लाखों का बंगला, ऐश की ज़िंदगी, बॉलीवुड की स्टार, भगवा पहनकर क्यों मांग रही है भीख
कहते हैं जिसको सच्चाई का पता चल जाता है वो दुनिया का हर सुख छोड़ देता है.करोड़ों की गाड़ी, करोड़ों का बंगला, हीरोइन होने का घमण्ड सबकुछ उतर जाता है. अभिनेत्री नुपूर अलंकार कौन हैं जो इन दिनों भीख मांग कर गुज़ारा कर रही हैं? नुपूर अलंकार अपनी आलीशान ज़िंदगी छोड़कर सड़क पर हैं, उसकी वजह बहुत हैरान करने वाली है. हम आपको वजह बताएं उससे पहले इनकी तस्वीर देखिए. बॉलीवुड में बड़ी-बड़ी हीरोईनों को मात देने वाली अदाकारा ममता कुलकर्णी भी एक दिन पस्त हो गई. जिसकी मैगजीन पर फोटो देखकर न जाने कितने पागल हो गए वो बॉलीवुड की ज़िंदगी छोड़ कर तपस्वी क्यों बन गई? पहले ये तस्वीर देखिए शक्तिमान में पत्रकार की भूमिका निभाने वाली नुपूर अलंकार हैं, जिनकी जवानी ऐसी थी. शक्तिमान में शक्तिमान, गंगाधर, के साथ गीता विश्वास नाम का किरदार सबकी जुबान पर था. ये वही गीता है जो आज गोवर्धन में भिक्षा मांग कर ज़िंदगी गुज़ार रही हैं, हालांकि ये कोई मज़बूरी में मांगा गया लाचारी वाला भीख नहीं है, बल्कि अध्यात्म का ज्ञान हो गया तो साध्वी बनकर कुछ रूपए मांग कर ही गुज़ारा कर रही हैं. ऐसा क्यों हुआ ये बताएं उससे पहले ये तस्वीर देखिए. ये बॉलीवुड की 90 के दशक की सबसे हिट हीरोइन थी, वो साल 1993 था जब ममता कुलकर्णी युवा धड़कनों पर राज करने लगीं. स्टारडस्ट मैगजीन के लिए ममता ने जो फोटोशूट करवाया, उससे उन्हें रातोंरात हुस्न की मलिका का खिताब मिल गया. ममता की वह तस्वीर उस वक्त के लिहाज से काफी बोल्ड थी. उस वक्त क्लिवेज दिखाना वाकई हौसले का काम माना जाता था और ममता स्टारडस्ट के लिए टॉपलेस हो गईं. नीचे जींस का बटन भी खुला हुआ. बताते हैं कि 1990 के दशक इनकी फोटो देखकर कितने लड़के पागल हो गए. मैगजीन 10 की बजाय 50 में बिक रही थी, यहां तक कि छोटा राजन भी दीवाना हो गया था, हालांकि जब कुछ सालों के बाद ममता को ये आभास हुआ कि ये तो जिंदगी किसी नरक से कम नहीं है तो वो सबकुछ छोड़ साध्वी के रूप में नज़र आईं.बॉलिवुड की वो हॉट हसीना अब बिल्कुल संन्यासिन बन चुकी थीं. 2013 में उनकी ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ एन योगिनी’ नाम से आत्मकथा भी आई. जिसमें ममता कुलकर्णी ने तब कहा था.

कुछ लोग दुनिया के कामों के लिए पैदा होते हैं, जबकि कुछ ईश्वर के लिए पैदा होते हैं. मैं भी ईश्वर के लिए पैदा हुई हूं. वो इस नए अवतार में विक्की के साथ केन्या में लिव-इन में रहने लगीं. कहा जाता है कि दोनों ने शादी भी कर ली. हालांकि, सच्चाई किसी को नहीं पता. फिर केन्या में ही विक्की गोस्वामी गिरफ्तार कर लिया गया, केन्या पुलिस ने तब ममता कुलकर्णी को भी हिरासत में लिया था. 2017 में ठाणे की एक विशेष अदालत ने ममता और विक्की गोस्वामी को भगोड़ा घोषित कर दिया. तब से वो लोग कहां किसी को कुछ पता नहीं है लेकिन ममता साध्वी क्यों बनी ये बात आज तक किसी को पता नहीं है, जिसकी फोटो देखकर लड़के शादी कर लेते थे उसकी हालत आज ऐसी क्यों है?
मुंबई की चमक-धमक वाली लाइफ एक एक्ट्रेस को लंबे समय तक पसंद नहीं आई और वो वृंदावन की गलियों में आकर संन्यासिन बन गईं, खुद नुपूर अंलकार ने इसकी वजह बताई कि वो ऐसा क्यों करती है? अचानक आलीशान ज़िंदगी छोड़कर यहां कैसे पहुंची?

ये हैं मेरा कटोरा, जिसमें मैं मांगने निकली थी. यह मेरी अब तक की कमाई है, अभी तक यह हुआ है. 6 लोग हो चुके हैं, पांच लोग बाक़ी हैं. उम्मीद है कि जल्दी ही 11 लोग पूरे हो जाएंगे और मेरा आज का जुगाड़ हो जाएगा. इसलिए हैप्पी भिक्षाटन, हैप्पी नवमी. थैंक यू.
ऐसे कई वीडियो आपको इनके इंस्टाग्राम पर मिल जाएंगे, जिनमें ये भिक्षाटन करती दिख रही हैं, जिसका मतलब होता है भीख मांगना. इनके वीडियोज पर बहुत से लोग कमेंट कर रहे हैं ये सनातन धर्म की खूबसूरती है, यकीन है आपको ऐसा करके खुशी महसूस हो रही है, वहीं कई यूजर ये भी लिख रहे हैं कि आपको इस तरह से देखकर मेरा मन रो रहा है. कहा जा रहा है कि करीब 27 साल तक एक्टिंग में अपना करियर बनाने के बाद नुपूर अलंकार ने मुंबई की चमक-दमक वाली लाइफ छोड़ने का फैसला किया, 49 साल की नुपूर को अब लगता है कि संन्यास में ही जीवन का सार है. नुपूर कहती हैं कि

लॉकडाउन के वक्त जब मेरी मां बीमार हुई तो मैं काफी टूट गई थी, घर-गहने सब बेचने की हालत हो गई थी, कई लोगों ने हमारी मदद की, मैं उनका शुक्रिया अदा करती हूं लेकिन मां को नहीं बचा सकी, मां की मौत के बाद इस संसार से मेरा मोह छूट चुका है अब मैं संन्यासिन की तरह ही जीना चाहता हूं, क्योंकि मुझे ये पता चल चुका है कि इस संसार में कुछ भी नहीं है.
कहते है जब भी जीवन में आपको सनातन और भगवान का बोध हो जाए तो समझिए आपने भगवान के चरणों में जगह बना ली है.