खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल, जिसने अजनाला थाने पर हमले कर अपने करीबी को छुड़ाया, जो अमित शाह का सीधा चैलेंज कर चुका है, उसे पंजाब पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया है, सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि बड़े ही फिल्मी स्टाइल में उसे अरेस्ट किया गया है, शनिवार की सुबह जैसे ही वो जालंधर के मैहतपुर इलाके से निकलने वाला था, नकौदर के पास पुलिस की 100 गाड़ियां दनादन उसके पास पहुंची, सबसे पहले उसके काफिले के आगे चल रही दो गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ा और जैसे ही इस तक पुलिस पहुंच पाती, इसने अपनी मर्सिडीज कार की रफ्तार तेज कर दी. हालांकि पुलिस ने हार नहीं माना, काफी दूर तक आगे-आगे अमृतपाल और पीछे-पीछे पुलिस की गाड़ियां दौड़ती रहीं, इसी बीच अमृतपाल अपनी गाड़ी से ही समर्थकों से इकट्ठा होने की अपील करता रहा, लेकिन उसकी कोई तरकीब काम नहीं आई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
पंजाब में इंटरनेट सेवा बंद
हालांकि कोई भी पुलिस अधिकारी अभी ये खुले तौर पर कहने को तैयार नहीं है कि अमृतपाल को हिरासत में लिया गया है या फिर गिरफ्तार किया है, लेकिन पंजाब सरकार की ओर से जारी बयान में ये कहा गया है कि पंजाब की सुरक्षा के हित में 18 मार्च से लेकर 19 मार्च तक पंजाब में मैसेज और इंटरनेट की सेवा बंद रहेगी, यानि पंजाब पुलिस की ये कोशिश होगी कि अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद किसी तरह का माहौल न बिगड़ने पाए, अमृतपाल के ऊपर तीन मुकदमें दर्ज हैं, उसका सबसे गंभीर गुनाह हिंदुस्तान को बांटने की साजिश रचना है, वो खालिस्तान का खुला समर्थन करता है.
दीप सिद्धू की मौत के बाद संभाली संगठन की कमान
आज के एक साल पहले तक अमृतपाल को कोई नहीं जानता था, 30 साल का अमृतपाल दुबई में गाड़ी चलाकर अपनी जिंदगी चलाता था, उसके बाद ट्रांसपोर्ट का कारोबार करने लगा लेकिन फरवरी 2022 में दीप सिद्धू की मौत के बाद वो दुबई से बिजनेस समेटकर हिंदुस्तान आ गया और वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया बन गया, बकायदा वेबसाइट बनाकर उसने इस संगठन से लोगों को जोड़ना शुरू किया, सिर्फ 12वीं तक पढ़ा-लिखा अमृतपाल देश को जोड़ने की नहीं बल्कि तोड़ने की बातें करता है, वो सीधा कहता है जब हिंदू राष्ट्र की बात हो सकता है तो हम खालिस्तान क्यों नहीं मांग सकते, यहां तक कि उसने अमित शाह को भी खुली धमकी दी थी, उसने कहा था कि इंदिरा गांधी का क्या हाल हुआ सबने देखा.

दो हफ्ते से IB और RAW तलाश रही थी कुंडली
कहते हैं इस बयान के बाद से ही ये चर्चा छिड़ गई थी कि पंजाब में दूसरा भिंडरावाले तैयार हो रहा है लेकिन भगवंत मान की सरकार चुप चाप बैठकर सबकुछ देख रही है, हालांकि आईबी और रॉ तभी उसका कुंडली खंगालने में जुट गई थी, करीब दो हफ्ते तक अमृतपाल के बारे में हर जानकारी जुटाने के बाद पंजाब पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के आदेश मिले, कहा जाता है कि कनाडा और यूरोप से इसकी फंडिंग हो रही थी, अब पूछताछ में कई बड़े राज खुल सकते हैं, क्योंकि खालिस्तान के कई बड़े समर्थक पाकिस्तान से लेकर लंदन तक में बैठे हैं, जो हिंदुस्तान के खिलाफ लगातार साजिशें रच रहे हैं.