उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में इन दिनों एक चपरासी की खूब चर्चा हो रही है. वो इतना अमीर है कि इलाके डीएम,एसपी से कभी मिलने जाता तो लगता कि अधिकारी वही है, जिस गांव में रहता था वहां की आधी से ज्यादा जमीन उसके नाम पर थी, वो डायलॉग है न जहां तक नजर जाती है जमीन हमारी ही है, वही हाल उसका था, उसने गांव में स्कूल, दुकान सबकुछ खुलवा रखा था, कहते हैं जब पैसे ज्यादा हो गए तो उसने समाजसेवा शुरू कर दी और स्कूल के बारे में अक्सर कहता कि मैं पैसे का क्या करूंगा बच्चे पढ़ेंगे वही मेरे लिए बहुत है. लखनऊ का गोमती नगर जहां आम आदमी एक प्लॉट लेने की भी नहीं सोच सकता, वहां उसने करोड़ों का घर बना रखा था, कई प्लॉट भी खरीद रखे थे. पड़ोसी इस बात से जलते थे कि 30-40 हजार की नौकरी वाला चपरासी इतना अमीर कैसे बनता जा रहा है, यूपी पुलिस के पास कई बार शिकायत पहुंची कि जांच कीजिए, पर बाबा की बुलडोजर पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई, आखिर में केस सीबीआई को सौंपा गया, और उसके बाद जो खुलासा हुआ वो हैरान कर देगा.
14 फरवरी को जब सीबीआई टीम यूनियन बैंक में पहुंची तो पता चला चपरासी मुन्ना शुक्ला ऊर्फ सुरेन्द्र शुक्ला फील्ड ऑफिसर विजय कुमार गुप्ता के साथ मिलकर लंबे समय से खेल कर रहा था, साल 2016 में जब नोटबंदी हुई तब उसने लाखों रिश्वत लेकर नोट बदलवाए, उसके बाद दूसरे के नाम पर केसीसी बनवाकर 25 लाख हड़प लिए, लोन से लेकर बैंक के हर काम में वो रिश्वत खाता था.
कहते हैं रिश्वत की ये रकम कई लोगों तक जाती थी और वो सब अब सीबीआई की रडार में है, लोन का खेल तो इसने ऐसा किया कि जो जमीन नदी में डूब चुकी है उस पर भी लोन करवा लिया और पैसे डकार गया. इसका पैतृक घर बाराबंकी के क्योटोली गांव में है, लेकिन गांव में कम और शहरों में ज्यादा घूमता रहता था. रसूख तो ऐसा था कि 6 साल में ही उसने अरबों की संपत्ति खड़ी कर ली और कोई कुछ नहीं कह पाया. फिलहाल सीबीआई ने गिरफ्तार कर दोनों को जेल भेज दिया है, लेकिन यहां सवाल ये है कि साल 2016 में जब नोटबंदी के वक्त इतना बड़ा खेल चल रहा था तो अखिलेश की पुलिस कहां थी, बाबा की बुलडोजर पुलिस इस केस को क्यों नहीं सुलझा पाई, क्या इसमें कोई बड़ा आदमी भी शामिल है, जिसकी वजह से एक बैंक क्लर्क और चपरासी के ठिकानों पर सीबीआई को छापा मारने जाना पड़ा, क्योंकि सीबीआई तो अक्सर वही केस हैंडल करती है, जिसमें कोई बड़ा बवाल हो. कनौज के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर जब अकूत संपत्ति मिली तो इनकम टैक्स की टीम ने छापा मारा था, और वहां से 300 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद हुई थी. ऐसे में अगर कोई और भी इस केस में शामिल है तो उसकी भी पोल खुलनी चाहिए क्योंकि ये गलत तरीके से सिर्फ अरबपति बनने का केस नहीं है, बल्कि ये एक महाघोटाला भी हो सकता है. क्योंकि हमारे देश में कई ऐसे किस्से हुए जब व्यक्ति अचानक से अमीर बना, उसका रसूख बढ़ा, और बाद में पोल खुली तो पता चला उसके साम्राज्य का नींव खोखला था. हमने आपको ये किस्सा इसीलिए सुनाया ताकि ये समझ सकें कि अमीर बनने का कोई शॉर्टकट नहीं होता, अगर इस खेल में पड़े और कुछ गलत किया तो सारी जिंदगी जेल में कटेगी, ऐश की जिंदगी छोड़िए सुकून की जिंदगी भी भूल जाएंगे.
नौकरी 40 हजार महीने की,पर 6 साल में संपत्ति बनाई अरबों की,CBI को सौंपना पड़ा केस,तब खुले राज
akhilesh yadav bank clerk earns crores. bank peon earns in crores barabanki barabanki bank case barabanki bank clerk munna shukla barabanki bank peon cbi raid cbi raid in barabanki cbi raid on bank peon cbi raid on barabanki bank cbi raids on bank peon house global bharat tv union bank of india up govt up latest news up police yogi Adityanath yogi raj
Keep Reading
Add A Comment
IMPORTANT LINKS
STATES
Our Visitor







Subscribe to Updates
ऐसे और खबरों के लिए ग्लोबलभारत टीवी को सब्सक्राइब करे
© 2023 globalbharattv. Designed by Creatix Graphers Pvt. Ltd..