विराट कोहली की सफलता के पीछे कौन, कौन हैं वो त्रिदेव जिन्हें किंग कोहली देते हैं अपनी सफलता का श्रेय. आज पूरी दुनिया विराट-विराट कर रही है. दुनियाई क्रिकेट में किंग कोहली जैसा कोई खिलाड़ी नहीं है. लेकिन विराट की इस सफलता के पीछे कौन है. इसका जवाब खुद विराट कोहली ने दिया है. विराट कोहली ने बताया कि उनके शतक पर शतक लगाने के पीछे उनके तीन दोस्त हैं. जो कैमरे पर तो कभी नहीं दिखते लेकिन मैदान पर उनके साथ रहते हैं. उन्हें तैयारी करवाते हैं. अगर वो क्रिकेट खेलते तो अब तक 1500 विकेट ले चुके होते. उनमें से एक का नाम है डी रघुवेंद्र, जो कर्नाटक के रहने वाले हैं. 1990 में क्रिकेटर बनने के लिए मुंबई आये थे. वो विराट से कैसे मिले और बाकी दो लोग कौन हैं आपको बताएंगे लेकिन पहले जानिए कि इनका खुलासा कैसे हुआ.
दरअसल विराट कोहली के शानदार शतक के बाद शुभमन गिल ने उनसे बीसीसीआई टीवी पर खास बातचीत की. जिसमें विराट कोहली ने इन तीनों से मिलवाया.

विराट कोहली ने इन तीनों को अपनी सफलता का श्रेय दिया. ये तीनों भी उफतना ही पसीना बहाते हैं जितना भारतीय खिलाड़ी. ये तीनों घंटों तक विराट कोहली को प्रैक्टिस करवाते हैं. विराट ने कहा कि ये हमें 145-150 की स्पीड से मुझे प्रैक्टिस करवाते हैं. हमेशा आउट करने की कोशिश करते हैं. और हमारी कड़ी परीक्षा लेते हैं.
विराट कोहली ने कहा कि आपको इन तीनों का चेहरा याद रखना चाहिए क्योंकि हमारी सफलता के पीछे इन तीनों का बहुत बड़ा हाथ है. शुभमन गिल ने तो यहां तक कहा कि अगर ये तीनों क्रिकेट खेल रहे होते तो अब तक 1200 से 1500 विकेट होते. ये तीनों हैं भारतीय टीम के थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट डी रघुवेंद्र, दयानंद गार्नी और नुवान सेनेविरत्ने.

डी रघुवेंद्र कर्नाटक के रहने वाले हैं जो क्रिकेटर बनना चाहते थे और 1990 में मुंबई आ गए थे. लेकिन क्रिकेट में सफलता नहीं मिली तो बैंग्लोर लौट आये और एनसीए में कोच और खिलाड़ियों को मदद करने लगे. उन्हें सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी भी पसंद करते थे.
इनके अलावा विराट कोहली ने दयानंद गार्नी से मिलवाया, वो भी कोहली और भारतीय टीम को थ्रो डाउन करके खिलाते हैं.
दयानंद पहले पंजाब किंग्स के लिए काम करते थे और 2020 में टीम इंडिया से जुड़े थे. कोलकाता पुलिस का हिस्सा रहे दयानंद मीडियम पेसर हुआ करते थे. उन्होंने आंध्र प्रदेश की रणजी टीम के साथ भी काम किया. वो पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के एक छोटे से गांव जमातिया के रहने वाले हैं.
भारतीय टीम के लिए प्रैक्टिस में पसीना बहाने वाले तीसरे व्यक्ति भारत से नहीं बल्कि श्रीलंका से हैं. और उनका नाम है नुवान सेनेविरत्ने.
नुवान श्रीलंका से आते हैं और 20187 में भारतीय टीम से जुड़े थे. ताकि भारतीय बल्लेबाजों को पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और जुनैद खान को खेलने में मदद मिल सके. तब से वो टीम इंडिया के साथ ही हैं. उससे पहले नुवान सेनेविरत्ने 10 साल तक श्रीलंका के फील्डिंग कोच रहे हैं.
ये वो लोग हैं जिन्हें कैमरा कभी नहीं दिखाता लेकिन खिलाड़ियों से ज्यादा पसीना बहाते हैं. तब विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी बनते हैं. विराट कोहली ने कैमरे के सामने इन तीनों को अपनी सफलता में हिस्सेदार बताकर बड़ा दिल दिखाया है और एक बार फिर बताया है कि वो किंग सिर्फ क्रिकेट की वजह से नहीं हैं.