के साथ नहीं है, मोदी ने PM आवास को ही वॉर रूम में बदल दिया…क्या देश में सेना के साथ कोई और है जो रात में जागकर आपकी हिफाज़त करता है…मोदी सरकार के मंत्री ने न चाहते हुए भी एक ऐसी बात बताई है जिसके बाद पूरा सच सामने आ गया है…ये बातें एस जयशंकर अमेरिका में सुना रहे थे, हम उनकी बात आपको ट्रांसलेट करके सुनवाते हैं…फिर आप अंदाजा लगाइए मोदी प्रधानमंत्री हैं, या फिर प्रधानसेवक !

सुबह साढ़े सात से शुरूआत, फिर 2 बजे रात फोन आया, मुझे लगा PM सर सोए क्यों नहीं?
ये उस समय की बात है जब अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय दूतावास पर हमले की कोशिश हुई थी. विदेश मंत्री ने कहा, ‘जैसे ही नई दिल्ली तक सूचना पहुंची, हम सभी लोग हरकत में आ गए. हर तरफ से कोशिश की जा रही थी कि किस तरह मदद पहुंचाई जाए और वहां हमारे लोग सुरक्षित रहें. यह सब करते-करते आधी रात हो गई थी, 12:30 बजे से अधिक का समय था….तभी मेरे फोन की घंटी बजी…आमतौर पर जब प्रधानमंत्री का फोन आता है तो कोई कॉलर आईडी काम नहीं करता है….यानि फोन किसका आ रहा है ये आपको पता नहीं चलेगा…नंबर या नाम कुछ भी नहीं दिखता है, मैंने तुरंत फोन उठाया तो दूसरी तरफ से सीधा सवाल आया, जगे हो…? मैंने कहा, हां सर…पीएम ने फिर पूछा, टीवी देख रहे हो? मजार-ए-शरीफ में क्या चल रहा है? मैंने कहा, सर हमला अब भी जारी है. मदद पहुंचाई जा रही है. उम्मीद है दो-तीन घंटे में स्थिति सामान्य हो जाएगी. पीएम ने कहा, जब हो जाए तो मुझे बता देना. मैंने कहा, जी सर, जब ऑपरेशन खत्म हो जाएगा तो मैं आपके वहां सूचना भिजवा दूंगा. कुछ पल शांति रही…फिर पीएम ने जोर देकर कहा- मुझे बता देना…PM सर ने फोन रख दिया पर ये नहीं कहा था मैं सोने जा रहा हूं, वो अभी भी कह रहे थे मुझे अपडेट करना वहां क्या हो रहा है…मैं पीएम मोदी से मिलने से पहले उनको स्पष्ट रूप से पसंद करता था….मैं कुछ स्तरों पर कहूं, जैसा कि कई लोग शिकायत करेंगे, वो एक सूक्ष्म प्रबंधक हैं. मैं कुछ हद तक शांत हो सकता हूं. लेकिन पीएम जिस स्तर की तैयारी करते हैं, वो काबिले तारीफ है. पीएम मोदी अपना दिन सुबह 7:30 बजे शुरू करते हैं…और काम करते रहते हैं…थकते नहीं हैं, जबकि उनके साथ काम करने वाले बाकी भले ही थक जाएं. आप पूछते हैं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी बदलाव ला सकते हैं लेकिन मैं कहता हूं पीएम मोदी खुद एक बदलाव का परिणाम हैं. मोदी ने गरीबी देखी है, इसलिए वो बदलाव चाहते हैं…उनके जैसा एक सामान्य व्यक्ति भारत का प्रधानमंत्री बन गया है, ये दिखाता है कि देश कितना बदल गया है. जब आप राजनीतिक जीवन में होते हैं तो आपको अलग-अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन जब कोई शख्स अपने प्रति, अपने काम के प्रति ईमानदार होता है तो उसकी झलक दिखाई देती है…मैं खुद pm सर के काम करने का अंदाज देखकर काफी प्रेरित होता हूं

कभी PM आवास में होती थी देर रात तक पार्टी, जब एक खुलासे से हिल गया था पूरा देश
ये एक एक शब्द विदेश मंत्री एस जयशंकर के हैं, वो एक अधिकारी भी हैं और विदेश मंत्री हैं, वो नेताओं की तरह भाषण नहीं देते हैं बल्कि वो मोदी की सलाह पर विदेशों में भारत की नीति बदल रहे हैं…अब नहीं पता है कुछ लोग मोदी के बारे में क्या सोचते होंगे? लेकिन किसी ने क्या ख़ूब कहा है जो मेहनत के दम पर होते हैं उन्हें कोई तब तक नहीं हरा सकता है जब तक उनसे ज्यादा कोई मेहनती न मिले…मोदी का एक मंत्र है मेहनत…जिस pm आवास में आज मोदी रहते हैं उसी पीएम आवास में कभी बहुत कुछ हुआ, इंदिरा गांधी के दौर पर लगभग पूरा गांधी परिवार उसी में रहता था, देश ने देखा था कि सास-बहू का झगड़ा भी वहीं हुआ, और संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी को बाहर निकाला गया, लेकिन आज का दौर अलग है, pm मोदी के भाई प्रहलाद मोदी जमकर अपने भाई मोदी की तारीफ कर रहें है जानते हैं क्यों ? क्योंकि pm होने के बाद भी परिवार को चवन्नी लाभ नहीं मिला