मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं लेकिन सरकार मनीष सिसोदिया चला रहे थे. 18 विभाग देखते थे और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद अस्पताल भी सिसोदिया को ही दे दिये गये थे. वित्त मंत्री भी सिसोदिया ही हैं, तो सवाल ये है कि अगला बजट कौन पेश करेगा और अरविंद केजरीवाल का अब क्या होगा. क्या अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का ही है. इन सब सवालों के जवाब जब तक आम आदमी पार्टी ढूंढेगी उससे पहले उसे ये जानकर हैरानी होगी कि अरविंद केजरीवाल के सबसे करीबी ने उनके राइट हैंड की गिरफ्तारी में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है. वो कौन है.
दिल्ली से यूपी को साधने की कोशिश करने वाले और योगी से टक्कर लेने का दंभ भरने वाले मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई ने जो केस बनाया है, उससे छूट पाना आसान नहीं है.

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने जो केस तैयार किया है उसमें लिखा गया है कि मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की नई लिकर पॉलिसी बनाने में बड़ा रोल निभाया है. उसके बाद जब घोटाले की बात सामने आई तो मनीष सिसोदिया ने सबूत मिटाये. पहली बार जब इस केस में सीबीआई ने सिसोदिया से पूछताछ की. उसके बाद उन्होंने 70 से ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल किये और उन्हें डिस्ट्रॉय कर दिया.

मनीष सिसोदिया से 8 घंटे तक सीबीआई सवाल करती रही लेकिन वो किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे थे. फिर अधिकारियों ने मनीष सिसोदिया को उनकी वो चैट दिखाई जिसमें उन्होंने नई लिकर पॉलिसी बनने से पहले उसकी डीटेल्स कुछ लोगों के साथ शेयर की. जिन्होंने बाद में लाइसेंस के लिए अप्लाई किया. ये चैट देखकर मनीष सिसोदिया का चेहरा पीला पड़ गया. उनको समझ नहीं आ रहा था कि क्या जवाब दें. क्योंकि ये चैट तो उन्होंने डिलीट कर दी थी.
दरअसल अरविंद केजरीवाल सरकार के ही टॉप अधिकारी ने सिसोदिया के खिलाफ गवाही दी. और उसने ही सीबीआई को बताया कि सिसोदिया ने नई लिकर पॉलिसी क्या और कितना बड़ा रोल निभाया था. सीबीआई ने उस अधिकारी को अपना गवाह बनाया और दो साल से केस पकाने बाद जब पुख्ता सबूत हाथ लगे तो मनीष सिसोदिया को गिरप्तार कर लिया. अब वही अधिकारी सिसोदिया के खिलाफ अदालत में भी गवाही देगा. सीबीआई ने फिलहाल उस अधिकारी का नाम सुरक्षा की वजह से नहीं खोला है. उसे पूरी प्रोटेक्शन दी गई है.

आपको याद होगा सालभर पहले से अरविंद केजरीवाल कह रहे थे कि अगला नंबर मनीष सिसोदिया का है. अब सीबीआई सिसोदिया को गिरफ्तार करेगी. इस पर उनको इतना यकीन कैसे था. क्या वो पहले से जानते थे कि भ्रष्टाचार हुआ है. अगर ऐसा है तो फिर अगला नंबर अरविंद केजरीवाल का है. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है कि, अब अरविंद केजरीवाल का नंबर आएगा.
इस गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी ने विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश की है. उसका कहना है कि देश के सबसे बड़े शिक्षा मंत्री को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनसे कोई पूछे कि सिसोदिया को शिक्षा मंत्रालय में घोटाले के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया है. आबकारी विभाग का मामला है, और सीबीआई दो साल से इस केस को पका रही थी. जब पक्के सबूत हाथ लगे तभी गिरफ्तारी की गई. पुरानी लिकर प़ॉलिसी में जो कमीशन शराब विक्रेताओं को 2 प्रतिशत मिलता था उसे मनीष सिसोदिया ने बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया था, जिसमें से 6 प्रतिशत कमीशन आम आदमी पार्टी के पास वापस आ जाता था. सीबीआई का आरोप है कि इसी पैसे से अरविंद केजरीवाल ने पंजाब, गुजरात और हिमाचल का चुनाव लड़ा.
अब सवाल ये है कि आम आदमी पार्टी का अब क्या होगा. क्योंकि अरविंद केजरीवाल तो कोई मंत्रालय संभालते नहीं हैं. सब सिसेदिया ही देखते थे. अरविंद केजरीवाल अब कैसे राष्ट्रीय नेता बनेंगे.