जब केजरीवाल उपराज्यपाल के आवास पर धरना दे रहे थे, दिल्ली के टीचर्स को सिंगापुर भेजने से मना करने की बात पर विरोध जता रहे थे, उस वक्त शकुरपूर में एक बड़ा खेल चल रहा था, वहां के सर्वोदय विद्यालय नंबर 1 यानि सरकारी स्कूल में मजार बनाने का खेल हो रहा था, ये तस्वीर उसी स्कूल की है, जहां से बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने ग्राउंड रिपोर्ट की तो हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आई, पहले वो वीडियो देखिए, फिर बताते हैं कैसे दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चे नमाज पढ़ने को मजबूर हैं, पर केजरीवाल जैसे सो कॉलड सेक्युलर नेता चुप हैं.

सरकारी स्कूल में, सर्वोदय विद्यालय में ये मजार बनाई हुई है जी, संगमरमर की हरा कपड़ा डालकर ये, क्या है इसके अंदर पता नहीं, ये प्रिंसिपल साहब सबके नॉलेज में है, कोई इसके लिए कुछ नहीं बोलता, सरकारी स्कूल के अंदर मजार का क्या काम है, बताइए.

अभी तो आपने पहली तस्वीर देखी, अब दूसरी तस्वीर देखी, ये सुदर्शन न्यूज के एक रिपोर्टर की ग्राउंड रिपोर्ट है, जिनका ये दावा है कि बच्चों से स्कूल में नमाज की तरह हाथ करवाकर प्रार्थना की जगह कुछ और पढ़वाया जा रहा है, बच्चे अल्लामा इकबाल की नज्म लब पर आती है जब दुआं गाने को मजबूर हैं, जबकि इस स्कूल में हिंदू बच्चे भी हैं, यही हाल यूपी के भी एक स्कूल में हुआ था तो योगी सरकार के आदेश पर तुरंत वहां के शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया, गिरफ्तारी हुई औऱ जांच के आदेश अलग से हुए थे, लेकिन केजरीवाल इन दिनों दूसरी दुनिया में खोए हुए हैं, उनकी नजर अब दिल्ली पर कम और पंजाब पर ज्यादा लग रही है, ये तस्वीर 11 फरवरी की है, वो पंजाब में सिंगापुर की शिक्षा व्यवस्था लागू करने का सपना लोगों को दिखा रहे हैं, वहां से ट्रेनिंग कर जो 36 प्रिंसिपल लौटे हैं, उनसे बातचीत कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली पर कुछ नहीं बोलते. ऐसा लगता है दिल्ली के लोगों को वो उलझाए रखना चाहते हैं.

केजरीवाल ने दिल्ली में स्मार्ट क्लास शुरू करवाए ये सच है, पर दिल्ली में सरकारी स्कूल कितने बनवाए, इसका सटीक आंकड़ा नहीं बताते
पुराने स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर सही किया, क्वालिटी एजुकेशन की बात की, कुछ फायदे भी दिखे, पर गेस्ट टीचर्स की सैलरी अब तक नहीं बढ़ी
केजरीवाल इफ्तार पार्टी करते हैं, पर जय श्रीराम का नारा लगता है, राम मंदिर बनने की बात आती है तो विरोधी गैंग के साथ खड़े हो जाते हैं
सरकारी जमीनों पर कब्जे का सिलसिला कोई नया नहीं है, योगी सरकारी जमीन से कब्जा हटवा रहे हैं, जबकि केजरीवाल इस पर चुप बैठे हैं
अगर केजरीवाल पंजाब से फुर्सत लेकर इस स्कूल को देखने पहुंचे और फिर खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करें जैसा कि वो करते हैं, तब जाकर स्थिति साफ हो पाएगी, क्योंकि किसी भी सरकारी जमीन पर कब्जा गलत है, चाहे वो स्कूल हो या रेलवे की जमीन, उत्तराखंड के हल्द्वानी में आज सैकड़ों साल पुराने घर अतिक्रमण की वजह से टूटने वाले थे, दिल्ली में भी कई जगहों पऱ अवैध निर्माण बराबर टूटते रहते हैं, लेकिन केजरीवाल को फिर भी बुलडोजर से नफरत है, तो आखिर में अवैध निर्माण को हटाने का रास्ता क्या है, हम ये नहीं कहते कि बीजेपी सांसद ने जो वीडियो दिखाएं हैं वो शत प्रतिशत सत्य है, बल्कि हम ये कहना चाहते हैं कि अगर इसमें एक प्रतिशत भी सच्चाई है तो फिर जांच होनी चाहिए, क्योंकि स्कूल शिक्षा का मंदिर है, यहां हर धर्म के लोग आते हैं, न हिंदू का बच्चा नमाज पढ़ने जाता है, न मुसलमान का बच्चा प्रार्थना करने पहुंचता है, बल्कि उसे तो अच्छी शिक्षा हासिल करनी है, जो उसका हक भी है और देश के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी भी है, केजरीवाल के कुछ समर्थक इसे हो सकता है गलत भी बताएं, तो हम चाहेंगे कि वो खुद जाकर इसे देखें, फिर सही कमेंट लिखें.