कहते हैं कि पूत के पांव पालने में दिखाई दे जाते हैं..दूसरा मैच जब खत्म हुआ था…तब इस बात का अंदाजा सभी को था कि डिकॉक तीसरे मैच में बल्ले से कमाल करेंगे…लेकिन हमारे कप्तान रोहित इस बात को नहीं समझ पाए..और तीसरे मैच में ऐसी कई गलतियां कर बैठे…जिसके चलते टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा…जिस पिच पर अफ्रीका के बल्लेबाजों ने रनों का अंबार लगा दिया था..उस पिच पर टीम इंडिया के बल्लेबाज लाचार नजर आ रहे थे…अब हम आपको तीसरे मुकाबले के सबसे बड़े विलेन कप्तान रोहित शर्मा की पांच गलतियां बताएंगे…जिनके कारण टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा…
हार का कारण नंबर 1

विश्व कप सर पर है..और विश्व कप से पहले टीम इंडिया अपना आखिरी मैच खेल रही थी..रोहित को टीम में बदलाव नहीं करना चाहिए था….तीसरे मैच में भी रोहित को सेम टीम के साथ जाना चाहिए था…जिस राहुल और विराट को रोहित ने बाहर किया..वो विश्व कप के अहम खिलाड़ियों में से एक हैं
कारण नंबर 2

रोहित ने जब बदलाव कर दिया था..तो खिलाड़ियों को उनकी मेरिट के हिसाब से खिलाना चाहिए था…राहुल के गैरमौजूदगी में सूर्यकुमार यादव से ओपनिंग करानी चाहिए थी…सूर्य इस साल उपर खेलते हुए शानदार रन बना रहे हैं…विश्व कप के लिए सूर्य को नंबर 4 के लिए तैयार किया जा रहा है…तो सूर्य को आज इतना नीचे खिलाना टीम इंडिया पर भारी पड़ा
कारण नंबर 3

टीम इंडिया में फिनिशर के तौर पर खेल रहे कार्तिक को ऊपर भेजना भी रोहित शर्मा का गलत फैसला था..कार्तिक से पहले सूर्या को नंबर 4 भेजना चाहिए था..जिस नंबर पर सूर्या रन बना रहे हैं..मैच को मैच जिता रहे हैं…उस नंबर कार्तिक को नहीं भेजना चाहिए था
कारण नंबर 4

रोहित शर्मा को जब पता था कि इंदौर का मैदान छोटा है..और डिकॉक शानदार फॉर्म हैं..तो पावरप्ले में अश्विन से गेंदबाजी करवाना भी रोहित का एक गलत फैसला था…पावरप्ले में अश्विन की जगह पर अगर तेज गेंदबाज का इस्तेमाल किया जाता तो शायद टीम के लिए बेहतर होता
कारण नंबर 5

गेंदबाजी के तौर पर रोहित शर्मा ने सही तरह से गेंदबाजों का इस्तेमाल नहीं किया…चाहर के साथ उमेश यादव से गेदंबाजी की शुरुआत करवानी चाहिए थी…लेकिन सिराज से करवाई…और सिराज की गेंदों पर जमकर रन बने…और बड़ी बात गेदंबाजों की पिटाई के बाद भी उमेश और अक्षर से ओवर नहीं करवाए गए
कारण तो खराब फिल्डिंग भी है…जहां आपको कई मौके भुनाने चाहिए थे..टीम इंडिया उन मौकों पर भुना नहीं सकी…और अफ्रीका के बल्लेबाजों को जीवनदान देती रही…और अफ्रीकी बल्लेबाजों बेरहमी से गेंदबाजों कि पिटाई करते रहे..सवाल खुद कप्तान रोहित की बल्लेबाजी पर भी हैं…जब टीम में सीनीयर खिलाड़ी राहुल और विराट नहीं थे…तब रोहित को थोड़ा जिम्मेदारी के साथ खेलना चाहिए था…और क्रीज पर टिकना चाहिए था…लेकिन अब ना तो कप्तान के तौर पर रोहित के अंदर वो जोश नजर आ रहा है..और ना ही मैच जिताने वाले फैसले…बची कुची कसर टीम इंडिया के सुस्त फिल्डर कैच छोड़कर कर देते हैं…टीम इंडिया बेशक शुरुआत के 2 मैच जीतकर सीरीज प कब्जा कर चुकी हो..लेकिन तीसरे मैच ने टीम इंडिया कमजोरी की पोल कोल रख दी है…जिसके सबसे बड़ेविलेन रोहित शर्मा हैं.